क्या यूपी चुनाव जीतने के बाद BJP कार्यकर्ता सरेआम हत्याएं कर रहे हैं?

03:06 PM Mar 14, 2022 |
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दावा

बीते दिनों उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 का परिणाम आया और सूबे में भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला. अब चुनाव के बाद नई सरकार बनने से पहले एक दावा जमकर वायरल हो रहा है. वायरल दावे में एक वीडियो है जिसमें बीच सड़क पर कुछ लोग एक आदमी की बेरहमी से पिटाई करते नज़र आ रहे हैं. पिटाई कर रहे लोगों के आस-पास पुलिस वाले भी नज़र आ रहे हैं. पीटने वाले लोगों में से एक व्यक्ति  'जय श्री राम' का जयकारा लगाते हुए नीचे बेसुध पड़े आदमी को लगातार मार रहा है.
वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि
ये वीडियो उत्तर प्रदेश का है जहां नयी सरकार बनने के बाद बीजेपी के गुंडों ने बेकसूर को मारकर जश्न मनाया.
वायरल दावे
के कैप्शन में लिखा है - (आर्काइव
) (आर्काइव
)
नई सरकार बनने पर एक बेकसुर की जान लेकर बिजेपी के गुण्डों ने मनाया जश्न।

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फेसबुक पर मौजूद वायरल दावे का स्क्रीनशॉट.


वायरल दावा.

कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी ऐसे ही दावे
शेयर किए. (आर्काइव
)

पड़ताल

'दी लल्लनटॉप' ने वायरल दावे की पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला. दरसल वायरल हो रहा वीडियो साल 2019 में बिहार में हुई एक घटना का है. इसका बीजेपी सरकार या धर्म से कोई संबंध नहीं है.
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च की मदद से इंटरनेट पर खोजा तो हमें India Today
की ऑफीशियल वेबसाइट पर 5 अक्टूबर, 2019 को पब्लिश किया गया एक आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल में वीडियो के स्क्रीनशॉट मौजूद हैं. (आर्काइव
)


India Today की वेबसाइट पर मिले आर्टिकल का स्क्रीनशॉट.

आर्टिकल में मिली जानकारी के मुताबिक,
2 अक्टूबर, 2019 को बिहार के कैमूर जिले के भभुआ वार्ड पार्षद के बेटे शाहिद राइन ने कथित तौर पर माधव सिंह नामक शक़्स की गोली मारकर हत्या कर दी थी. युवक को गंभीर हालत में कैमूर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कैमूर एसपी के मुताबिक आरोपी ने एक आंतरिक मामले में मृतक को गोली मार दी थी. इस बात से गुस्साई भीड़ पुलिस से आरोपी को मारने की मांग करने लगी. बाद में आक्रोशित भीड़ ने आरोपी शाहिद राइन की दिन-दहाड़े पिटाई कर दी. घटना भभुआ के शिवाजी चौक इलाके की है.
साथ ही वायरल दावे से जुड़े कीवर्ड्स को सर्च करने पर हमें ट्विटर पर उत्तर प्रदेश पुलिस फैक्ट-चेक
के हैंडल से 30 सितंबर 2021 को किया गया एक ट्वीट मिला. ट्वीट में सितंबर 2021 में भ्रामक दावों के साथ शेयर हो रहे पिटाई के इस वीडियो का फैक्ट चेक मौजूद है. (आर्काइव
) ट्वीट में मिली जानकारी के मुताबिक -
वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश से न होकर थाना भभुआ, जनपद कैमूर, बिहार से संबंधित है. ट्वीट में यूपी पुलिस ने सोशल मीडिया यूज़र्स से भ्रामक पोस्ट न फैलाने की अपील की है.

नतीजा

हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ. वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद का नहीं है. वीडियो का संबंध साल 2019 में बिहार के कैमूर ज़िले के भभुआ नगर में घटी मारपीट की घटना से है. इसका यूपी चुनाव में बीजेपी के जीतने से कोई संबंध नहीं है.
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