#Rishi Dhawan
ऋषि धवन ने साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू किया था. लेकिन छाप नहीं छोड़ सके. टीम से ड्रॉप हुए. इसके बाद हिमाचल प्रदेश के लिए घरेलू टूर्नामेंट खेलते रहे. 2021 ऋषि धवन के लिए सबसे यादगार साल रहा. बल्ले और गेंद से कमाल का प्रदर्शन किया. साथ ही अपनी टीम को पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी जिताने में भी मदद की. हिमाचल प्रदेश के इस खिलाड़ी ने विजय हजारे ट्रॉफी के आठ मुकाबलों में पांच अर्धशतक की मदद से कुल 458 रन बनाए. ऋषि धवन टूर्नामेंट के दूसरे लीडिंग रन स्कोरर रहे. इसके बाद गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 17 विकेट्स झटके. ऋषि टूर्नामेंट के दूसरे लीडिंग विकेट टेकर भी रहे. वहीं सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में धवन ने छह मुकाबलों में 11.14 के ऐवरेज से 17 विकेट हासिल किये. यहां वह संयुक्त रूप से दूसरे लीडिंग विकेटटेकर रहे. बावजूद इसके ऋषि को न तो वनडे सीरीज में जगह मिली. और न ही T20I सीरीज में.#Shahrukh Khan
तमिलनाडु के स्टार ऑलराउंडर शाहरुख खान के साथ भी अनदेखी हुई. शाहरुख ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई. उन्होंने महज 15 गेंदों में 33 रन कूटे. इसके अलावा विजय हजारे ट्रॉफी में भी शाहरुख खान ने 186 के अद्भुत स्ट्राइक रेट से आठ मैचों में कुल 253 रन ठोके थे. इसमें दो पचासे भी शामिल थे. शाहरुख खान की हिटिंग एबिलिटी और फॉर्म को देखते हुए उम्मीद थी कि उन्हें T20I सीरीज में मौका मिलेगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.#Venkatesh Iyer
टीम इंडिया इस समय हार्दिक पंड्या का रिप्लेसमेंट तलाश रही है. वेंकटेश अय्यर ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ T20I डेब्यू किया. इसके बाद उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली वनडे टीम में जगह मिली. जहां उनका प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा. और इसके बाद उन्हें वेस्टइंडीज़ के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज की टीम से बाहर कर दिया गया. हालांकि ये सही है कि T20I विश्वकप वाले साल में वेंकटेश को T20I सीरीज की टीम में जगह मिली है. बता दें कि वेंकटेश को IPL 2021 के प्रदर्शन के आधार पर ही पहली बार टीम इंडिया में जगह मिली थी. बाद में विजय हजारे ट्रॉफी में वेंकटेश ने छह मैचों 379 रन ठोके. अब यहां बढ़िया प्रदर्शन कर वह ऑस्ट्रेलिया में होने वाले T20I विश्वकप के लिए अपना दावा मजबूत कर सकते हैं.#Rahul Chahar
राहुल चाहर को T20I विश्वकप की स्क्वॉड में शामिल किया गया था. और इस बड़े टूर्नामेंट में शामिल करने का मतलब ये हुआ कि आप देश के कई बेहतरीन स्पिनर्स से बेहतर हैं. T20I विश्वकप में राहुल चाहर को सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला. जहां वह महंगे साबित हुए. इससे पहले राहुल को श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला था. और 22 साल के इस स्पिनर ने अपने वनडे डेब्यू पर 3 विकेट झटके थे. राहुल ने भारत के लिए खेलते हुए छह T20I मैच में 23.85 के ऐवरेज से सात विकेट हासिल किये हैं. लेकिन अब वह एक दम से टीम से गायब हैं.एक तस्वीर से कैसे तय हो गया, पुजारा क्रिकेटर बनेंगे?
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