कभी नेहरू और गाँधी पर भी लगा था राजद्रोह कानून: Ep 23

07:37 PM May 04, 2023 | गर्वित श्रीवास्तव
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किताबवाला के इस पॉडकास्ट में सुनिए भारत में सेडिशन लॉ यानि राजद्रोह के कानून के बारे में. किताबवाला के इस एपिसोड में लेखक और सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता रोहन जे अल्वा हार्पर कॉलिंस द्वारा प्रकाशित अपनी पुस्तक, "ए कॉन्स्टिट्यूशन टू कीप: सेडिशन एंड फ्री स्पीच इन मॉडर्न इंडिया" के साथ राजद्रोह कानून के इतिहास के बारे में बता रहे हैं. रोहन कॉलेजियम प्रणाली, हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन के उनके अनुभवों और कैसे हार्वर्ड भारतीय विश्वविद्यालयों से अलग है, के बारे में भी बता रहे हैं.

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राजद्रोह या देशद्रोह जिसे अंग्रेजी में ऑफेंस ऑफ़ सेडिशन कहते हैं. जानिए भारत में सेडिशन ऑफेंस का क्या अर्थ होता है. भारत में आए थॉमस मैकॉले ने इस कानून के लिए इंडियन पीनल कोड से सिफारिश क्यों की. सरकार के प्रति दुर्भावना को प्रेरित करने पर ये कानून लगाया जाता है. 1834-35 में बना ये कानून ब्रिटिश गवर्नमेंट के प्रति लोगों में दुर्भावना प्रेरित ना हो इसलिए बनाया गया था. सेडिशन लॉ भारतीय दंड संहिता के गठन के वक़्त शामिल न किये जाने के बावजूद आज इस्तेमाल में क्यों है. किताब में बताया गया है की ये सेडिशन लॉ उस वक़्त पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर महात्मा गाँधी पर भी लगाया था.

एपिसोड में जानिए ये सेडिशन लॉ अपने वर्तमान स्वरूप में कैसे आया. साथ ही सुनिए देशद्रोह पर संविधान सभा की बहस, भारतीय संविधान में इसे बनाये रखने और हटाए जाने जैसे विषयों में. 

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