# Team India Injury Problem
एक्सप्रेस का यह भी दावा है कि जडेजा की चोट ठीक होने में कुछ महीने लगेंगे. और अगर वह सर्जरी कराते हैं तो उम्मीद है कि वह इंडियन प्रीमियर लीग के अगले सीजन तक फिट हो जाएंगे. बता दें कि मुंबई टेस्ट से पहले एक प्रेस-रिलीज के जरिए BCCI ने बताया था कि जडेजा की बांह में सूजन है. BCCI ने कहा था,'ऑल राउंडर रविंद्र जडेजा को कानपुर में हुए पहले मैच के दौरान दाहिनी बांह में चोट लग गई थी. स्कैन्स के बाद पता चला कि उनकी बांह में सूजन है. उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है और इसके चलते वह मुंबई टेस्ट से बाहर रहेंगे.'जबकि अक्षर की शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें स्ट्रेस फ्रैक्चर है जिसे ठीक होने में कम से कम छह हफ्ते लगेंगे. अक्षर ने इसी साल अपने टेस्ट करियर की शुरुआती की थी. उन्होंने अपनी पहली ही सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ 27 विकेट ले डाले थे. उनके साउथ अफ्रीका जाने पर कोई भी फैसला कुछ और स्कैन्स के बाद होगा. इन दोनों के ना होने की सूरत में BCCI के पास लेफ्ट आर्म स्पिनर के रूप में शहबाज़ नदीम और सौरभ कुमार के रूप में दो विकल्प हैं. गिल की बात करें तो सेलेक्टर्स उन्हें साउथ अफ्रीका भेजने के लिए श्योर नहीं हैं. गिल की पिंडली की चोट उभर आई है. उन्होंने इसी चोट के चलते इंग्लैंड के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज नहीं खेली थी. और फिर मुंबई टेस्ट के दौरान भी उन्हें पिंडली में दर्द हुआ. जबकि इसी टेस्ट में फील्डिंग के दौरान उनकी बाईं बांह पर भी चोट लगी थी. जिसके बाद उनके स्कैन हुए और वह फील्डिंग करने नहीं आए. हालांकि रोहित शर्मा और केएल राहुल के रूप में टीम के पास पहले से ही फर्स्ट चॉइस ओपनर्स हैं. जबकि मयंक अग्रवाल ने भी न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था. ऐसे में टीम गिल की चोट से उतनी चिंतित नहीं है. ईशांत की बात करें तो उन्हें फिट होने में भी अभी वक्त लगेगा. बोर्ड अभी इन प्लेयर्स की चोट पर स्पेशलिस्ट लोगों की राय ले रहा है. इसीलिए इन चारों को मुंबई में ही रोककर स्कैन कराए गए थे. भारत को साउथ अफ्रीका में तीन टेस्ट और तीन वनडे मैच खेलने हैं.
ऑस्ट्रेलिया ने मैच से तीन दिन पहले ही क्यों कर दी प्लेइंग XI की घोषणा?
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