बजट 2022 को लेकर शेयर हुए लोटपोट कर देने वाले मीम्स, आपने देखे?

06:00 PM Feb 01, 2022 |
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देश का बजट आ गया. और परंपरा के मुताबिक सोशल मीडिया पर रिएक्शंस का सिलसिला शुरू हो गया. बजट में क्या था, बजट कैसा लगा, बजट में क्या हो सकता था, हर तरह के रिएक्शंस आए. बेसिकली तीन तरीके के रिएक्शंस हमें दिखे. पहला-‘हो गई तेरी बल्ले बल्ले' वाले जिनमें बजट को खूब सराहा गया. दूसरे ‘लुट गए, हां लुट गए’ टाइप सैड सॉन्ग गाने वाले जो इसकी खामियां बताते मिले. फिर आते हैं तीसरे तरह के रिएक्शंस जिनका ‘कोई फरक नहीं अलबत्ता’ राग चलता है. यानी मीमबाज. तो चलिए देखते हैं, किसने क्या कहा.

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# हो गई तेरी बल्ले बल्ले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर वह लाइव आए, और बजट को लेकर कहा,
ये बजट मोर इंफ्रास्ट्रक्चर, मोर इंवेस्टमेंट, मोर ग्रोथ और मोर जॉब्स की संभावनाओं से भरा हुआ है. ग्रीन जॉब्स का क्षेत्र भी खुला है. ये बजट तत्कालीन आवश्यकताओं का भी समाधान करता है और देश के युवाओं का उज्ज्वल भविष्य भी सुनिश्चित करता है. जीवन के हर क्षेत्र में आधुनिकता आए, जैसे किसान ड्रोन, वंदे भारत ट्रेन हो, डिजिटल करेंसी हो, बैंकिंग के क्षेत्र में डिजिटल यूनिट्स हो, 5G सर्विसेज़ का रोल आउट हो. इनका लाभ हमारे युवा, मध्यम वर्ग, गरीब-दलित-पिछड़े, इन सभी वर्गों को मिलेगा.
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर पर वीडियो रिलीज़ कर कहा,
बजट में जो महत्वपूर्ण प्रावधान है, खासतौर पर MSP के लिए. किसानों की आय को दुगुना करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए. यह किसानों की वर्षों से चली आ रही मांग को पूरा करता है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कू पर लिखा,
मैं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई देता हूं. यह नए और समृद्ध, शक्तिशाली व विकसित भारत का बजट है. अधोसंरचना विकास के लिए 35% से ज्यादा राशि बजट पर बढ़ाई गई है. इससे अधोसंरचना के विकास के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे.
 
आनंद महिंद्रा ने बजट पर ट्वीट किया,
संक्षिप्तता हमेशा एक गुण रहा है. निर्मला सीतारमण का सबसे छोटा बजट एड्रेस उनका सबसे प्रभावशाली साबित हो सकता है.
  अब आते हैं दूसरे पक्ष पर. # लुट गए, हां लुट गए  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को टारगेट करते हुए ट्वीट किया,
मोदी सरकार का ज़ीरो सम बजट. सैलरीड क्लास, मिडिल क्लास, गरीब और पिछड़े, युवा, किसान, और MSME – किसी के लिए कुछ भी नहीं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी निराशा जताते हुए लिखा,
कोरोना काल में लोगों को बजट से बहुत उम्मीद थी. बजट ने लोगों को मायूस किया. आम जनता के लिए बजट में कुछ नहीं है. महंगाई कम करने के लिए कुछ नहीं.
वहीं, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ANI से कहा,
ये बजट दिशाहीन है. इसके पास किसानों, महिलाओं और युवाओं को ऑफर करने के लिए कुछ नहीं. ये बजट किसानों की आय दुगुनी करने और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के बारे में कुछ नहीं कहता.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया,
बजट में आम आदमी के लिए कुछ नहीं, जिन्हें पहले से महंगाई और बेरोजगारी से कुचला जा रहा है. सरकार बस बड़े शब्दों में खोई हुई है जिनका कोई अर्थ नहीं. अ पेगासस स्पिन बजट.

BUDGET HAS ZERO FOR COMMON PEOPLE, WHO ARE GETTING CRUSHED BY UNEMPLOYMENT & INFLATION. GOVT IS LOST IN BIG WORDS SIGNIFYING NOTHING - A PEGASUS SPIN BUDGET

— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 1, 2022
इंटरनेट पर बजट के प्रो और कॉन गिनाने के बाद एंट्री होती है तीसरे किस्म के प्लेयर्स की, जिनका मंत्र है मीम बनवानू, खूब हंसानु, मज्जा नी लाइफ (सॉरी फॉर द पीजे). # कोई फरक नहीं अलबत्ता Trendulkar नाम के ट्विटर अकाउंट ने जेठालाल की फोटो शेयर कर लिखा,
मिडल क्लास सिर्फ इनकम टैक्स स्लैब अनाउंसमेंट के लिए बजट देखते हुए.
Sagarcasm नाम के ट्विटर हैंडल से Flying Beast यूट्यूब चैनल के एक थंब इमेज शेयर की गई, जहां लिखा था कि 6 लाख का फ्रॉड हो गया मेरे साथ. साथ में कैप्शन,
क्रिप्टो इंवेस्टर्स बजट देखने के बाद.
एक यूज़र ने फिर हेरा फेरी से दो मीम्स शेयर किये, साथ में लिखा – क्रिप्टो से होने वाले मुनाफे पर 30% टैक्स. फिर हेरा फेरी के और भी मीम्स को जगह मिली, जैसे सरकार टैक्स देने वाले मिडल क्लास से कहती हुई कि तू जा ये स्कीम तेरे लिए नहीं है. एक यूज़र ने शार्क टैंक इंडिया से एक मेमे शेयर कर लिखा,
जब वित्तमंत्री अनाउंसमेंट से पहले इनकम टैक्स देने वालों का शुक्रिया करें.
किसी ने बजट को इकॉनमी फ़्रेंडली बताया, तो किसी ने उस पर दिशाहीन का ठप्पा लगा दिया. सोशल मीडिया पर जानकारी लेकर ओपिनियन बनाने से बेहतर है कि आप खुद बारीकी से इसका विश्लेषण करें, और समझें कि कौन से फैसले आपके लिए फायदेमंद हैं और कौन से हानिकारक.
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