भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास ग्रामीण स्कूली छात्रों के लिए एक नए प्रोग्राम की घोषणा की है. साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स (STEM) पर आधारित यह प्रोग्राम ग्रीष्मकालीन होगा. और इसका आयोजन 20 से 25 जून, 2022 के बीच किया जाएगा. संस्थान का लक्ष्य देश भर के सरकारी स्कूलों के कम से कम एक लाख छात्रों तक पहुंचने का है. कोरोना वायरस महामारी के कारण शिक्षा क्षेत्र के बदलते परिवेश को ध्यान में रखते हुए, ये कार्यक्रम एक ऑनलाइन सेटअप में ही आयोजित होगा. इसे अंग्रेजी और तमिल दो भाषाओं में पढ़ाया जाएगा.
प्रोग्राम के लिए 100 छात्रों का चयन किया गया.
इस कार्यक्रम को शुरू करने के लिए 100 छात्रों का चयन किया गया है. IIT मद्रास का उद्देश्य छात्रों को साइंटिफिक और टेक्निकल क्षेत्रों में उनकी रुचि को आगे बढ़ाने के लिए पढ़ाना और प्रेरित करना है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में IIT मद्रास से जुड़े अंबिल महेश पोय्यामोझी ने बताया,
विभाग ने इस कार्यक्रम के लिए छात्रों का चयन करते समय वंचित ब्लॉकों के छात्रों को महत्व दिया है. ये 100 छात्र केवल एक शुरुआत हैं, आगे चलकर कई और छात्रों को इसमें लाया जाएगा. इस कार्यक्रम में 70 प्रतिशत कोर्स प्रैक्टिकल है और बाकी थ्योरी पर आधारित है.
तमिलनाडु सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस प्रोग्राम के लिए 10वीं के 100 स्टूडेंट्स का चयन किया गया है. विभाग के अधिकारी वंचित पृष्ठभूमि के छात्रों की पहचान करते हैं और उन तक पहुंचते हैं और फिर आईआईटी-मद्रास को एक लिस्ट देते हैं. विश्वविद्यालय तब इन छात्रों तक पहुंचता है और आने-जाने, रहने आदि की व्यवस्था करता है. स्टूडेंट्स IIT मद्रास परिसर में एक सप्ताह बिताएंगे जहां उनका इलेक्ट्रॉनिक किट के साथ स्वागत किया जाएगा.
इसके अलावा स्टूडेंट्स को इंजीनियरिंग में पर्यावरण और इलेक्ट्रॉनिक पहलू, रीनवेबल एनर्जी में तकनीकी विकास और अप्लाइड मैथ्स जैसे कई विषय पढ़ाए जाएंगे. इससे उनको साइंटिफिक और टेक्निकल क्षेत्र के बारे में और जानकारी मिलेगी.