ख़ैर, पराग अगरवाल अब ट्विटर संभालेंगे. लेकिन ये बात मैं आपको ऑडनारी में क्यों बता रही हूं? क्योंकि जनता ने निकाल लिए हैं उनके पुराने ट्वीट.
लोग पराग और श्रेया के रिश्ते पर ज़बरदस्ती टिप्पणी कर रहे हैं
पुराने ट्वीट तो सबके निकलते हैं. मगर एक और चीज़ है जिसमें हम माहिर हैं. वो है कि जहां भी किसी फेमस पुरुष से जुड़ी कोई महिला दिख जाए तो उस पुरुष को छोड़कर पूरी एनर्जी के साथ महिला के जीवन में घुस जाओ.पराग अगरवाल के पुराने ट्वीट्स में ऐसे भी ट्वीट मिले जिसमें उन्होंने सिंगर श्रेया घोषाल के साथ लंबे-लंबे संवाद किए हुए हैं. जैसे एक जगह उन्होंने लिखा है- 'श्रेया, नाइस डीपी, क्या हाल चाल हैं?' एक जगह लिखा ह, 'लंबी ड्राइव्स पर तुम्हारी बहुत याद आती है श्रेया.' हालांकि पराग के और भी ट्वीट थे जिन पर अब गरमा गरम चर्चा हो रही है. लेकिन श्रेया घोषाल को लेकर लोग अलग लेवल पर चले गए हैं. कोई कह रहा है 'मेन विल बी मेन.' यानी मर्द तो मर्द ही रहेंगे, कुछ भी बन जाएं, महिला से फ़्लर्ट करेंगे. कोई कह रहा है, 'ट्विटर का नया CEO देसी सिंप है'. यानी वो लड़का जो एकतरफ़ा प्यार में आहें भरता है.
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तस्वीर में पराग और श्रेया
आलम ये है कि पराग को डिफेंड करने के लिए लोगों को ऐसी तस्वीर लगानी पड़ी जिसमें पराग की पत्नी भी श्रेया से मिल रही हैं. श्रेया के भी एक पुराने ट्वीट में ये देखा गया कि पराग उनके बहुत पुराने दोस्त हैं. कितने कमाल की बात है कि जनता इतनी खाली है, इतनी ज्यादा खलिहर है कि पहले अपने ही मन में पराग और श्रेया का अफेयर करवाती है, फिर खुद ही बताती है कि ऐसा कुछ नहीं है.
ये कोई इकलौता केस नहीं है. बीते दिनों कानपुर में हुए इंडिया-न्यूज़ीलैंड टेस्ट से एक तस्वीर आई थी. जिसमें एक व्यक्ति मुंह में कथित रूप से गुटका भरे हुए फोन पर बात कर रहा था. शोभित पांडे नाम के ये जनाब गुटका बॉय के नाम से फेमस हो गए. लेकिन जनता के दिमाग में उस लड़की को लेकर कीड़े घूमने लगे जो उनके बगल में बैठी थी. किसी ने लिखा कितना प्रेम करती है ये लड़की इस लड़के से, कितने प्यार से देख रही है. किसी ने कहा ऐसी ही लड़की खोजो अपने लिए. किसी ने लिखा ये किसी और महिला के साथ मैच देखने गए हैं और घर में इनकी पत्नी इनको पीटेगी. जबकि सच ये है कि ये लड़की शोभित की बहन हैं. और शोभित को पब्लिक में आकर सफाई देनी पड़ी कि ये उनकी बहन हैं.
शशि थरूर भी ऐसे ही फंसे थे
इसी तरह बीते दिनों शशि थरूर के साथ हुआ. उन्होंने एक ट्वीट किया. कुछ महिला सांसदों के साथ अपनी फोटो शेयर की. उन्होंने इसके साथ जो कैप्शन लिखा हम कतई उसके फेवर में नहीं हैं. हमने एक वीडियो में इसकी आलोचना भी की है. लेकिन आप जनता को देखिए. सीधे सभी महिलाओं के साथ इनका अफेयर करवा दिया.एक ने लिखा शशि थरूर मैगनेट हैं. एक ने लिखा कि शशि को अपनी प्रायॉरिटीज मालूम हैं. एक ने लिखा इन्हें डिओडोरेंट का ऐड करना चाहिए. किसी ने तो नेहरू की फोटो निकाली जिसमें वे कई महिलाओं के साथ खड़े हैं और शशि थरूर और नेहरू में चारित्रिक समानताएं निकाल लीं. किसी ने कहा कि थरूर का एक ही मिशन है, महिलाएं.
शशि थरूर के ट्वीट में सुप्रिया सुले, प्रनीत कौर, नुसरत जहां, मिमी चक्रबर्ती, जोतिमनी और तमिझाची
श्रीमान मोनीश बहल जी ने कहा था- एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं होते. ये तो पर्दा है पर्दा, कंपकंपाती रातों में धड़कते हुए दिलों की भड़कती हुई आग को बुझाने का, छुपाने का. हमें मालूम है कि फिल्मों में आपका अटूट भरोसा है लेकिन गुड मॉर्निंग, लड़का और लड़की दोस्त हो सकते हैं और होते हैं.
अगर कोई भी पुरुष किसी महिला के साथ तस्वीर अपलोड करता है. या यूं कहें कि उसकी इजाज़त के बिना उसे कभी किसी महिला के साथ स्पॉट किया जाता है. तो ज़रूरी नहीं कि वो महिला उसकी प्रेमिका हो. हर बार, हर जगह कुछ नॉटी हो रहा हो, ये आवश्यक नहीं है. आप कहेंगे कि ट्विटर पर चार जोक बना दिए तो कौन सी आफत आ गई. हां, कोई आफत नहीं आई. मगर ये मानसिकता एक आईना है. हमारी रियल लाइफ का. दफ्तर में कोई लड़का लड़की साथ चाय पीने चले गए तो बातें. लड़के ने अपनी बाइक पर लड़की को घर ड्रॉप कर दिया तो बातें. लड़की ने लड़के से मुस्कुराकर बात कर ली तो बातें. ये बातें करते हुए आपको बड़ी सिंपल और हार्मलेस लगती हैं. आपको मज़ाक लगता है मगर असल में ये हलकी टिप्पणियां न सिर्फ लोगों को आहत करती हैं, बल्कि बेवजह उनकी निजता और चरित्र को टारगेट करती हैं. आप सोचें कि आप अपने पहचान के किसी लड़के या लड़की के साथ बाहर जाएं या किसी काम से उनसे मिलें और लोग आपकी फोटो खींचकर उसे आपका प्रेमी या प्रेमिका बुलाने लगें तो आपको कैसा लगेगा.
क्या राय है आपकी, मुझे कमेंट सेक्शन में बताएं.
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