वो पांच महिलाएं कौन हैं जिन्होंने योगी सरकार में जगह बनाई है

11:19 PM Mar 25, 2022 |
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योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. 25 मार्च को CM के साथ-साथ Yogi Government 2.0 के मंत्रियों ने भी शपथ ली. कुल 52 मंत्रियों शपथ ली. इनमें से 18 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 20 राज्यमंत्री बनाए गए हैं. पांच महिलाओं ने भी योगी सरकार में मंत्री के तौर पर शपथ ली. इनमें बेबी रानी मौर्य, गुलाब देवी, प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी और विजय लक्ष्मी गौतम शामिल हैं. चलिए एक-एक करके जानते हैं उनके बारे में.

बेबी रानी मौर्य

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उत्तराखंड की राज्यपाल रह चुकीं बेबी रानी मौर्य को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. वो यूपी में भाजपा का बड़ा दलित चेहरा मानी जाती हैं. मौर्य उसी जाटव समाज से आती हैं, जिसका ताल्लुक बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती से है. इसीलिए कई मौकों पर उनकी तुलना मायावती से होती रही है. Baby Rani Maurya ने 1990 में बीजेपी जॉइन किया. साल 1995 में वो आगरा की मेयर बनीं. इस शहर की पहली महिला मेयर. साल 2000 से 2005 तक वो राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं.

गुलाब देवी

गुलाब देवी ने राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर शपथ ली. वो पांचवी बार विधानसभा पहुंची हैं. चंदौसी सीट से विधायक हैं. गुलाब देवी पिछली योगी सरकार में भी राज्यमंत्री थीं. 66 साल की गुलाब देवी पोस्ट ग्रेजुएट हैं. पेशे से शिक्षक रहीं गुलाब देवी चंदौसी के कन्या इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल भी रह चुकी हैं.

विजय लक्ष्मी गौतम

विजय लक्ष्मी गौतम ने योगी सरकार में राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है. सलेमपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक विजय लक्ष्मी गौतम देवरिया शहर की रहने वाली हैं. साल 2012 में भी Vijaya Laxmi Gautam सलेमपुर से ही भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं लेकिन वे चुनाव हार गई थीं. इसके बाद 2017 में वह सपा में शामिल हुईं. 2022 विधान सभा चुनाव में फिर से उन्होंनी पार्टी बदली और बीजेपी में शामिल हो गईं.

प्रतिभा शुक्ला

योगी सरकार में प्रतिभा शुक्ला ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है. Pratibha Shukla ने अकबरपुर-रनियां विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार जीत हासिल की है. कुछ महीने पहले प्रतिभा ने अपने ही पार्टी के सांसद देवेन्द्र सिंह भोले पर ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप लगाया था. इसे लेकर वह खूब चर्चा में रहीं.

अकबरपुर रनिया विधानसभा सीट को दलित बाहुल्य सीट माना जाता है. 2017 में भाजपा के ट‍िकट पर प्रत‍िमा शुक्‍ला मैदान में थीं. उन्होंने चुनाव से पहले ही बसपा छोड़कर भाजपा की सदस्‍यता ली थी. इस चुनाव में प्रत‍िमा ने 27 हजार वोटों के अंतर से सपा के नीरज स‍िंह को हराया था.

रजनी तिवारी

रजनी तिवारी योगी सरकार के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री बनाई गई हैं. रजनी तिवारी हरदोई की शाहाबाद विधानसभा से विधायक चुनी गई हैं. 2007 के चुनाव में उपेंद्र तिवारी शाहाबाद के विधायक चुने गए थे. 2008 में उनकी मौत के बाद बसपा ने उनकी पत्नी रजनी तिवारी को उपचुनाव लड़ाया. रजनी जीत गईं, 2012 में सपा की लहर में भी बसपा से चुनाव जीतीं.

2017 में बसपा से बीजेपी में शामिल हुईं. बसपा के कद्दावर नेता आसिफ खान बब्बू को हराया, फिर 2022 में फिर से आसिफ खान बब्बू को हराया, इस बार बब्बू सपा से चुनाव से लड़े थे. बीजेपी से दूसरी और कुल लगातार चौथी बार विधायक बन चुकी हैं. अब उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया है.

403 सीटों वाली यूपी विधानसभा में इस बार 44 महिलाएं विधायक के तौर पर चुनी गई हैं. इनमें से सबसे ज्यादा महिलाएं बीजेपी की हैं. इस चुनाव कांग्रेस ने 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' कैम्पेन के तहत 40 प्रतिशत महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था. हालांकि, उनमें से केवल एक महिला ही चुनाव जीत पाईं.
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