लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) के आईपीओ (Initial Public Offering) को अब तक अच्छा रेस्पॉन्स मिला है. पहले दिन बुधवार शाम तक इश्यू 67 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ था. लेकिन इसकी रिटेल कैटेगरी में निवेशकों ने सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखाई है. पॉलिसी होल्डर्स का कोटा इश्यू खुलने के ढाई घंटे के भीतर ही पूरा सब्सक्राइब हो गया और शाम तक करीब दो गुना (1.9 गुना) सब्सक्रिप्शन मिला. कर्मचारियों का हिस्सा पहले दिन पूरी तरह भर गया. खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा शाम तक 60 फीसदी सब्सक्राइब हुआ था. नॉन इंस्टिट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) यानी 2 लाख रुपये से ज्यादा निवेश करने वालों के लिए आरक्षित 15 फीसदी हिस्सा शाम तक 25 फीसदी सब्सक्राइब हुआ था.
दोगुना सब्सक्राइब हुआ LIC बीमाधारकों का कोटा
पहले दिन बुधवार शाम तक इश्यू 67 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ था. लेकिन इसकी रिटेल कैटेगरी में निवेशकों ने सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखाई है. पॉलिसी होल्डर्स का कोटा इश्यू खुलने के ढाई घंटे के भीतर ही पूरा सब्सक्राइब हो गया
एलआईसी का आईपीओ रिटेल इनवेस्टर्स के लिए शनिवार को भी खुला रहेगा. इसके लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने खास नोटिफिकेशन जारी किया है. ग्रे मार्केट में एलआईसी के आईपीओ पर 65 फीसदी प्रीमियम चल रहा है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह आईपीओ अच्छी गेन के साथ लिस्ट हो सकता है. यह आईपीओ 2 मई को एंकर इनवेस्टर्स के लिए खुला था और बुधवार 4 फरवरी को यह सभी के लिए खुल गया. इश्यू 9 मई को बंद हो जाएगा और इसके 17 मई को शेयर बाजार में लिस्ट होने की संभावना है.
एलआईसी आईपीओ का प्राइस बैंड 902 से 949 रुपये प्रति शेयर है, जबकि बिड लॉट 15 शेयरों का है. यानी कोई भी निवेशक कम से कम 15 शेयरों वाला लॉट ही खरीद सकता है. रिटेल निवेशकों के लिए निवेश की अधिकतम सीमा 2 लाख रुपये की है. सरकार एलआईसी में 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 20,557 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. पहले 5 फीसदी स्टेकसेल के साथ करीब 60 हजार करोड़ उगाहने की योजना थी. लेकिन बाद में मार्केट हालात को देखते हुए इसे संशोधित किया गया. ऐसे में ऑफ ऑन सेल के तहत कुल 22.13 करोड़ शेयरों की बिक्री होगी. 50 फीसदी शेयर क्वलिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIB) और एंकर इनेस्टर्स के लिए रिजर्व हैं. 15 फीसदी शेयर नॉन-इंस्टिट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) यानी 2 लाख रुपये से ज्यादा निवेश करने वाले व्यक्तियों के लिए. 35 फीसदी शेयर खुदरा निवेशकों के लिए रिजर्व हैं, जिसमें 10 फीसदी एलआईसी के पॉलिसी होल्डर्स के लिए सुरक्षित रखे गए हैं. इस तरह से पॉलिसी होल्डर्स के लिए करीब 2.21 करोड़ शेयर रिजर्व होंगे, जबकि एलआईसी कर्मचारियों के लिए 15.85 लाख शेयर रिजर्व हैं. बीमाधारकों को 60 रुपये प्रति शेयर डिस्काउंट भी मिल रहा है, जबकि खुदरा निवेशकों और कर्मचारियों के लिए 45 रुपये का डिस्काउंट तय किया गया है.
तीनों कोटे में कर सकते हैं अप्लाईवैसे तो खुदरा निवेशकों के लिए अधिकतम निवेश सीमा 2 लाख रुपये तय की गई है. लेकिन अगर आप खुदरा निवेशक की कैटेगरी में आते हैं और आपके पास एलआईसी की पॉलिसी भी है तो आप चाहें तो दोनों कैटेगरी में अप्लाई कर सकते हैं और इस तरह 2-2 लाख रुपये के साथ आपकी अधिकतम निवेश सीमा 4 लाख रुपये होगी. इत्तेफाक से अगर आप एलआईसी के कर्मचारी हैं तो आप तीनों ही कैटेगरी में आवेदन कर सकते हैं और इस तरह आप कुल छह लाख रुपये बिड कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें कि शेयरों का आवंटन तय कोटे के मुताबिक ही होगा.
वीडियो-एलआईसी आईपीओ पर आपके मन में उठ रहे सभी सवालों के जबाव