'इस साल का सबसे खूबसूरत और यादगार लम्हा वर्ल्ड कप का पहला मैच ही रहा. उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता. सोचा यही था कि पिछले मैचों को हमें याद नहीं करना है. भारत के खिलाफ जिस तरह हमने स्टार्ट किया और फिनिश किया. मेरे ख्याल से उसमें अलग ही मज़ा था. टीम एफर्ट था. और भरोसा था कि हमें इतिहास बदलना है. हम ज्यादा ओवर-कॉन्फिडेंट नहीं हुए. '
'हम लोगों के लिए दिल तोड़ने वाला मोमेंट सेमीफाइनल ही था. हमने पूरे टूर्नामेंट में डॉमिनेट किया. दुर्भाग्यवश हम सेमीफाइनल मैच नहीं जीत पाए. बतौर टीम हमसे गलतियां हुईं. हम उन गलतियों से सबक लेने की कोशिश करेंगे. और ऐसी चीज़ें आती रहती हैं. लेकिन इससे आप सीखते भी हैं.'बता दें कि पाकिस्तान ने T20I विश्वकप में शानदार प्रदर्शन किया. ग्रुप स्टेज में एक भी मैच नहीं हारे. लेकिन सेमीफाइनल में बाबर आज़म की टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों पांच विकेट की करारी शिकस्त मिली.
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