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अब सोने-चांदी के भाव के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, आ गया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज

इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज के जरिये देश में सोने-चांदी का आयात होगा, और क्या होगा?

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सोना (प्रतीकात्मक तस्वीर)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 29 जुलाई, 2022 को गुजरात में भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज यानी इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (IIBX) का उद्घाटन करेंगे. यह एक्सचेंज गांधीनगर स्थित GIFT सिटी (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी) में स्थित है. इस एक्सचेंज में कई तरह के प्रोडक्ट्स पोर्टफोलियो और टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवाएं मुहैया कराएगा. 

फिलहाल गोल्ड में ट्रेडिंग की संभावना 

इस एक्सचेंज की सबसे खास बात यह है कि यह देश के दूसरे एक्सचेंजों के साथ-साथ हांगकांग, सिंगापुर, दुबई, लंदन और न्यूयॉर्क समेत अन्य वैश्विक एक्सचेंजों की तुलना में काफी प्रतिस्पर्धात्मक है. बुलियन एक्सचेंज में सोने और चांदी की ट्रेडिंग होने की संभावना है. शुरुआत में इस एक्सचेंज में 995 शुद्धता के साथ एक किलोग्राम 999 शुद्धता के साथ 100 ग्राम गोल्ड में ट्रेडिंग होने की संभावना है. इस एक्सचेंज में सभी कॉन्ट्रैक्ट डॉलर में लिस्टेड किए गए हैं और उनका सेटलमेंट भी डॉलर में होगा.

सोने-चांदी के भाव की मिलेगी सही जानकारी 

यह देश के सर्राफा कारोबारियों के लिए बेहद काम है. इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज के जरिये देश में सोने-चांदी का आयात होगा. इससे घरेलू जरूरतों के लिए शुद्ध सोना मिलने की पूरी संभावना है. इसका एक और फायदा ये है कि अभी तक देश के बुलियन कारोबारियों को सोने के सही मूल्य के लिए यानी प्राइस डिस्कवरी के लिए विदेशी एक्सचेंजों पर निर्भर रहना पड़ता था.  IIBX में देश के पांच बड़े संस्थागत निवेशकों मसलन सीडीएसएल (CDSL), इंडिया आईएनएक्स, (India INX), एनएसडीएल (NSDL), एनएसई (NSE) और एमसीएक्स (MCX) का पैसा लगा है. यह एक्सचेंज भारत में बुलियन हब के रूप में विकसित होगा. 

बुलियन डीलर्स को होगा फायदा

समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में एक्सचेंज के सीईओ अशोक गौतम के मुताबिक इसमें न सिर्फ सर्राफा कारोबारियों, गोल्ड डीलर्स को फायदा होगा बल्कि गोल्ड रिफाइनरी कंपनियां और विदेशी बैंकों की भागीदारी बढ़ेगी. उन्होंने बताया कि 26 जुलाई तक देश के 64 बड़े ज्वेलर्स इस एक्सचेंज से जुड़ चुकेंगे और कई कारोबारी जुड़ने वाले हैं. अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSCA) IIBX का नियामक है. केंद्रीय बजट 2020-21 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने IIBX की स्थापना की घोषणा की थी.

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