‘जब मैं पहली बार दिल्ली कैपिटल में आया था. तो टीम मालिक, सपोर्ट स्टाफ से मिलने के बाद मुझमें काफी आत्मविश्वास आया. पिछले तीन-चार साल में टीम के तौर पर हमारे अंदर काफी बदलाव आया है. मैं पहले फ्रैंचाइज़ का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनना चाहता था. मैंने अपने आसपास के सभी लोगों से सीखना भी शुरू किया. जब मैं IPL सेटअप में आया तो हमारे पास पैट कमिंस, शमी, रबाडा और कुल्टर नाइल जैसे तेज़ गेंदबाज़ थे. मैंने खुद से कहा कि अगर मैं इन प्रमुख इंटरनेशनल गेंदबाजों को खेल सकता हूं तो मुझे आत्मविश्वास मिलेगा. इन सभी चीजों ने मुझे उस मुकाम तक पहुंचाने में मदद की है जहां मैं आज हूं. मैंने अपने खेल में इन चीज़ों को जोड़ा लेकिन मैं कभी भी अपने खेलने के तरीके को बदलना नहीं चाहता.’एमएस धोनी के बाद ऋषभ पंत ऐसे विकेटकीपर बनकर उभरे हैं. जिनकी फैन फॉलोइंग कमाल है. उन्हें खेलते देखना फैंस को पसंद आता है. उनकी एक हाथ से छक्के लगाने की कला को भी फैंस प्यार देते हैं. जब उनसे ऐसा ही सवाल पूछा गया कि वो दर्शकों को देख मैदान पर खुद पर कैसे काबू रख पाते हैं. तो उन्होंने कहा,
‘भीड़ को इकट्ठा कर पाना मेरे लिए सम्मान की बात है. अगर लोग मुझसे उम्मीद कर रहे हैं, इसका मतलब यही है कि मैं जिंदगी में कुछ अच्छा कर रहा हूं. लोगों की उम्मीदों पर फोकस ना करना एक चैलेंज होता है. जब आप एक कप्तान बन जाते हैं तो ये सिर्फ आपके बारे में नहीं होता. आपको देखना होता है कि नए लोग टीम के साथ कितना घूल मिल रहे है. अगर वो ठीक है. आपको सभी लोगों से सीखना होगा और अपनी नॉलेज सब के साथ शेयर करनी होगी.’
'बैलेंस होना बहुत ज़रूरी है. इसका मतलब ये नहीं है कि मैं कप्तान बन गया हूं तो हर समय सीरियस रहूंगा. लेकिन हमको सीरियस बातें करनी होंगी. बदलने और इम्प्रूव करने में फर्क होता है. मेरी प्राथमिकता IPL जीतना है. मैं किसी भी प्लेयर को दो महीने में नहीं बदल सकता. आप किसी भी प्लेयर को इम्प्रूव करने के लिए अच्छा वातावरण दे सकते हैं लेकिन दो महीने में किसी को सुपरहीरो नहीं बना सकते. आप लोगों पर चीज़ो को डाल नहीं सकते. लेकिन आपको अपने प्लेयर को अपनी बराबरी पर लाना होगा. मैं सिर्फ उसी प्रोसेस पर विश्वास करने वाला हूं जो हमने बीते कुछ सालों में कैपिटल्स के अंदर बनाई है.'
# Team India पर सवाल - जवाब
IPL के अलावा ऋषभ पंत ने टीम इंडिया से जुड़े सवालों के भी जवाब दिए. उन्होंने अपने बल्लेबाज़ी स्टाइल पर कहा,‘ये मायने नहीं रखता कि मैं ठीक हूं या नहीं. आलोचनाएं तो फिर भी होंगी. मैं चीज़ो को कंट्रोल करने पर ज्यादा फोकस करता हूं.’बीती कुछ सीरीज़ में पंत ने बढ़िया फॉर्म दिखाई है. उन्होंने टीम इंडिया के सीनीयर लीडरशिप ग्रुप का हिस्सा भी माना जा रहा है. टीम में बढ़ती ज़िम्मेदारियों पर पंत ने कहा,
‘कभी-कभी ऐसा होता है. मैनेजमेंट ने मुझे कुछ मैच में उपकप्तान बनाया था. लेकिन प्लेयर के तौर पर 200 पर्सेंट देना ही मेरे कंट्रोल में है. लीडरशिर ग्रुप का पॉर्ट होने के कारण, मुझे हर रोज़ मैदान पर आकर अपना 200 पर्सेंट देना होता है और बाकी प्लेयर्स की मदद करनी होती है. इसमें गेंदबाजों को बैक करना, रोहित भाई के साथ फील्डिंग पोज़िशन सेट करना. आपको अपने साथियों की मदद करने के लिए किसी पोज़िशन की ज़रुरत नहीं होती है.’दिल्ली कैपिटल्स की टीम पिछले कुछ सीजन्स से सबसे कंसिस्टेंट टीम है. इस बार भी दिल्ली को लेकर फैंस को ऐसी ही उम्मीदें हैं. इस सीज़न दिल्ली अपना पहला मैच 27 मार्च को मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेलेगी.
IPL 2022: टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही ये खिलाड़ी सबकी नजर में चढ़ गए!
Advertisement