कपिल देव अग्रवाल ने क्या कहा?
उत्तर प्रदेश में चुनावों की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हो रही है. यहां सबसे पहले 10 फरवरी को मतदान होगा. उम्मीदवारों ने नामांकन कराना शुरू कर दिया है. डोर-टू-डोर कैंपेन भी जारी है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही मुजफ्फरनगर जिला आता है, यहां की सदर सीट से बीजेपी उम्मीदवार कपिल देव अग्रवाल भी डोर-टू-डोर कैंपेन कर रहे हैं. कपिल का जो वीडियो वायरल हुआ है, वह भी कैंपेन के दौरान का ही है. वे एक जगह पर कुछ लोगों को संबोधित करते हुए कह रहे हैं,'देश मे डेढ़ सौ करोड़ लोगों को वैक्सीन लग गई है, जिसको लगवानी नहीं, वो तो खा ले जहर, कोई दिक्क्त नहीं....एक बात बताओ अगर अखिलेश यादव मुख्यमंत्री होते या कोई और मुख्यमंत्री होता तो वैक्सीन लग जाती क्या? अब सुनो मेरी बात प्रदेश में दंगे हो जाते, कत्लेआम हो जाता, (क्योंकि) जब लोग मर रहे थे तो वो कहते कि पहले मैं लगवाऊंगा-पहले मैं लगवाऊंगा. लेकिन (मोदी के चलते) देश में कोई दंगा नहीं हुआ और डेढ़ सौ करोड़ लोगों को वैक्सीन भी लग गई...'
'गलत काम करवाना हो तो भी मेरे पास आओ'
मंत्री कपिल देव अग्रवाल इससे पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं. 28 सितंबर 2021 को उन्होंने मुजफ्फरनगर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था,'वैश्य समाज अब इतना मजबूत है कि अगर कोई आंख दिखाए तो उसकी दोनों आंखे निकालने की हमारे पास हिम्मत है...आप सही काम के लिए तो मेरे पास आयेंगे ही वो काम तो होगा ही...लेकिन, अगर कोई गलत काम भी कराना होगा, तब भी मैं आपके साथ हूं...कहीं भी कमजोर मानने की खुद को जरूरत नहीं है...गलत में भी मैं आपके साथ खड़ा हूं.'
'आतंकवादियों को संरक्षण देने वाले ही दूसरी पार्टी को वोट देंगे'
इसके बाद 24 अक्टूबर को कपिल देव अग्रवाल अपने एक और विवादित बयान को लेकर चर्चा में आए थे. तब एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा था,'हम सबका विकास की बात करते हैं, लेकिन जो भी चुनाव होगा वो राष्ट्रवाद और आतंकवाद के ऊपर ही होगा. जो राष्ट्र भक्त लोग हैं वो बीजेपी को वोट देंगे और जो आतंकवादियों को संरक्षण देने वाले लोग हैं वो किसी और पार्टी को वोट देंगे.'
दंगो में आरोपी हैं कपिल देव अग्रवाल
यूपी सरकार में मंत्री और मुजफ्फरनगर की सदर सीट से वर्तमान विधायक कपिल देव अग्रवाल दंगों में भी आरोपी हैं. उनके खिलाफ कोर्ट में 4 मामले चल रहे हैं. पुलिस के दस्तावेजों के मुताबिक कपिल देव अग्रवाल पर 2003 और 2017 में दंगा कराने और निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के दो मामले दर्ज किए गए थे. इन मामलों में नवंबर 2021 में कोर्ट ने आरोप भी तय कर दिए हैं.वीडियो देखें | UP चुनाव: इन लोगों ने बता दिया योगी या अखिलेश में किसे चुनना चाहिए?
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