Goa Assembly Election Results Live Updates: गोवा की सभी 40 सीटों के नतीजे आ चुके हैं. इलेक्शन कमिशन के मुताबिक भाजपा को 20 सीटों पर जीत हासिल हुई है. वहीं कांग्रेस के खाते में 11, आप के 2, महाराष्ट्र गोमंतक पार्टी (MAG) के 2, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के (GFP) के 1 सीट आई है. अन्य पार्टियों को 4 सीटें मिली हैं. वहीं शरद पांवर की NCP और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) का स्कोर शून्य रहा. हालांकि इस चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला है, लेकिन सरकार बनाने के लिए 21 सीटें चाहिए, जाहिर सी बात है भाजपा किसी क्षेत्रीय पार्टी या निर्दलीय विधायक के साथ मिलकर सरकार बनाएगी.
चुनाव के दौरान कई सीटें ऐसी थीं, जहां पेंच फंसा गया था. गोवा चुनाव में इस बार कुल 79.94 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था. सबसे ज्यादा मतदान, यहां की सबसे चर्चित सीट पर दर्ज हुआ था. गोवा की सेंक्विलिम सीट. यहां से राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को जीत हासिल हुई है.
राज्य की पणजी सीट भी कई वजहों से चर्चा में रही. इसे पूर्व मुख्यमंत्री और दिवंगत बीजेपी नेता मनोहर पर्रिकर की पारंपरिक सीट माना जाता है. पर्रिकर के निधन के बाद अतानासियो बाबुश मोनसेरेट को बीजेपी ने मैदान में उतारा. हालांकि, इस चुनाव में पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने भी इस सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन बीजेपी ने अतानासियो पर ही अपना भरोसा जताया. नाराज उत्पल को बीजेपी की तरफ से तीन अन्य सीटों से पर्चा भरने का ऑप्शन दिया गया था, लेकिन उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया. उत्पल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया और अतानासियो के खिलाफ मैदान में उतर गए थे. उत्पल इस सीट से लगभग 700 वोटों से हार गए हैं.
इसके अलावा मडगांव सीट की भी चर्चा रही. यहां से 6 बार के विधायक दिगंबर कामत एक बार फिर कांग्रेस के टिकट पर ताल ठोक रहे हैं. उनके सामने सरकार के मंत्री मनोहर अजगांवकर मैदान में थे. अजगांवकर और कामत के सामने आम आदमी पार्टी ने लिंकन वाज को उतारा. कामत इस सीट पर भारी बढ़त बनाए हुए हैं.
किस पार्टी ने कितने उम्मीदवार उतारे थे?
आंकड़ो की बात करें तो बीजेपी के नेतृत्व वाली NDA सभी 40 सीटों पर ताल ठोकी. कांग्रेस और गोवा फॉरवार्ड पार्टी के गठबंधन वाले UPA में कांग्रेस 37 और GFP 3 सीटों पर चुनाव लड़ी. आम आदमी पार्टी ने 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे. वहीं एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. चंद्रकांत शेट्य को अपना समर्थन दिया था. ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस ने 26 सीटों पर चुनौती पेश की. उसके सहयोगी दल महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी ने 13 सीटों पर उम्मीदवार उतारे. इनके अलावा नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) और शिवसेना के गठबंधन में NCP ने 13 और शिव सेना ने 10 उम्मीदवार उतारे. NCP और शिवसेना ने एक निर्दलीय उम्मीदवार (मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर) को समर्थन देते हुए पणजी सीट पर अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा.
इन मुद्दों पर लड़ा गया चुनाव
भ्रष्टाचार गोवा चुनाव का मुख्य मुद्दा रहा. यहां के गवर्नर रहे सत्यपाल मलिक ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि गोवा सरकार ने जो भी कार्य किया, उसमें भ्रष्टाचार हुआ. गोवा की सियासी पार्टियां तरह-तरह के वादे करती नजर आईं. राज्य में माइनिंग भी एक बड़ा मुद्दा रहा. यह राज्य देश में लौह अयस्क का सबसे बड़ा उत्पादक है. इसके अलावा गोवा को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग भी चुनाव का एक बड़ा मुद्दा रहा.
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