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पतंजलि फूड्स के शेयर को लेकर आई बड़ी खबर, कंपनी ने क्या कहा?

किसने की पतंजलि पर कार्रवाई?

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पतंजलि फूड्स

पतंजलि फूड्स लिमिटेड के प्रमोटर्स को तगड़ा झटका लगा है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बांबे स्टॉक एक्सचेंज ने कंपनी के प्रमोट ग्रुप के 29.25 करोड़ शेयरों को फ्रीज कर दिया है. शेयर फ्रीज होने का मतलब है कि इन शेयरों की खरीदफरोख्त नहीं हो पाएगी. आरोप है कि पतंजलि फूड्स तय समय सीमा में मिनिमम पब्लिक शेयर होल्डिंग के नियमों को पूरा नहीं कर पाई. इसकी वजह से कंपनी के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है. जो आरोप है, उसको डीटेल में बस अभी समझाएंगे. बस इतना और जान लीजिए कि जिन 21 प्रमोटरों और प्रमोटर कंपनियों के शेयरों में पाबंदी लगाई गई है, उनमें एक नाम पतंजलि आयुर्वेद का भी है.

पतंजलि फूड का पुराना नाम रुचि सोया था. 2017 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने रुचि सोया की दिवालिया प्रक्रिया शुरू की थी और 2019 में पतंजलि आयुर्वेद के रिज्योल्यूशन प्लान को  NCLT की मंजूरी मिल गई थी. इस प्लान के लागू होने के बाद रुचि सोया पतंजलि फूड्स में तब्दील हो गया.

जिस नियम का पालन न करने पर कंपनी पर कार्रवाई की गई है अब उसे भी समझते हैं. दरअसल मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के नियमों के मुताबिक किसी लिस्टेड कंपनी के कम से कम 25 फीसदी शेयर आम निवेशकों (पब्लिक शेयर होल्डर्स) के पास होने चाहिए. लेकिन पतंजलि फूड्स ये शर्त तय समय सीमा के भीतर पूरा करने में विफल रही है. दिसंबर 2022 की तीसरी तिमाही के शेयर होल्डिंग पैटर्न के मुताबिक पतंजलि फूड्स के 80.82 फीसदी शेयर प्रमोटर और प्रमोटर कंपनियों के पास है जबकि पब्लिक शेयरहोल्डिंग सिर्फ 19.18 फीसदी है.

पतंजलि का क्या कहना है?

वहीं, आज 16 मार्च को कंपनी ने इस पर अपना पक्ष रखा है कि ये शेयर अप्रैल 2023 तक लॉक इन हैं तो एक्सचेंजों की कार्रवाई का कोई खास असर नहीं दिखेगा. कंपनी का कहना है कि न्यूनतम शेयरहोल्डिंग के नियमों का पालन अगले कुछ महीनों में पूरा कर लिया जाएगा. इस बीच आज भी पंतजलि फूड्स के शेयरों में आज भी भारी बिकवाली दिख रही है. कंपनी के मैनेजमेंट की तरफ से जारी बयान के बाद भी पतंजलि फूड का शेयर 5 फीसदी गिरकर 912 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा था. 

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