#क्या था मामला?
बताते चलें कि डीआरएस विवाद तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन के आखिरी सेशन में हुआ था. जब साउथ अफ्रीकी टीम बल्लेबाजी कर रही थी. उनकी पारी का 21वां ओवर था और भारतीय स्पिनर आर. अश्विन गेंदबाजी कर रहे थे. ओवर की चौथी गेंद साउथ अफ्रीकी कप्तान डीन एल्गर के पैड पर जाकर लगी थी. जिसके बाद आर. अश्विन ने जोरदार अपील की और मैदानी अंपायर ने भी उन्हें तुरंत आउट दे दिया था. डीन एल्गर ने रिव्यू लिया और वहां बॉल ट्रैंकिंग के जरिए पता चला कि गेंद स्टंप के ऊपर से जा रही थी. यानी की डीन एल्गर बच गए. इस रिव्यू पर पूरी भारतीय टीम के साथ मैदानी अंपायर मरे इरास्मस भी हैरान रह गए. दूसरी तरफ एल्गर को नॉट आउट देने के फैसले से भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और उनकी टीम का गुस्सा थर्ड अंपायर पर फूट पड़ा. स्टंप माइक के पास विराट कोहली ने कहा,‘सिर्फ विपक्षियों पर फोकस रखने के साथ अपनी टीम पर भी फोकस रखो, हमेशा लोगों को पकड़ने के चक्कर में ही रहते हो, बहुत अच्छे DRS, बहुत अच्छे. निश्चित रूप से DRS यहां निष्पक्ष खेल करा रहा है’विराट के बाद अश्विन ने कहा,
‘सुपरस्पोर्ट तुम्हें जीत के लिए और बेहतर तरीके खोजने चाहिए.’
#विराट की सफाई?
बता दें, मैच के बाद हुई प्रेस कॉफ्रेंस में विराट कोहली ने डीआरएस मामले पर अपनी सफाई भी दी. उन्होंने कहा,‘मुझे कोई विवाद खड़ा करने में दिलचस्पी नहीं है. और न ही मैं इस पर कोई कमेंट करना चाहूंगा. हम जानते हैं कि मैदान पर असल में क्या हुआ था. मैदान पर क्या हो रहा होता है, बाहरी लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती है. उस समय अगर हमने तीन विकेट ले लिए होते तो गेम का पासा पलट गया होता.’ ‘हक़ीक़त ये भी है कि हम ज्यादा देर तक साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबाव नहीं बना सके. और इस वजह से हार मिली. सिर्फ एक वो घटना विवाद पैदा करने के लिए काफी अच्छी और उत्तेजक लगती है. जिसमें मुझे कोई दिलचस्पी नहीं है. वो एक पल था, जो बीत गया. हम उससे आगे बढ़े और विकेट लेने की कोशिश करते रहे.’इस मैच में भारतीय टीम को सात विकेट से हार मिली और टीम सीरीज 2-1 से हार गई. इसके साथ ही भारतीय टीम का साउथ अफ्रीकी सरज़मीन पर टेस्ट सीरीज जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया. अब भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के साथ तीन मैच की वनडे सीरीज खेलनी है.
केपटाउन टेस्ट में इस हरकत के लिए विराट कोहली को बैन कर देना चाहिए?
Advertisement