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IISC: देश का वो संस्थान जिसने IITs को भी पीछे छोड़ दिया, इसमें कैसे करें पढ़ाई?

IISC से अगर आप कोई डिग्री करना चाहते हैं और फाइनेंसेस की कमी है, तो भी आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. इंस्टीट्यूट फेलोशिप भी ऑफर करता है.

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सांकेतिक तस्वीर (सोर्स-इंडिया टुडे)

IISC. यानी इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस. QS World University ranking 2023 में IITs को पीछे छोड़ भारत से टॉप करने वाला संस्थान. IISC को 1890 के दशक में उपजा इंडस्ट्रियलिस्ट जमशेदजी नसरवानजी टाटा का आइडिया भी कहा जाता है. जमशेदजी नसरवानजी टाटा भारत में एक वर्ल्ड क्लास यूनिवर्सिटी बनाना चाहते थे. फिर 27 मई 1909 को बैंगलोर में IISC की स्थापना की गई. लेकिन जमशेदजी इस दुनिया को पहले ही अलविदा कह चुके थे. 

IISC के पहले डायरेक्टर बने मॉरिस ट्रैवर्स, जो इंग्लैंड से आए थे. 1911 में जब संस्थान ने छात्रों के लिए अपने दरवाजे खोले, तो चौबीस छात्रों को पहले बैच में शामिल किया गया. साल 1933 में नोबेल पुरस्कार विजेता सर सीवी रमन, संस्थान के पहले भारतीय डायरेक्टर बने. IISC एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान है. IISC में पढ़ाई के लिए कैसे जा सकते हैं और कौन-कौन से कोर्स यहां कराए जाते हैं, फीस क्या है? पूरा लेखा-जोखा हम आपको बताएंगे.

IISC के कोर्स

#बैचलर ऑफ साइंस (रिसर्च) प्रोग्राम

ये चार साल का प्रोग्राम होता है. इसके लिए कैंडिडेट या तो 12वीं पास कर चुका हो या 12वीं में हो, दोनों हालात में अप्लाई कर सकता है. इस प्रोग्राम में आपको छह में एक सब्जेक्ट को चुनना होता है. ये छह सब्जेक्ट हैं-

1. बायोलॉजी
2. केमिस्ट्री
3. मैथमैटिक्स
4. फिजिक्स
5. अर्थ एंड एनवायरमेंटल साइंस (इसमें पर्यावरण से जुड़ी पढ़ाई होती है). 
6. मटेरियल्स (मेटल्स, पॉलिमर्स, सेमीकंडक्टर व सेरेमिक्स की पढ़ाई).

इन प्रोग्राम में दाखिला लेने के लिए 12वीं क्लास में केमिस्ट्री, मैथमैटिक्स और  फिजिक्स तीनों सब्जेक्ट्स का होना जरूरी है. यानी इन तीनों सब्जेक्ट्स से छात्र ने अपनी 12वीं पास की हो. आगे ये भी जरूरी है कि छात्र ने 12वीं क्लास में कम से कम 60 प्रतिशत अंक हासिल किए हों. रिजर्व कैटेगरी के छात्रों को रिजर्वेशन मिलता है.

इन एकेडमिक क्वालिफिकेशन के आलावा छात्रों को एंट्रेंस टेस्ट भी देना होता है. चार एंट्रेंस टेस्ट की लिस्ट में से किसी एक को क्वालिफाई करना होता है. ये चार हैं-

1. किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY)

2. जेईई मेन -2022

3. जेईई एडवांस -2022

4. नीट (यूजी) -2022

यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के मुताबिक इस प्रोग्राम की कुल फीस 75,000 रुपये के लगभग है.

#MTech प्रोग्राम

IISC दो साल का MTech कोर्स भी कराता है. इसके लिए अलग-अलग सब्जेक्ट्स चुने जा सकते हैं. जैसे केमिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, क्लाइमेट साइंस, अर्थ साइंस और अन्य. इस कोर्स के लिए एलिजिबिलटी सब्जेक्ट्स के हिसाब से अलग-अलग है. इसके लिए GATE का एंट्रेंस टेस्ट देना होता है. GATE मतलब ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग, जो कि इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स दे सकते हैं. इस प्रोग्राम की कुल फीस 29,000 रुपये के लगभग है.

#MDes(Master of Design)प्रोग्राम

IISC से प्रोडक्ट डिजाइन और इंजीनियरिंग में मास्टर्स करने के लिए एक कैंडिडेट को BTech, बैचलर्स ऑफ डिजाइन (BDes) या बैचलर्स इन आर्किटेक्चर (BArch) होना जरूरी है. इसके अलावा GATE और एक ऑनलाइन डिजाइन एप्टीट्यूड टेस्ट देना होगा. इस प्रोग्राम की कुल फीस 29,000 रुपये के लगभग है.

# Ph.D. प्रोग्राम

IISC छह साल का इंटीग्रेटेड पीएचडी प्रोग्राम भी ऑफर करता है. ये प्रोग्राम बायोलॉजिकल, केमिकल, मैथेमेटिकल और फिजिकल साइंस की फील्ड में ऑफर किया जाता है. हर फील्ड के लिए अपनी अलग-अलग क्वालिफिकेशन हैं. जैसे बायोलॉजिकल साइंस से पीएचडी करने के लिए इसी फील्ड से ग्रेजुएट होना जरूरी है और 60 प्रतिशत अंक भी होने चाहिए. इसके लिए JAM यानी ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट फॉर मास्टर्स भी क्वालिफाई करना होगा और इसके बाद इंटरव्यू भी देना होगा. इस कोर्स के लिए कुल फीस एक लाख 20 हजार रुपये के लगभग है.

IISC से अगर आप कोई डिग्री करना चाहते हैं और फाइनेंसेस की कमी है, तो भी आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. इंस्टीट्यूट फेलोशिप भी ऑफर करता है. जैसे पीएचडी स्कॉलर्स को 31,000 रुपये से 35,000 रुपये प्रति महीने तक की स्कॉलरशिप मिलती है. वहीं बैचलर ऑफ साइंस (रिसर्च) प्रोग्राम के लिए 5000 रुपये प्रति महीने तक की स्कॉलरशिप दी जाती है.

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