वो 22 War Cry, जिनसे फौजियों की भुजाएं फड़कने लगती हैं

01:03 PM Jan 15, 2021 |
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15 जनवरी. बोले तो सेना दिवस. 15 जनवरी 1949 के दिन ही फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने जनरल फ्रांसिस बुचर से कमान ली थी. इसलिए सेना दिवस मनाया जाता है.

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वॉर क्राई क्या होता है, पता है? वॉर क्राई (war cry) मतलब युद्ध के दौरान लगाए जाने वाले नारे. जब सैनिक जोश-जोश में नारे लगाते हैं. ये युद्ध के दौरान सैनिकों में जोश भर देता है. भारतीय फौज में कई रेजिमेंट हैं और हरेक रेजिमेंट का अपना अलग वॉर क्राई है. कहीं भगवान राम और हनुमान का नाम लेकर दुश्मनों को खदेड़ा जाता है तो कहीं दुर्गा माता की जय कहते हुए. इंडियन आर्मी का सामूहिक वॉर क्राई भारत माता की जय है. आइए जानते हैं भारतीय सेना रेजिमेंट्स के के वॉर क्राई क्या-क्या हैं?

  • ब्रिगेड ऑफ़ दि गार्ड्स- ''गरुड़ का हूं बोल प्यारे''

  • पैराशूट रेजिमेंट- ''सर्वदा शक्तिशाली''

  • मेकनाइज़्ड इन्फेंट्री रेजिमेंट- ''बोलो भारत माता की जय''

  • पंजाब रेजिमेंट- ''जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल" और "बोल ज्वाला मां की जय''

  • मद्रास रेजिमेंट- ''वीरा मद्रासी, अडी कोलू, अडी कोलू''

  • ऑल गोरखा राइफल्स- ''जय महाकाली, आयो गोरखाली''

गोरखाओं को लेकर एक बार इंडियन आर्मी के चीफ सैम मानेकशॉ ने कहा था,

"If a man says he is not afraid of dying, he is either lying or is a Gurkha''.

मतलब, ''यदि कोई कहता है कि मुझे मौत से डर नहीं लगता, वह या तो झूठ बोल रहा है या गोरखा है.'' ये वही जनरल मानेकशॉ थे, जिनके नाम बांग्लादेश को पाकिस्तान से अलग करने का श्रेय जाता है.

  • मराठा लाइट इंफ्रेंट्री- ''बोल छत्रपति शिवाजी महाराज की जय'' और ''तमलाई माता की जय''

  • दि ग्रेनेडियर्स- ''सर्वदा शक्तिशाली''

  • राजपूताना राइफल्स- ''राजा रामचंद्र की जय''

  • राजपूत रेजिमेंट- ''बोल बजरंग बली की जय''

  • जाट रेजिमेंट- ''जाट बलवान, जय भगवान''

  • सिख रेजिमेंट- ''जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल''

  • सिख लाइट इंफ्रेंट्री- ''जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल''

  • डोगरा रेजिमेंट- ''ज्वाला माता की जय''

  • दि गढ़वाल राइफल्स- ''बद्री विशाल लाल की जय''

  • कुमाऊं रेजिमेंट- ''कालिका माता की जय'', "बजरंग बली की जय'', ''दादा किशन की जय''

  • असम रेजिमेंट- ''राइनो चार्ज''

इसके साथ ही असम रेजिमेंट का एक फेमस सॉन्ग है. इसके बोल हैं- बदलूराम का बदन जमीन के नीचे है. इसके पीछे की कहानी जान लीजिए-

दूसरा वर्ल्ड वॉर जारी था. असम रेजिमेंट भारत में घुस रहे जापानी फौज को रोक रही थी. इसी युद्ध में असम रेजिमेंट के सिपाही बदलूराम की मौत हो गई थी. बदलूराम की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार तो कर दिया लेकिन उनके नाम का राशन आता रहा. ऐसे में बदलूराम के नाम का राशन जमा होता रहा. बीच में जापानी फौज ने असम रेजिमेंट के सैनिकों को भर लिया था. ऐसे में राशन आना बंद हो गया. असम रेजिमेंट के जवानों ने ऐसे वक़्त में बदलूराम के नाम से जमा हुआ राशन इस्तेमाल कर लड़ाई लड़ी थी. इसी घटना पर रेजिमेंट के एक फौजी ने गीत लिखा, ''बदलूराम का बदन जमीन के नीचे है... हमें उसका राशन मिलता है" जो अब असम रेजिमेंट का गीत है.

और रेजिमेंट्स के नाम और उनके वॉर क्राई भी जान लीजिए.

  • बिहार रेजिमेंट- ''जय बजरंग बली''

  • महार रेजिमेंट- ''बोलो भारत माता की जय''

  • जम्मू एंड कश्मीर राइफल्स- ''दुर्गा माता की जय''

  • जम्मू एंड कश्मीर लाइट इन्फेंट्री- ''भारत माता की जय''

  • लद्दाख स्काउट्स- ''की की सो सो लहरज्ञालो''


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