जिस रोड से वो रास्ता तय कर रहे थे वहां एक कॉलेज का क्रिकेट ग्राउंड बीच में पड़ा. एक लड़का खतरनाक किस्म की गेंदबाज़ी कर रहा था. उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी और उस लड़के रन-अप को देखने लगे. उस ऑर्गनाइज़र को इस गेंदबाज़ की बोलिंग पसंद आ गई. उसने तुरंत उस लड़के के पास जाकर उसे अपना विजिटिंग कार्ड दे दिया. अब समझ गए होंगे वो लड़का जसप्रीत बुमराह ही था. यहीं से बुमराह की किस्मत पलटी और दो दिन बाद ही वो मुंबई में मुंबई इंडियंस का हिस्सा बन गए.
शुरुआत में कोई ये चीज़ नहीं मानता था कि अहमदाबाद से एक फास्ट बोलर निकलकर आया है. क्योंकि ये कहा जाता है कि अहमदाबाद क्रिकेट के लिए बना ही नहीं है. वो तो बिज़नेस और इंडस्ट्रीज़ का एक हब है. लेकिन फिर भी यहां से आने वाले इस खिलाड़ी ने दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई. महज़ पांच सालों में वो दुनिया के बेहतरीन गेंदबाज़ों में एक हैं.
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जसप्रीत बुमराह. फोटो: File Photo
फर्स्ट-क्लास क्रिकेट से भी पहले IPL में एंट्री वाला ये बोलर आज भारतीय पेस अटैक का अगुवा है. और 25 अगस्त 2019 का ही वो दिन था जिस दिन बुमराह ने वो कारनामा कर दिया जो एशिया में खेलने वाले 800 से ज़्यादा टेस्ट क्रिकेटर अपने पूरे करियर में नहीं कर पाए.
25 अगस्त 2019 के दिन जसप्रीत बुमराह एशियाई टेस्ट प्लेइंग नेशन्स से पहले ऐसे गेंदबाज़ बने. जिसने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज़ सभी जगह जाकर पारी में पांच विकेट चटकाए. भारतीय पेसर्स का इतिहास बहुत पुराना नहीं है. लेकिन फिर भी भारत ने पाकिस्तान, श्रीलंका जैसे देशों से पहले ही टेस्ट क्रिकेट में ये कारनामा कर डाला. जबकि बांग्लादेश और अफगानिस्तान तो इससे काफी दूर हैं.
बुमराह ने कब-कब किया ये कारनामा
5 जनवरी 2018
जसप्रीत का टेस्ट डेब्यू 2018 की जनवरी में साउथ अफ्रीका दौरे से हुआ. पहली सीरीज़ के तीसरे टेस्ट में ही उन्होंने पहला पंजा मार दिया. इस मैच में उन्होंने कुल सात विकेट निकाले और भारत ने मैच को 63 रन से जीता लिया.हालांकि इस शानदार स्पेल के बावजूद बुमराह की जगह भुवनेश्वर कुमार को मैन ऑफ दी मैच चुना गया. क्योंकि उन्होंने भारतीय पारी को सहारा देते हुए दोनों पारियों में मिलाकर कुल 63 रन बनाए और चार विकेट भी निकाले.
18 अगस्त 2018
इस सीरीज़ के बाद भारत को अगस्त के महीने में इंग्लैंड रवाना होना था. बुमराह भी विराट की टीम के साथ इंग्लैंड पहुंचे. नॉटिंघम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में बुमराह को प्लेइंग इलेवन में मौका मिला. इंतज़ार कर रहे बुमराह ने आते ही नॉर्टिंघम में तूफान ला दिया. उन्होंने पहली पारी में दो विकेट निकाले और दूसरी पारी में लक्ष्य का पीछा कर रही इंग्लैंड की टीम के पांच बल्लेबाज़ों को आउट कर गेंद लहराते हुए वापस लौटे.हालांकि इस बार फिर बुमराह को मैन ऑफ द मैच नहीं मिला. क्योंकि 203 रनों की इस जीत में मैन ऑफ द मैच जीतने वाले कप्तान विराट कोहली ने 97 और 103 रनों की लाजवाब पारियां खेलीं थीं.
26 दिसंबर 2018
बॉक्सिंग डे टेस्ट. इंडिया vs ऑस्ट्रेलिया. बुमराह अब तक सिर्फ आठ टेस्ट खेले थे और विदेशों में दो बार पारी में पांच विकेट ले चुके थे. साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के बाद अब बारी थी ऑस्ट्रेलिया की. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर मुकाबला खेला गया. भारत ने पुजारा के शतक और कप्तान विराट और रोहित के अर्धशतकों के साथ शानदार 443 रन बनाए.जसप्रीत बुमराह. फोटो: AP
अब बारी थी हमारे गेंदबाज़ों की. जसप्रीत किलर बुमराह ने MCG पर ऐसा हल्ला मचाया कि ऑस्ट्रेलिया कुछ भी नहीं समझ पाया. बुमराह ने छह विकेट निकाले और पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को 151 रनों पर ऑल-आउट कर दिया.
दूसरी पारी में भी बुमराह ने शानदार बोलिंग की और तीन विकेट निकाले. उन्होंने मैच में कुल नौ शिकार किए और भारत ने मैच को 137 रनों से जीत लिया. सबसे खास चीज़, साल का अंत होते होते बुमराह ने इस बार पांच विकेट के साथ मैन ऑफ द मैच भी जीत लिया.
22 अगस्त 2019
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ नॉर्थ-साउंड का मैदान. विराट की कप्तानी में टीम दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ का पहला मैच खेलने पहुंची. रहाणे-जडेजा के अर्धशतक और केएल राहुल के 44 रनों से भारत ने 297 रन बनाए. जवाब मे वेस्टइंडीज़ की टीम 222 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई. पहली पारी में ईशांत ने पांच, शमी और जडेजा ने 2-2. जबकि जसप्रीत बुमराह ने सिर्फ एक विकेट चटकाया.दूसरी पारी में हनुमा विहारी के शतक से भारत ने वेस्टइंडीज़ को 419 रनों का बड़ा लक्ष्य दे दिया. अब बोलर्स को अपना काम दिखाना था. और 25 अगस्त 2019 के दिन बुमराह ने महज़ आठ ओवर के स्पेल में सात रन देकर पांच विकेट चटका दिए. वेस्टइंडीज़ की पूरी टीम 100 रनों पर ऑल-आउट हो गई.
जसप्रीत बुमराह. फोटो: AP
इस तरह से बुमराह एशिया के पहले ऐसे गेंदबाज़ बन गए जिसने एशिया से बाहर जाकर इन चार देशों में पारी में पांच विकेट चटकाए. ये रिकॉर्ड इसलिए और भी खास हो जाता है. क्योंकि बुमराह ने महज़ 11वें मैच में ही चार देशों में पारी में पांच विकेट ले लिए. और सभी मैचों में टीम को जीत दिलाई.
एशिया के मुथैया मुरलीथरन, अनिल कुंबले, कपिल देव, वसीम अकरम, इमरान खान जैसे बड़े से बड़े गेंदबाज़ अपने पूरे करियर में कभी ऐसा नहीं कर पाए.
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