महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख गिरफ्तार, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED की बड़ी कार्रवाई

09:00 AM Nov 02, 2021 |
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महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को ईडी (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी की ये बड़ी कार्रवाई वसूली मामले में हुई है. गिरफ्तार किए जाने से पहले देशमुख से 12 घंटे की लंबी पूछताछ की गई. ईडी ने पाया कि देशमुख की तरफ से किसी भी सवाल पर संतोषजनक जवाब नहीं दिए गए हैं. ऐसे में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

आधी रात को हुई गिरफ्तारी

अनिल देशमुख सोमवार 1 नवंबर को सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर पूछताछ के लिए खुद ईडी दफ्तर पहुंचे थे. इससे पहले कई बार उन्हें ईडी द्वारा समन भेजा गया था, लेकिन वे पूछताछ में शामिल नहीं हुए. 1 नवंबर को ईडी ने पूरे 12 घंटे तक देशमुख से सवाल-जवाब किए. ईडी ने स्पष्ट कहा है कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री ने जांच में सहयोग नहीं किया. आजतक के मुताबिक, गिरफ्तारी से पहले अनिल देशमुख का बयान दर्ज किया गया. उन तमाम आरोपियों के बयान भी देशमुख के सामने रखे गए थे जो इस अपराध में कथित तौर पर सक्रिय रूप से शामिल थे. लेकिन देशमुख स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए. वे सिर्फ आरोपों का खंडन करते रहे. इसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ से पहले जारी किए वीडियो

अनिल देशमुख ने पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस पहुंचने से पहले अपनी बेगुनाही का दावा करते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किए. उन्होंने हिंदी और मराठी में वीडियो जारी करते हुए बताया कि किस तरह से वो लगातार जांच में सहयोग कर रहे हैं और उन पर आरोप लगाने वाला ही गायब है. उन्होंने वीडियो में कहा कि,
"बीच में ईडी के जो समन आए थे, उसके बारे में मीडिया में गलत जानकारी दी गई कि मैं सहयोग नहीं कर रहा. ऐसा नहीं है. ईडी का जब भी समन आया तो हमने एजेंसी को बताया कि केस हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. हाई कोर्ट का नतीजा आने के बाद मैं खुद ऑफिस आ जाऊंगा. लेकिन वो समन भेजते रहे. ईडी के अधिकारियों ने जब हमारे घर पर छापे मारे, तब भी मैंने और मेरे परिवार ने इसमें सहयोग किया. मैंने पूरा दिन घर में रहकर ईडी अधिकारियों को जानकारी दी. सीबीआई के दफ्तर में भी मैं दो बार होकर आया. मेरा केस सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है. उसका नतीजा आने में थोड़ा वक्त लगेगा. ऐसे में मैं सोमवार को खुद ईडी ऑफिस आया हूं. मेरे ऊपर मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने आरोप लगाए हैं लेकिन वो परमबीर सिंह आज कहां हैं? "

पूरा मामला क्या है?

फरवरी 2021, भारत के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक भरी कार मिलने से देशभर में खलबली मच गई थी. जांच के बाद इस मामले में एक पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की गिरफ्तारी हुई. इसके बाद मुंबई के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर भी सवाल उठाए जाने लगे. मार्च 2021 में परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस के कमिश्नर पद से हटा दिया गया. उन्हें होमगार्ड का डीजी बना दिया गया. इसके बाद परमबीर सिंह की एक चिट्ठी सामने आई, जो उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे को लिखी थी. इस चिट्ठी में उन्होंने आरोप लगाए थे कि अनिल देशमुख ने गृहमंत्री रहते हर महीने सचिन वाझे से 100 करोड़ रुपये देने की मांग की थी. देशमुख पर ये भी आरोप लगा कि वो पुलिस अधिकारियों की ट्रांसफर और पोस्टिंग के एवज में पैसा लेते हैं. देशमुख ने आरोपों को खारिज किया और परमबीर सिंह को सचिन वाझे का करीबी करार दिया. उन्होंने इन आरोपों को प्रदेश में सरकार चला रहे महा विकास अघाड़ी गठबंधन को बदनाम करने की साजिश करार दिया. इधर परमबीर सिंह पिछले कई महीनों से लापता हैं. राष्ट्रीय जांच एजेंसियां पूछताछ के लिए परमबीर सिंह को कई बार बुला चुकी है, लेकिन वह अब तक पेश नहीं हुए हैं. मई 2021 से ही वह स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर छुट्टी पर हैं. कांग्रेस के नेता संजय निरुपम ने 30 अक्टूबर को ट्वीट करके आरोप लगाया कि परमबीर सिंह तो देश छोड़कर बेल्जियम चले गए हैं. शनिवार को ही मुंबई के किला कोर्ट ने परमबीर सिंह के खिलाफ गैर-जमानती वॉरेंट जारी कर दिया.

ईडी को क्या सबूत मिले हैं?

पहले इस मामले की जांच सीबीआई कर रही थी. लेकिन बाद में जब मनी लॉन्ड्रिंग का एंगल सामने आया, तो ईडी ने भी जांच शुरू कर दी. ईडी ने अपनी जांच में दावा किया है कि मुकेश अंबानी के घर के सामने विस्फोटक रखने के आरोपी पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने कई आर्केस्ट्रा बार से 4.70 करोड़ रुपये वसूले थे. बाद में यही रुपये देशमुख को दिए गए. ईडी ने अपनी जांच के आधार पर ये भी दावा किया है कि अनिल देशमुख के परिवार द्वारा श्री साई शिक्षा संस्थान नाम से एक चैरिटेबल ट्रस्ट चलाया जाता है. उस ट्रस्ट में भी दिल्ली की फर्जी कंपनियों के जरिए 4.18 करोड़ रुपये डाले गए थे. इन्हीं सब पहलुओं  पर देशमुख से 12 घंटे के अंदर सवाल जवाब किए गए.
  वीडियो - पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने पहले आरोप लगाए, अब गृहमंत्री अनिल देशमुख ने जवाब दे दिया!
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