'वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप इंडिया ने BCCI को 1791 करोड़ रुपये ज्यादा कमाने में मदद की और उसने बोर्ड के पक्ष में काम किया. साथ ही 425 करोड़ रुपये की फेसिलिटेशन फीस BCCI-WSGI-मल्टी स्क्रीन मीडिया के वास्तविक समझौते में थी.'बता दें कि इससे पहले BCCI ने ये दावा किया था कि इस समझौते के बारे में सिर्फ ललित मोदी को ही पता था. जिसके बाद काफी बवाल मचा था. लेकिन कोर्ट ने कहा कि तीनों पार्टियों को इस फीस के बारे में पूरी जानकारी थी.बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले के बाद ललित मोदी ने क्रिकबज़ से बात करते हुए अपनी ख़ुशी जाहिर की और कहा,
'समय बड़ा बलवान है. मैंने अकेले IPL को बनाया. मैं परवाह नहीं करता लेकिन BCCI ने मुझ पर लाइफटाइम बैन लगा दिया. मैंने आर्थिक मंदी को मोदी प्रूफ बना दिया था. मेरे शब्द याद रखिए कि यह भारत से एक ग्लोबल शोपीस होगा. ये पूरी दुनिया में मनोरंजन का बड़ा जरिया होगा. और यह मैंने अपने देश को टीवी पर दिखाने के लिए लिए फ्री में किया. लेकिन दुख की बात है कि मेरी बनाई चीज पर जीने वाले लोग मेरी परछाई से इतने डरे हुए हैं कि उन्होंने मेरे बच्चों के टिकट खरीदकर मैच देखने पर भी रोक लगा रखी है. मेरा बस एक सवाल है कि मीडिया क्या कहेगा- भगोड़ा? कोशिश कर लीजिए. अब मैं सब पर ब्रिटेन में केस करूंगा. फिर मजे देखिएगा.’
राहुल के पंजाब छोड़ने पर कुंबले ने जो कहा था, क्या वो सच था?
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