"फिलिस्तीन के रमल्ला में भारत के प्रतिनिधि श्री मुकुल आर्य के निधन के बारे में जानकर गहरा सदमा लगा. वे एक उज्ज्वल और प्रतिभाशाली अधिकारी थे, उन्हें अभी बहुत कुछ पाना था. मैं दिल से उनके परिवार और प्रियजनों के लिए संवेदना व्यक्त करता हूं. ओम शांति."
यूनेस्को में कर चुके हैं भारत का प्रतिनिधित्व
2008 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अफसर मुकुल आर्य ने काबुल और मॉस्को में बतौर भारतीय राजदूत काम किया था. उन्होंने यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधिमंडल में भी काम किया. मुकुल आर्य नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के मुख्यालय में भी रह चुके थे. भारतीय विदेश सेवा जॉइन करने से पहले मुकुल आर्य ने दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में अर्थशास्त्र की पढ़ाई की थी. इसके अलावा मुकुल आर्य लगातार भारत और फिलीस्तीन के संबंधों को मजबूत करने में लगे हुए थे. उन्होंने फिलीस्तीन के स्कूली बच्चों को भारत सरकार की ओर से मास्क और सैनेटाइजर भी प्रदान किए थे. इसके साथ ही उन्होंने इसी साल जनवरी में फिलीस्तीन के शिक्षा निदेशालय के साथ मिलकर स्वच्छता पखवाड़ा भी मनाया था. साथ ही वहां के स्कूलों का दौरा कर दोनों देशों में सांस्कृतिक संबंधों को आगे बढ़ाने पर चर्चा की थी. फिलीस्तीन के कई नेता मुकुल आर्य के काम की तारीफ कर चुके हैं.वीडियो: इजराइल का गाजा में हमास पर हमला क्या फिलिस्तीन के साथ फिर से युद्ध का संकेत है?
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