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रुचि सोया के एफपीओ में पैसा लगाने वालों की चमकी किस्मत, 3 हफ्ते में दिया 75% का रिटर्न

बाबा रामदेव जिस चीज को हाथ लगाते हैं तो पत्थर भी पारस बना जाता है. रुचि सोया के एफपीओ पर मिल रहे रिटर्न को देखकर ऐसा कहना गलत नहीं होगा.

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रुचि सोया का एफपीओ 24 मार्च से 28 मार्च के बीच निवेशकों के लिए खुला था

योग गुरु बाबा रामदेव जिस चीज को हाथ लगा देते हैं तो पत्थर भी पारस बन जाता है. हम कोई लफ्फाजी नहीं कर रहे हैं. भरोसा न हो तो रुचि सोया को ही देख लीजिए. रामदेव ने जबसे  रुचि सोया की कमान अपने हाथ में ली है तब से लेकर अब तक कंपनी तेजी से आगे बढ़ रही है. इसके चलते कंपनी के निवेशकों की भी किस्मत चमक रही है. अब उनकी कंपनी रुचि सोया के एफपीओ के शेयरों के दाम सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं. कंपनी के एफपीओ शेयरों ने केवल तीन हफ्ते में निवेशकों को मालामाल कर दिया है. कंपनी के एफपीओं शेयरों ने इस दौरान 75 फीसदी रिटर्न दिया है. इसी महीने की शुरुआत में कंपनी के एफपीओ की लिस्टिंग हुई थी.

8 अप्रैल को कंपनी का एफपीओ शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हुआ था. शुक्रवार को यह बढ़कर 1,140 रुपये पर पहुंच गया है. कंपनी ने 650 रुपये प्रति शेयर के भाव पर निवेशकों को पेशकश की थी. पतंजलि आयुर्वेद के नेतृत्व वाली रुचि सोया इंडस्ट्रीज के बोर्ड ने हाल ही में इसका नाम बदलकर 'पतंजलि फूड्स लिमिटेड' करने की मंजूरी दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के एफएमसीजी व्यवसाय का अधिग्रहण कर सकती है. इसके बाद यह स्वदेशी कंपनी मैरिको, नेस्ले, एचयूएल जैसी रोजाना की जरूरत के उत्पाद बनाने वाली दुनिया की बड़ी एफएमसीजी कंपनियों को टक्कर देती नजर आएगी।

बता दें कि रुचि सोया का एफपीओ 24 मार्च से 28 मार्च के बीच निवेशकों के लिए खुला था. कंपनी ने 2 रुपये के अंकित मूल्य के साथ 6,61,53,846 इक्विटी शेयरों को बेचकर 4,300 करोड़ रुपये जुटाए हैं. खाने के तेल के कारोबार से जुड़ी कंपनी ने कहा कि उसने बैंकों को 2,925 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया है और एफपीओ के बाद कर्ज मुक्त कंपनी बन गई है.