बिहार पुलिस ने छात्रों को पीटा, JDU अध्यक्ष ललन सिंह बोले - “लाठीचार्ज होता रहता है”

10:05 AM Jan 05, 2023 | प्रशांत सिंह
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चार दिसंबर के दिन BSSC परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. इसे लेकर बिहार में JDU अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह (उर्फ ललन सिंह) से सवाल पूछा गया. ललन सिंह ने जवाब में कहा कि लाठीचार्ज तो होता रहता है, ये कोई पहली बार नहीं हुआ है.

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आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक परीक्षा से जुड़े उम्मीदवारों पर किए गए लाठीचार्ज पर JDU अध्यक्ष ने आगे कहा कि जो कोई भी कानून तोड़ेगा उसपर कार्रवाई की जाएगी.

दरअसल, बुधवार 4 जनवरी के दिन पटना में उम्मीदवार BSSC पेपर लीक (Paper leak) मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. उम्मीदवारों का विरोध प्रदर्शन पटना कॉलेज से शुरू हुआ था. फिर गांधी चौक से जेपी गोलंबर होते हुए डाकबंगला चौराहे तक पहुंचा था. जिसके बाद पुलिस ने उम्मीदवारों पर लाठियां बरसा दीं. अभ्यर्थी मांग कर रहे थे कि परीक्षा रद्द करके नए सिरे से कराई जाए.

पूरी परीक्षा रद्द करने को लेकर प्रदर्शन

ये मामला बिहार स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (BSSC) के पेपर लीक से जुड़ा हुआ है. BSSC के ग्रेजुएट लेवल एग्जाम (BSSC CGL) के पहले चरण का पेपर 23 दिसंबर के दिन लीक हुआ था. जिसके बाद आयोग ने परीक्षा के पहले चरण (First Shift) के पेपर को रद्द (Paper cancelled) करने का फैसला किया था. लेकिन परीक्षा से जुड़े अभ्यर्थी पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे.

CBI जांच और बिहार में आंदोलन की बात कही थी

23 दिसंबर को BSSC परीक्षा का पेपर लीक हुआ था. इसके बाद परीक्षा से जुड़े अभ्यर्थियों ने पूरे बिहार में विरोध प्रदर्शन करने की बात कही थी. छात्र नेता दिलीप के नेतृत्व में अभ्यर्थियों ने एक बैठक की थी. बैठक में कहा गया था कि सरकार इस परीक्षा की CBI जांच कराए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे. अभ्यर्थियों की तरफ से पहले ही कहा गया था कि अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो 4 जनवरी, 2023 को पूरे बिहार में सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे. इसी को लेकर वो सड़क पर उतरे थे.

पेपर के पन्ने वाट्सएप पर लीक हो गए थे

BSSC की ग्रेजुएट लेवल की परीक्षा का प्री-पेपर 23 और 24 दिसंबर के दिन आयोजित किया गया था. 23 दिसंबर के दिन पेपर दो शिफ्ट में और 24 को एक शिफ्ट में आयोजित किया गया था. परीक्षा बिहार के 38 जिलों के 528 केंद्रों में कराई गई थी.

आयोग द्वारा जारी नोटिस के मुताबिक 23 दिसंबर की पहली शिफ्ट (सुबह 10 बजे से 12:15 बजे) का पेपर लीक हो गया था. पेपर के कुछ पन्ने वाट्सएप पर परीक्षा शुरू होने से पहले ही लीक हो गए थे. इसके बाद बिहार की इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट (EOU) ने मामले की जांच शुरू की थी. आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि परीक्षा शुरू होने के बाद लगभग 10:53 से 11:09 के बीच परीक्षा केंद्र से एक परीक्षार्थी ने फोटो खींचकर पेपर वायरल किया था.

नोटिस में आयोग की तरफ से जानकारी दी गई थी कि परीक्षा अगले 45 दिनों के अंदर फिर से कराई जाएगी. इस मामले में पुलिस ने उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था जिसे पेपर के पन्ने व्हाट्सएप पर भेजे गए थे. वहीं जिस शख्स ने फोटो खींच कर भेजी थी उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया था. इस संबंध में पुलिस ने धारा 420/467/468/469/120 बी/34 IPC और आईटी की धारा 66 व 10 के तहत मामला दर्ज किया था.

9 लाख अभ्यर्थी हुए थे शामिल

आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक BSSC CGL की वेकेंसी 8 साल बाद निकाली गई थी. इस साल कुल दो हजार 187 पदों को भरा जाना था. इस परीक्षा में लगभग 9 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे. 

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