" मैं एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में बड़ी हुई जिसमें आपके शरीर के हर अंग को करीब से देखा जाता है. मेरा शेप क्या है, मेरी बॉडी की मेज़रमेंट क्या है. 20s के दौर में मुझे भरोसा था कि ये नॉर्मल है. हर युवा की तरह मुझे लगता कि सुंदरता की परिभाषा वही है जो हमारे लिए तय की गई है. जबकि वो बिलकुल नकली है- फोटोशॉप किया हुआ चेहरा, परफेक्ट बाल. मैं सब मानती गई, कभी एक मिनट रुककर सोचा भी नहीं कि मैं अपने शरीर के साथ क्या कर रही हूं. फिर मेरे पिता की मौत हुई और मैं बहुत उदासी भरे दौर में आ गई. मैंने पाया कि अपने मन का खाना खाना सुकून देता है. 30 की उम्र के बाद मेरा शरीर बदल गया. लोगों ने कहा तुम मोटी हो गई हो, बूढ़ी हो रही हो. लेकिन मैंने अपने मन का ही किया, चाहे रात 1 बजे पिज़्ज़ा खाना हो."आप शायद गेस करने की कोशिश कर रहे हों कि ये शब्द किसके हैं. ये शब्द हैं प्रियंका चोपड़ा के. वही प्रियंका चोपड़ा जो देश की सबसे सक्सेसफुल महिलाओं में से एक हैं. जिन्हें इंडिया तो क्या, इंडिया के बाहर भी किसी परिचय की ज़रुरत नहीं है. आम लोगों का वज़न घटता-बढ़ता है तो 2-4 लोग रिएक्शन दे देते हैं. लेकिन एक व्यक्ति जो एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में है, उसकी सफलता ही उसकी बॉडी से मानी जाती है.
बॉडी इमेज इशूज के स्ट्रगल
अगर आप अपने वज़न या बॉडी इमेज इशूज के साथ स्ट्रगल कर रही हैं तो आप अकेली नहीं हैं. ऐसी करोड़ों लड़कियां हैं जो जीवन के किसी न किसी पड़ाव पर, किसी न किसी उम्र में इस दौर से गुज़रती हैं. आज मैं आपके लिए ऐसे ही कुछ अनुभव लेकर आई हूं. वो भी उन लड़कियों के, जिन्हें लुक्स के हर एंगल से परफेक्ट माना जाता है. Advertisement
एक पूर्व निर्धारित बॉडी टाइप को लड़कियों के लिए सुंदरता का मानक तय कर दिया जाता है
'बिलकुल हिरोइन लग रही हो.' कभी कहीं जाने के लिए तैयार हुई हों और इस तरह की टिप्पणी न सुनी हो, ऐसा नहीं हो सकता. क्यों? क्योंकि हिरोइनों को ही सुंदरता का पैरामीटर माना जाता है. वो ही आपको फैशन मैगजीन्स के कवर पर दिखेंगी. वो जो पहन लेंगी वो ही ट्रेंड बन जाएगा. वो जिस ब्रांड का ऐड करेंगी, ज़ाहिर है वो ज्यादा बिकेगा. वो जिस डिज़ाइनर को पहनेंगी वो फेमस हो जाएगा. एंटरटेनमेंट साइट्स उनके एअरपोर्ट और जिम लुक्स छापते हैं. हेल्थ साइट्स उनकी डाइट छपती हैं, उनके वर्कआउट रूटीन छापती हैं. इसलिए क्योंकि ये एक्ट्रेसेज इतना परफेक्ट कैसे दिख लेती हैं, ये जानने की चाहत होती है हमारे अंदर. हम उनसे सीखना चाहते हैं, उन्हें कॉपी करना चाहते हैं. लेकिन क्या हम कभी ये सोच पाते हैं कि ये एक्ट्रेस जिस दिन परफेक्ट नहीं दिख पातीं उस दिन किस तरह के मेंटल प्रेशर से गुज़रती हैं. और अब सोशल मीडिया के दौर में ये प्रेशर ज्यादा है क्योंकि आप नहीं जानते कि कब और कहां कोई आपकी तस्वीर उतार रहा है. और उसपर कौन किस तरह का कमेंट करने वाला है. लेकिन इसी सोशल मीडिया का एक फायदा ये भी है कि अब एक्ट्रेसेज खुलकर तमाम इशूज पर बात भी करने लगी हैं.
बॉलीवुड एक्ट्रेसेस की बॉडी शेमींग पर बात
सबसे पहले बात करते हैं विद्या बालन की. जिनके खाते में 1 नेशनल अवार्ड और 6 फिल्मफेयर हैं. मगर ये लोगों के लिए काफी नहीं है. साल 2017 की बात है. सलमान बिग बॉस के सेट्स पर टाइगर जिंदा है फिल्म प्रमोट कर रहे थे. किसी ने खेल-खेल में कटरीना का स्केच बनाया. सलमान ने स्केच देखकर मज़ाक करते हुए कहा, ये कटरीना कम, विद्या बालन ज्यादा लग रही है. ज़ाहिर सी बात है ये बात कटरीना और विद्या की बॉडीज के बीच से फर्क को देखकर कही गई. और यहां विद्या का नाम किसी तारीफ के लिए तो नहीं ही लिया गया.एक बार विद्या ने कहा था,
"मेरा वज़न राष्ट्रीय मसला बन गया है"तमाम लुक्स और कैरेक्टर्स में एक्सपेरिमेंट करने के बाद विद्या ने एक इंटरव्यू में कहा था,
बॉडी टाइप पर पूछे जाने वाले सवालों का करारा जवाब देती हैं विद्या बालन
"मुझे हॉर्मोनल इशूज रहे हैं. मैं हमेशा एक मोटी लड़की रही हूं. ये मेरे लिए कोई गाली नहीं है. हॉर्मोन के उतार चढ़ाव के साथ वेट का फ्लकचुएट होना नॉर्मल है."2019 में विद्या एक बॉडी पॉजिटिविटी कैंपेन का हिस्सा भी बनीं. रिपोर्टर्स ने जब भी उनके वज़न को लेकर सवाल किया, उन्होंने हमेशा दो टूक जवाब दिया.
जब लोग सोनाक्षी को 'मोटाक्षी सिन्हा' बुलाने लगें
इसी लीग में सोनाक्षी सिन्हा हैं. विद्या की तरह जिनके रोल्स टाइपकास्ट हो गए. जिन्हें ग्लैमरस की श्रेणी में नहीं आने दिया गया क्योंकि उनका वज़न तय मानकों के हिसाब से ज्यादा था. 2019 में सोनाक्षी ने अपने इन्स्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने कहा-," 'काऊ ऑन द कैटवॉक, आंटीजी, मोटी, हाथी, मोटाक्षी सिन्हा, खुद क्यों नहीं हो जातीं खामोश, जरा सोचिए सोशल मीडिया पर आपको ये सब कहा जा रहा है क्योंकि आपने अपना पसंदीदा एक पोस्ट शेयर किया है. इन्हें ट्रोल्स कहते हैं, इनके पास दूसरों को जज करने का ढ़ेर सारा वक्त होता है और काम कम होता है. वो कुछ भी बोलेंगे. कभी हमें गुस्सा आता है, हर्ट होते हैं लेकिन अब हम हंसने लग जाते हैं. "सोनाक्षी तब से ट्रोल हो रही हैं, जब से उन्होंने इंडस्ट्री में एंट्री की है. जिसके लिए सोनाक्षी ने पहले ही 30 किलो वज़न घटाया था. लेकिन वो भी पूरा नहीं पड़ा क्योंकि इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड्स इससे भी ज्यादा हैं. हाल ही में हम कुरैशी ने भी अपनी एक तस्वीर डाली जिसमें वो योग कर रही थीं. लोगों ने सलाह दी कि केवल योग से उनका वजन कम नहीं होगा. उन्हें जिम में पसीना बहाना होगा.
ऐश्वर्या पोस्ट प्रेग्नेंसी बॉडी के लिए हुई थी ट्रोल
कई साल पहले जाएं तो ऐश्वर्या जैसे मेगा स्टार भी इससे नहीं बचीं. प्रेगनेंसी के बाद उनकी फोटोज खूब देखी गईं और ये माना गया कि मां बनते ही ऐश्वर्या का ग्लैमर ख़त्म हो गया है. ऐश्वर्या का हर साल का कान फिल्म फेस्टिवल लुक बहुत पॉपुलर होता है. ऐश्वर्या जब 2012 में अपनी डिलीवरी के बाद कान पहुंची तो दिखने में अपने 2011 के फिगर के मुकाबले डबल थीं. लेकिन ऐश कभी इसपर गर्म नहीं हुईं. और ग्रेसफुली इंडस्ट्री में कमबैक किया.ऐश्वर्या 2012 कान फेस्टिवल
कुछ दिनों पहले इलियाना डिक्रूज़ ने अपनी फोटो लगाई जिसमें उनकी जांघें दिख रही थीं और इंडस्ट्री की ज़रूरतों के हिसाब से टोंड नहीं थीं. ऐसा माना जाता है कि लड़कियों की जांघें शेप्ड होनी चाहिए. इलियाना ने माना कि पहले उन्होंने ऐसे एप्स का इस्तेमाल किया है जो बॉडी को टोंड दिखाते हैं, शरीर से चर्बी हटा देते हैं. उन्होंने लिखा - 'लेकिन अब नहीं. अब मैंने अपने शरीर को अपना लिया है और उससे प्यार करना सीख लिया है.'वहीं कल ऋचा चड्ढा ने इन्स्टाग्राम पर एक वीडियो लगाया है जिसमें वो कह रही हैं, कैमरा के सामने होना आसान नहीं होता. हां मैंने वेट लॉस किया है, वेट गेन भी किया है. लेकिन ये डिस्कशन का मसला नहीं होना चाहिए.
एक्ट्रेस की तस्वीर लगा कर 'मोटापा छुपाने वाली ड्रेस' बेच रहे थे, उसने पलट कर क्लास लगा दी