पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की जीत हुई. लेकिन नतीजों के बाद राज्य से हिंसा की ख़बरें भी आने लगी हैं. 3 मई को ख़ासा बवाल नंदीग्राम में हुआ. वही सीट, जहां से BJP के शुभेंदु अधिकारी के हाथों ममता बनर्जी की हार हुई है. यहां भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर में तोड़-फोड़ की गई. कथित तौर पर BJP दफ्तर में आग लगाने की भी कोशिश की गई. नंदीग्राम में तमाम दुकानों में भी तोड़-फोड़ हुई है, जिसके बाद यहां बाज़ार में तनाव है. BJP का आरोप है कि ये सब TMC कार्यकर्ता कर रहे हैं.
नंदीग्राम के अलावा साउथ परगना, नॉर्थ परगना, उल्टाडांगा और बर्धमान जैसे इलाकों से भी हिंसा की ख़बरें आ रही हैं. उल्टाडांगा और साउथ परगना में मारे गए व्यक्ति को BJP कार्यकर्ता बताया जा रहा है. आज तक की ख़बर के मुताबिक बंगाल चुनाव के नतीजे आने के बाद से अब तक अलग-अलग जगहों की हिंसा में 4 लोगों की मौत हो चुकी है. 3 मई की शाम बंगाल BJP अध्यक्ष दिलीप घोष इन तमाम हिंसा की घटनाओं को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपने वाले हैं.
इस बीच पत्रकार अभिजीत मजूमदार ने भी कुछ ट्वीट किए, जो कथित तौर पर चुनावी जीत के बाद उन्मादी TMC समर्थकों के हैं. लाउडस्पीकर पर गाना बज रहा है, जिसे 'खेला होबे' कहा जा रहा है और वीडियो में दिख रहे युवक घरों में घुसकर गुंडागर्दी कर रहे हैं.
इन घटनाओं पर ममता बनर्जी ने कहा –
“वो लोग (BJP) हिंसा की पुरानी घटनाओं के फोटो वापस सर्कुलेट कर रहे हैं. ये उनकी आदत है. मुझे किसी किस्म की हिंसा पसंद नहीं. इतनी बड़ी जीत हासिल करने के बाद भी हमने कोई सेलेब्रेशन नहीं किया.”
साथ ही ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि जीत के बाद अब उनकी प्राथमिकता कोविड-19 से निपटने की है. ममता ने मांग की कि केंद्र सरकार एक राष्ट्रव्यापी वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाने के लिए 30 हज़ार करोड़ रुपये आवंटित करे.
बताते चलें कि पश्चिम बंगाल के चुनाव में TMC की बड़ी जीत हुई है. पार्टी ने 213 सीट अपने नाम की, जबकि BJP को 77 सीटों पर ही जीत मिली. हालांकि ममता बनर्जी की हार TMC के लिए एक झटका रही.
बंगाल चुनाव: नंदीग्राम सीट पर शुभेंदु ने ममता बनर्जी को हराया पर इतना कंफ्यूजन हुआ क्यों?