देश का बजट आ गया. और परंपरा के मुताबिक सोशल मीडिया पर रिएक्शंस का सिलसिला शुरू हो गया. बजट में क्या था, बजट कैसा लगा, बजट में क्या हो सकता था, हर तरह के रिएक्शंस आए. बेसिकली तीन तरीके के रिएक्शंस हमें दिखे. पहला-‘हो गई तेरी बल्ले बल्ले' वाले जिनमें बजट को खूब सराहा गया. दूसरे ‘लुट गए, हां लुट गए’ टाइप सैड सॉन्ग गाने वाले जो इसकी खामियां बताते मिले. फिर आते हैं तीसरे तरह के रिएक्शंस जिनका ‘कोई फरक नहीं अलबत्ता’ राग चलता है. यानी मीमबाज. तो चलिए देखते हैं, किसने क्या कहा.
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# हो गई तेरी बल्ले बल्ले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर वह लाइव आए, और बजट को लेकर कहा,
ये बजट मोर इंफ्रास्ट्रक्चर, मोर इंवेस्टमेंट, मोर ग्रोथ और मोर जॉब्स की संभावनाओं से भरा हुआ है. ग्रीन जॉब्स का क्षेत्र भी खुला है. ये बजट तत्कालीन आवश्यकताओं का भी समाधान करता है और देश के युवाओं का उज्ज्वल भविष्य भी सुनिश्चित करता है. जीवन के हर क्षेत्र में आधुनिकता आए, जैसे किसान ड्रोन, वंदे भारत ट्रेन हो, डिजिटल करेंसी हो, बैंकिंग के क्षेत्र में डिजिटल यूनिट्स हो, 5G सर्विसेज़ का रोल आउट हो. इनका लाभ हमारे युवा, मध्यम वर्ग, गरीब-दलित-पिछड़े, इन सभी वर्गों को मिलेगा.
बजट में जो महत्वपूर्ण प्रावधान है, खासतौर पर MSP के लिए. किसानों की आय को दुगुना करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए. यह किसानों की वर्षों से चली आ रही मांग को पूरा करता है.
मैं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई देता हूं. यह नए और समृद्ध, शक्तिशाली व विकसित भारत का बजट है. अधोसंरचना विकास के लिए 35% से ज्यादा राशि बजट पर बढ़ाई गई है. इससे अधोसंरचना के विकास के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे.
Koo Appमैं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई देता हूं। यह नये और समृद्ध, शक्तिशाली व विकसित भारत का बजट है। अधोसंरचना विकास के लिए 35% से ज्यादा राशि बजट पर बढ़ाई गई है। इससे अधोसंरचना के विकास के साथ-साथ रोजगार के नये अवसर भी सृजित होंगे। #AatmaNirbharBharatKaBudget - Shivraj Singh Chouhan (@chouhanshivraj) 1 Feb 2022
आनंद महिंद्रा ने बजट पर ट्वीट किया,
संक्षिप्तता हमेशा एक गुण रहा है. निर्मला सीतारमण का सबसे छोटा बजट एड्रेस उनका सबसे प्रभावशाली साबित हो सकता है.
मोदी सरकार का ज़ीरो सम बजट. सैलरीड क्लास, मिडिल क्लास, गरीब और पिछड़े, युवा, किसान, और MSME – किसी के लिए कुछ भी नहीं.
कोरोना काल में लोगों को बजट से बहुत उम्मीद थी. बजट ने लोगों को मायूस किया. आम जनता के लिए बजट में कुछ नहीं है. महंगाई कम करने के लिए कुछ नहीं.
ये बजट दिशाहीन है. इसके पास किसानों, महिलाओं और युवाओं को ऑफर करने के लिए कुछ नहीं. ये बजट किसानों की आय दुगुनी करने और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के बारे में कुछ नहीं कहता.
बजट में आम आदमी के लिए कुछ नहीं, जिन्हें पहले से महंगाई और बेरोजगारी से कुचला जा रहा है. सरकार बस बड़े शब्दों में खोई हुई है जिनका कोई अर्थ नहीं. अ पेगासस स्पिन बजट.इंटरनेट पर बजट के प्रो और कॉन गिनाने के बाद एंट्री होती है तीसरे किस्म के प्लेयर्स की, जिनका मंत्र है मीम बनवानू, खूब हंसानु, मज्जा नी लाइफ (सॉरी फॉर द पीजे). # कोई फरक नहीं अलबत्ता Trendulkar नाम के ट्विटर अकाउंट ने जेठालाल की फोटो शेयर कर लिखा,BUDGET HAS ZERO FOR COMMON PEOPLE, WHO ARE GETTING CRUSHED BY UNEMPLOYMENT & INFLATION. GOVT IS LOST IN BIG WORDS SIGNIFYING NOTHING - A PEGASUS SPIN BUDGET
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 1, 2022
मिडल क्लास सिर्फ इनकम टैक्स स्लैब अनाउंसमेंट के लिए बजट देखते हुए.
क्रिप्टो इंवेस्टर्स बजट देखने के बाद.
जब वित्तमंत्री अनाउंसमेंट से पहले इनकम टैक्स देने वालों का शुक्रिया करें.
वीडियो: कैसी है देश की आर्थिक सेहत, क्या आपकी माली हालत भी सुधरेगी?