यूक्रेन से जंग के बीच क्या भारत ने किया रूस का समर्थन? चीन के 'खेल' की यह है हकीकत

05:26 PM Mar 08, 2022 |
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दावा

रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध के चलते बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिका और अल्बानिया की ओर से पेश रेजॉल्यूशन पर मतदान किया गया. ये संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की तरफ से अभी तक अपनाया जाने वाला सबसे मजबूत रेजॉल्यूशन है, जिसमें रूस की ओर से की गई आक्रामकता की कड़ी निंदा की गई. हालांकि, भारत-चीन और पाकिस्तान समेत 13 अन्य देशों ने इस रेजॉल्यूशन पर वोट नहीं दिया. ऐसे में सोशल मीडिया पर रूस से जुड़ा एक दावा वायरल हो रहा है.
वायरल दावे में नीले, सफेद और लाल रंगों से जगमगाता कुतुब मीनार नज़र आ रहा है. चीन के राष्ट्रीय मीडिया Global Times ने अपने ट्विटर हैंडल से 7 मार्च, 2022 को कुतुब मीनार की तस्वीरें ट्वीट करते हुए ये दावा किया कि भारत के कुतुब मीनार को रूसी झंडे के रंगों से रोशन किया गया.
दावा अंग्रेज़ी में है हम हिंदी अनुवाद यहां लिख रहे हैं - (आर्काइव
)
भारत ने नई दिल्ली की ऐतिहासिक इमारतों में से एक कुतुब मीनार को रूसी झंडे के रंगों से रोशन किया.

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Global Times द्वारा शेयर किया गया वायरल दावा.

कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी ऐसे ही दावे
शेयर किए. (आर्काइव
)

पड़ताल

'दी लल्लनटॉप' की पड़ताल में वायरल  तस्वीरों के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक निकला. शेयर हो रही तस्वीर में कुतुब मीनार रूसी झंडे के रंगों से नहीं बल्कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना  (PMBJP) और आजादी का अमृत महोत्सव के थीम से रोशन है.
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने शेयर हो रही तस्वीरों को गौर से देखा. रंगों के अलावा कुतुब मीनार के ऊपर कुछ लिखा हुआ भी नज़र आ रहा है.


सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें.

ऊपर अंग्रेज़ी में लिखा है -
75 आज़ादी का अमृत महोत्सव
नीचे हिंदी में लिखा है -
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना
तस्वीर में लिखी बातों और कुतुब मीनार से मिलते-जुलते कीवर्ड्स से खोजने पर हमें Pradhan Mantri Bhartiya Janaushadhi Pariyojana
के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 5 मार्च, 2022 को किये गये एक ट्वीट में वायरल तस्वीरें मिली. (आर्काइव
)
ट्वीट के कैप्शन का हिंदी अनुवाद कुछ इस प्रकार है -
5-7 मार्च 2022 को कुतुब मीनार आजादी का अमृत महोत्सव और जन औषधि थीम से जगमगा उठा.
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी 7 मार्च, 2022 को जन औषधि दिवस की शुभकामनाएं देते हुए वायरल तस्वीरों को शेयर
किया था.(आर्काइव
) साथ ही कीवर्ड्स की मदद से ही खोजने पर हमें PIB Fact Check के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किया गया एक ट्वीट
मिला. इस ट्वीट में PIB ने वायरल तस्वीरों का फैक्टचेक किया है. (आर्काइव
)
इस ट्वीट के मुताबिक -
Global Times द्वारा कुतुब मीनार को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है. कुतुब मीनार को जनऔषधि दिवस 2022 के समारोह में रखे गए कार्यक्रम के एक भाग के रूप में रोशन किया गया था.

क्या है प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP)?

'प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP)' फार्मास्युटिकल विभाग और सेंट्रल फार्मा पब्लिक सेक्टर द्वारा शुरू की गई केंद्र सरकार की एक पहल है. इस योजना को प्रधानमंत्री ‪नरेंद्र मोदी द्वारा 1 जुलाई 2015 को लॉन्च किया गया था. इसका उद्देश्य 'प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र' नामक आउटलेट के माध्यम से दवाएं उपलब्ध कराना है. ये जनऔषधि केंद्र ब्रांडेड दवाओं की तुलना में बहुत कम कीमत पर समान क्षमता वाली जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराते हैं. 


नतीजा

हमारी पड़ताल में वायरल तस्वीरों के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ. शेयर हो रही तस्वीरों में कुतुब मीनार रूसी झंडे के रंगों से नहीं बल्कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना  (PMBJP) और आजादी का अमृत महोत्सव के थीम से रोशन है. कुतुब मीनार को चौथे जनऔषधि दिवस 2022 के कार्यक्रम के उपलक्ष्य में रोशन किया गया था. इसका रूस-यूक्रेन युद्ध से कोई संबंध नहीं है.
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