मामला क्या है?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में नवाशहर जिले के राहों पुलिस स्टेशन में एक FIR दर्ज कराई गई थी. कहा गया कि पंजाब में अवैध रूप से रेत खनन का काम किया जा रहा है. जांच के दौरान एक कंपनी प्रोवाइडर्स ओवरसीज सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (POSPL) का नाम सामने आया. इसी कंपनी के तीन डायरेक्टरों में से एक हैं भूपिंदर सिंह हनी. ED के एक सीनियर अधिकारी ने अखबार को बताया कि इसी सिलसिले में हनी को पूछताछ के लिए जालंधर बुलाया गया था. वहां घंटों चली पूछताछ के बाद उन्हें अरेस्ट कर लिया गया. उन पर धन शोधन निवारण अधिनियम की कई धाराओं के तहत भी आरोप लगाए गए हैं. खबरों के मुताबिक ED खान और खनिज (विकास का विनियमन) अधिनियम की धाराओं के तहत भी मामले की जांच कर रही है. इंडिया टुडे से जुड़े मनीष पांडेकी रिपोर्ट के मुताबिक बीते महीने ED ने इस केस की जांच के दौरान 10 करोड़ रुपये रिकवर किए थे. बताया गया कि इनमें से करीब आठ करोड़ रुपये का संबंध भूपिंदर सिंह हनी के ठिकानों से है. इसके लिए उनके मोहाली, लुधियाना, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब और पठानकोट स्थित घरों में छापेमारी की गई थी. बाकी दो करोड़ रुपये एक और आरोपी संदीप सिंह के घर से रिकवर किए गए थे. रिपोर्ट के मुताबिक छापेमारी में हनी के ठिकानों से 21 लाख रुपये का सोना, कई मोबाइल फोन और 12 लाख रुपये की रॉलेक्स घड़ी भी बरामद की गई थी. साथ ही रेत खनन के व्यापार और प्रॉपर्टी ट्रांजैक्शन से जुड़े दस्तावेज भी मिले थे. ED ने इन सब चीजों को सीज कर दिया था.अभी तक क्या पता चला है?
मामले की अभी तक की जांच से पता चला है कि भूपिंदर सिंह, कुदरतदीप सिंह और संदीप कुमार POSPL के डायरेक्टर हैं. POSPL की शुरुआत अक्टूबर 2018 में की गई थी. कुछ महीने बाद ही कंपनी पर इललीगल सैंड माइनिंग करने का आरोप लग गया. तब कुदरतदीप सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी. बाद में तीनों निदेशकों पर अवैध रेत खनन के एक रैकेट से जुड़े होने का आरोप लगा. ED को शक है कि अवैध रेत खनन के कारोबार के लिए शेल कंपनीज के जरिये हवाला का काम किया जा रहा था. उसका कहना है कि रेत खनन के कॉन्ट्रैक्ट के लिए ब्लैक मनी का निवेश हो रहा था. जांच एजेंसी के मुताबिक POSPL एक बहुत छोटी कंपनी है. उसे करोड़ों के कॉन्ट्रैक्ट मिलने की संभावना नहीं दिखती. जबकि हुआ ऐसा ही. तीनों आरोपियों के अलावा ED पिंजोरे रॉयल्टी नाम की कंपनी के साझेदारों की भी जांच कर रही है. इनके नाम हैं सुनील कुमार जोशी, जगवीर इंदर सिंह, रणदीप सिंह और संदीप कुमार.विपक्ष के साथ अपनों ने भी घेरा
भतीजे की गिरफ्तारी की खबर आने के बाद विपक्ष कांग्रेस और सीएम चन्नी पर हमलावर हो गया. आजतक की खबर के मुताबिक अकाली दल के बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा,“चन्नी ने केवल चन्नी, हनी और मनी की परवाह की है. शुरू में मनी जब्त की गई, फिर हनी को गिरफ्तार किया गया और अब चन्नी की बारी है."अकाली नेता का कटाक्ष तो स्वाभाविक है. लेकिन इस मामले में सीएम चन्नी खुद अपने नेताओं के निशाने पर दिख रहे हैं. ये जगजाहिर है कि सीएम उम्मीदवारी को लेकर उनकी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की आपस में ठनी हुई है. ऐसे में भूपिंदर सिंह की गिरफ्तारी की खबर आई तो सिद्धू ने भी इशारों-इशारों में चन्नी पर सवाल खड़े कर दिए. एक कार्यक्रम के दौरान सिद्धू ने कहा कि जनता को सोच समझकर उसी व्यक्ति को सबसे ऊपर कुर्सी पर बैठाना चाहिए जिसके पास पंजाब के लिए एजेंडा है, रोडमैप है, ईमानदार सोच है. सिद्धू ने कहा कि अब ये जनता तय करे कि उसे एक ईमानदार आदमी चाहिए या फिर ऐसा आदमी चाहिए जिसका रेत माफिया के साथ संबंध हो. हालांकि जब उनसे सीएम चन्नी के भांजे की गिरफ्तारी को लेकर सवाल किया गया तो सिद्धू ने कोई जवाब नहीं दिया. बहरहाल, ताजा कार्रवाई के बाद भूपिंदर सिंह हनी को शुक्रवार 4 फरवरी को कोर्ट में पेश किया जाएगा. ईडी की कोशिश है कि उन्हें आगे की जांच के लिए कस्टडी में लिया जाए.
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