तमिलनाडु: NEET एग्जाम में फेल होने के डर से लड़के ने किया सुसाइड

04:13 PM Sep 12, 2021 |
Advertisement

तमिलनाडु का एक जिला है सालेम. यहां शनिवार 11 सितंबर की रात एक 19 साल के लड़के ने सुसाइड कर लिया. वजह- NEET एक्जाम में फेल होने का डर. दो बार पहले वो NEET परीक्षा दे चुका था, लेकिन असफल रहा था. इस बार भी उसे डर था कि वो कहीं फेल ना हो जाए. रविवार 12 सितंबर को एक्जाम से पहले ही उसने सुसाइड कर लिया. अब तमिलनाडु सरकार NEET के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव लाने की तैयारी में है.

Advertisement

क्या है पूरा मामला?

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक मृतक छात्र का नाम धनुष था. धनुष का एक ही सपना था. डॉक्टर बनना. लेकिन दो बार NEET में पास नहीं हो पाने के कारण उसे अपना सपना टूटता दिखाई दे रहा था. इस बार उसे तीसरी बार NEET का सामना करना था.

शनिवार 11 सितंबर की रात उसने अपने परिवार वालों से कहा कि वो पढ़ाई करने के लिए अपने कमरे में जा रहा है और उसे डिस्टर्ब नहीं किया जाए. परिवार वालों ने ऐसा ही किया, लेकिन रविवार की सुबह जब दरवाजा नहीं खुला तो उन्हें डर लगा. परिवार के लोगों ने दरवाजा तोड़ा और उसे मृत पाया. धनुष का एक भाई है. नाम है निशांत. निशांत ने कहा कि धनुष के 10वीं और 12वीं में अच्छे नंबर आए थे.

हालांकि वो NEET परीक्षा में भी अच्छे नंबर चाहता था. उसने दो बार पहले एक्जाम दिया भी था लेकिन वह सफल नहीं हो पाया था. निशांत इंजीनियरिंग कर रहा है. 'द न्यू इंडियन एक्सप्रेस' से बातचीत में निशांत ने कहा कि धनुष बेहद गंभीरता से NEET की तैयारी कर रहा था. हाल के दिनों में उसे डर लगने लगा था कि वह पास हो पाएगा या नहीं लेकिन हम सब लोग उसे समझाते थे. शनिवार रात भी सबने उसका हौसला बढ़ाया था.

तमिलनाडु विधानसभा में आएगा प्रस्ताव

इस मामले में पुलिस के एक केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. धनुष के परिवार ने राज्य सरकार से NEET परीक्षा रद्द करने की मांग की है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि वो इस दुखद घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हैं. उन्होंने कहा कि सोमवार 13 सितंबर को तमिलनाडु विधानसभा में NEET परीक्षा से स्थाई छूट संबंधी प्रस्ताव पास किया जाएगा. राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि NEET के खिलाफ कानूनी लड़ाई जारी रहेगी.

https://twitter.com/mkstalin/status/1436970351301316611

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य स्वास्थ्य मंत्री एमए सुब्रमनियम और स्कूल एजुकेशन मिनिस्टर अनबिल महेश प्यामोझी ने पत्रकारों से बात की. सुब्रमनियम ने कहा कि राज्य सरकार NEET से छूट पाने के लिए सभी राजनीतिक और कानूनी विकल्प तलाश रही है. राज्य सरकार छात्रों के डॉक्टर बनने के सपने की रक्षा करेगी जैसा DMK ने अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया था.

आपको बता दें कि मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए एक परीक्षा देनी होती है जिसे NEET (National Eligibility cum Entrance Test) कहा जाता है. पिछले साल 2020 में भी सितंबर के महीने में NEET की परीक्षा हुई थी. 2020 में तमिलनाडु की रहने वाली एक छात्रा ने सुसाइड कर लिया था. उसे डर था कि वो फेल हो जाएगी.

जानकारी के मुताबिक इस साल NEET परीक्षा के लिए करीब 16 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी सीबीएसई की मदद से इसका आयोजन कर रही है. NEET UG परीक्षा के लिए भारत के 202 शहरों में 3800 से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. परीक्षा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन किया जाएगा.


वीडियो- NBE ने NEET SS 2021 एंट्रेंस एग्जाम का पैटर्न बदला, ट्विटर पर बवाल हो गया

Advertisement
Next