क्या निकली हकीकत?
चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों ने इकरा हसन और सपा के अन्य नेताओं के सामने जब वोटिंग मशीन की जांच की तो हकीकत कुछ और ही निकली. शामली जिले के एडीएम संतोष कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि कैराना के जोनल मजिस्ट्रेट एमपी सिंह की गाड़ी में यह EVM रखी हुई थी जोकि एक रिजर्व ईवीएम थी. गाड़ी में बैठे लोगों ने मेरठ के एक होटल में खाना खाने के लिए गाड़ी रोकी थी, इसी दौरान कुछ लोगों ने EVM देख ली. एडीएम के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है, दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उधर, इस मामले में जिला अधिकारी का कहना है कि यह चुनाव सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन है. शामली पुलिस ने भी इस घटना के ट्विटर पर वायरल हुए एक वीडियो पर रिप्लाई करते हुए लिखा,'मामले के बारे में जैसे ही पता लगा, मौके पर तत्काल पुलिस बल के साथ जाकर एसडीएम द्वारा जांच की गई. जांच में पाया गया कि ये EVM एक रिजर्व EVM है. शिकायतकर्ताओं को संतुष्ट कर दिया गया है. आवश्यक कार्यवाही की जा रही है.'
सबसे ज्यादा मतदान कैराना में हुआ
गुरूवार, 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर वोटिंग हुई. ये जिले हैं शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा. चुनाव आयोग के मुताबिक शाम 6 बजे तक सभी जिलों में 60.17 पर्सेंट मतदान रिकॉर्ड किया गया. पहले चरण की वोटिंग में सबसे ज्यादा मतदान कैराना में हुआ. चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कैराना में 75.12 प्रतिशत मतदान हुआ. आयोग के मुताबिक सबसे कम 45 फीसदी मतदान गाजियाबाद जिले की साहिबाबाद सीट पर हुआ.वीडियो देखें | UP चुनाव: गुर्जर मुस्लिम और गुर्जर हिंदू आमने-सामने, बताया कैराना में पलायन चलेगा या विकास?
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