सीएनएन के मुताबिक रविवार, 27 फरवरी को बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको (Aleksander Lukashenko) ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से फोन पर बात की. इसके बाद लुकाशेंको ने मीडिया को बताया,
"सभी राजनेता इस बात पर राजी हुए हैं कि दोनों देशों के प्रतिनिधि यूक्रेन और बेलारूस के बॉर्डर प्रिपयात (Pripyat) नदी के पास मुलाकात करेंगे. यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधिमंडल, बिना किसी शर्त के मिलकर इस मसले पर बात करेंगे."वहीं, राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के मुताबिक,
"बेलारूसी क्षेत्र में तैनात सभी विमान, हेलीकॉप्टर और मिसाइल यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल की बैठक और वापसी तक जमीन पर ही रहेंगे. अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने ये सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ली है"वहीं, दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC), सोमवार 28 फरवरी को एक विशेष आपातकालीन बैठक का आयोजन करने वाला है. इसी हफ्ते के अंत तक UNSC संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उल्लंघन के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए एक प्रस्ताव पर वोटिंग कराने वाला है. इस बैठक से पहले UNSC में प्रक्रियात्मक वोटिंग भी हुई, जिसमें 11 देशों ने रूस के खिलाफ वोट किया. इस दौरान भारत, चीन और UAE ने मतदान से परहेज किया.
Advertisement
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा (फोटो: रॉयटर्स)
'अपनी जमीन का एक इंच भी नहीं देंगे'
अल-जज़ीरा के मुताबिक यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा (Dmytro Kuleba) ने अपने देश वासियों से कहा है कि सरकार यूक्रेन की एक इंच भी जमीन नहीं जाने देगी. टीवी पर दिए अपने भाषण में कुलेबा ने कहा,"हम वहां (बेलारूस) इसलिए जा रहे हैं ताकि ये जान सके कि रूस को क्या कहना है. हम वहां इसलिए जा रहे हैं कि रूस को ये बता सकें कि हम इस युद्ध और रूस की हरकतों के बारे में क्या सोचते हैं. जबतक हमारी रूस के साथ बात खत्म नहीं हो जाती, बेलारूस के राष्ट्रपति ने हमें ये आश्वासन दिया है कि उनकी सेना का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ नहीं किया जाएगा. हम उम्मीद करते हैं कि बेलारूस के राष्ट्रपति अपने इस वादे पर कायम रहेंगे."इसके साथ ही विदेश मंत्री कुलेबा ने ये भी कहा कि अगर रूस इस बातचीत में ये कहने वाला है कि यूक्रेन हथियार डाल दे, तो ये मुमकिन नहीं. यूक्रेन इस बारे में कोई बात करने के लिए तैयार नहीं है.
वीडियो: हरियाणा की लड़की ने यूक्रेन न छोड़ने की जो वजह बताई वो सबको भावुक कर देगी!