'मैं पंजाब किंग्स के साथ चार साल से था और मैंने उनके लिए बहुत अच्छा प्रदर्शन भी किया है. मैं बस यह देखना चाहता था कि अब मेरे लिए क्या है और क्या मेरे लिए कोई नई यात्रा है? जाहिर तौर पर पंजाब किंग्स को छोड़ने का फैसला कठिन था. मैं लंबे समय से पंजाब से जुड़ा हुआ था. लेकिन मैं देखना चाहता था कि मैं कुछ और क्या कर सकता हूं.'बता दें कि इससे पहले पंजाब किंग्स के हेड कोच अनिल कुंबले ने भी बताया था कि टीम केएल राहुल को रिटेन करना चाह रही थी. लेकिन राहुल रुकना नहीं चाह रहे थे. कुंबले ने बताया था,
'जाहिर है कि हम उन्हें(केएल राहुल) रिटेन करना चाहते थे. इसी वजह से हमने दो साल पहले उन्हें कप्तान चुना. लेकिन उन्होंने नीलामी में जाने का फैसला किया. हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं. ये खिलाड़ी का विशेषाधिकार है.'बताते चलें कि केएल राहुल के लिए पंजाब किंग्स में सफर शानदार रहा. टीम के लिए चार सीज़न खेले और बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया. उन्होंने 2018 में पंजाब के लिए अपने पहले ही सीजन में 14 मैच में 158 के स्ट्राइक रेट से 659 रन कूटे. 2019 में 14 मैच में लगभग 54 के ऐवरेज से 593 रन बनाए. जबकि 2020 में 56 के ऐवरेज से 670 रन बनाए. वहीं पिछले सीजन केएल राहुल ने 13 मैच में 63 के ऐवरेज से 626 रन बनाए. IPL 2020 में राहुल ने ऑरेंज कैप जीती थी. खैर, केएल राहुल के जाने के बाद पंजाब किंग्स ने मयंक अग्रवाल को नया कप्तान बनाया है.
अपना 'प्लेयर ऑफ द मैच' अवॉर्ड कोहली को देने के पीछे गंभीर ने ये वजह बताई!
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