विवाद पर बोले नाना पाटेकर
आजतक से बातचीत करते हुए एक्टर नाना पाटेकर ने 'द कश्मीर फाइल्स' विवाद पर कहा कि बेवजह का बखेड़ा खड़ा करना सही नहीं है. उन्होंने कहा,"भारत के हिंदू और मुसलमान यहां के रहने वाले हैं. दोनों के लिए अमन-शांति से रहना जरूरी है. दोनों समुदायों को एक-दूसरे की जरूरत है. दोनों ही एक-दूसरे के बगैर रह नहीं सकते हैं. किसी एक फिल्म की वजह से ऐसा विवाद खड़ा होना ठीक नहीं. सब लोग अमन शांति से जब रह रहे हैं, तो ऐसे बखेड़ा खड़ा करना ठीक नहीं. जो ऐसा कर रहे हैं, उनसे जवाब मांगना चाहिए. फिल्म देखने के बाद समाज के दो टुकड़े हो जाएंगे. समाज में दरारें डालना ठीक नहीं."फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' में अनुपम खेर, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी, मिथुन चक्रवर्ती संग अन्य एक्टर्स ने काम किया है. सोशल मीडिया पर ऐसे तमाम वीडिया सामने आए हैं, जिनमें फिल्म देखने गए दर्शक विवादित बयान दे रहे हैं. ऐसे में फिल्म की वजह से समाज में तनाव पैदा होने की बातें सामने आ रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली में डीसीपी रैंक के अधिकारियों को उन इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए भी कहा गया है, जहां अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं. इस बीच फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री को केंद्र सरकार ने वाय-कैटेगरी की सुरक्षा भी दी है.
राजनीतिक रिएक्शन
फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' की पीएम नरेंद्र मोदी तारीफ कर चुके हैं. उन्होंने कश्मीर फाइल्स की तारीफ करते हुए कहा कि इन दिनों इस फिल्म की चर्चा हर ओर हो रही है. पीएम ने ये भी कहा था कि एक 'जमात' इस फिल्म के रिलीज होने से बौखला गई है. वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने फिल्म देखने के बाद कहा,"जो लोग आज 'द कश्मीर फाइल्स' को बैन करने की बात कर रहे हैं, वो देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. इसे गांव की चौपाल तक दिखाना चाहिए. मैं आज कह रहा हूं कि आज ममता बनर्जी का वही रोल है, जो कभी कश्मीर में राजनेताओं का था."वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस मूवी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. सीएम बघेल ने फिल्म देखने के बाद आरोप लगाया है कि भाजपा के सहयोग से चलने वाली केंद्र सरकार ने उस वक्त नरसंहार को रोकने की कोशिश नहीं की थी. बघेल ने कहा,
"सामने कोई खड़ा है तो वो पलायन कर जाते हैं, सामना नहीं करते. इसलिए हम ये पिक्चर देखे हैं, देखने के बाद बता रहे हैं कि ये पिक्चर आधी-अधूरी है. पूरा सच नहीं बताया गया है और समाधान कुछ नहीं है. ऐसी पिक्चर जिसमें समाधान नहीं है, उस दिशा में कोई प्रयास नहीं है, कोई संदेश देने की कोशिश नहीं की. केवल हिंसा दिखाने की कोशिश की है. मैं नहीं समझता इसका कोई औचित्य है."
वीडियो:‘द कश्मीर फाइल्स’ को देश के कई राज्यों में टैक्स फ्री घोषित किया गया है, समझिए पूरा गणित
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