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UP लेखपाल भर्ती: जिस कैंडिडेट को रंगे हाथों नकल करते पकड़ा गया, वो 'पास' कैसे हो गई?

STF और पुलिस ने अपनी जांच में माना था कि नकल हुई है.

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लेखपाल भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी करने को लेकर IPL मैच में पहुंचे थे अभ्यर्थी (फोटो- ट्विटर)

उत्तर प्रदेश में जब-जब IPL 2023 के मुकाबले हुए, स्टेडियम में तख्तियां नज़र आईं - UPSSSC, लेखपाल भर्ती पूरी करो. 2 मई को अंततः Uttar Pradesh Lekhpal Exam का रिजल्ट आ गया. उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने मेन्स परीक्षा का नतीजा देने में 9 महीने का समय लगाया, फिर भी UP Lekhpal Recruitment Result आते ही बवाल होकर रहा. सोशल मीडिया पर लेखपाल भर्ती से जुड़े उम्मीदवारों ने कुछ स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं. ये स्क्रीनशॉट कथित तौर एक उम्मीदवार के एडमिट कार्ड और रिजल्ट के हैं. उम्मीदवारों का आरोप है कि लेखपाल भर्ती परीक्षा में ये उम्मीदवार नकल करते पकड़ी गई थी, और अब वो परीक्षा में पास भी हो गई है. उसे अगल चरण, माने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया है.

उम्मीदवारों ने सरकार से इस बारे में सवाल पूछना शुरू कर दिया. कि परीक्षा में नकल को रोकने के लिए स्वयं एसटीएफ ने छापे मारे थे. नकल करते पकड़े गए आरोपियों को तो कायदे से ब्लैकलिस्ट किया जाना था. फिर ये उम्मीदवार परीक्षा में पास कैसे हो गई. मामला बढ़ा, तो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर लिखा,

“यूपी पुलिस ने लेखपाल भर्ती परीक्षा में नकल करते हुए जिस महिला अभ्यर्थी को सबूत के साथ पकड़ा था, उसे उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पास घोषित कर दिया है. ये ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है. जांच हो और दंडात्मक कार्रवाई भी.”

अखिलेश ने आगे कहा कि, बीजेपी सरकार में नकल माफिया का अमृत काल चल रहा है. 

अभिनव नाम के एक उम्मीदवार ने निष्पक्ष भर्ती कराने की बात कही.

“ये सबूत है कि जो उम्मीदवार परीक्षा में नकल करते पकड़े गए, जिनके खिलाफ SIT की जांच की गई, और ब्लैकलिस्ट करने की बात कही जा रही थी, इस सब के बावजूद ऐसे उम्मीदवार का सेलेक्शन हो जाता है. क्या यही निष्पक्ष भर्ती है?”

आकाश सिंह नाम के एक उम्मीदवार ने सवाल खड़े करते हुए लिखा,

“आखिर एक अभ्यर्थी किस लिए पढ़ाई करे, कैसे नौकरी पाए. ये सरकार युवा को बर्बाद कर देगी. या तो हमें साफ बोल दिया जाए की पढ़ाई मत करो, नौकरी सिर्फ पैसों वालों को और जुगाड़ वालों को दी जाएगी.”

पूरा मामला क्या है?

अगस्त 2022 में परीक्षा आयोजित हुई थी, तब जमकर हंगामा हुआ था. आज तक पर छपी आनंद राज की खबर के मुताबिक, प्रयागराज के करेली इलाके के चेतना गर्ल्स कॉलेज प्रिंसिपल सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. चारों पर लेखपाल परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी ऋतु सिंह को नकल कराने का आरोप लगा था. जब पुलिस ने अपनी जांच में सीसीटीवी चेक किया तो, ये बात सही पाई गई.  मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने एसटीएफ की मदद से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए तीनों आरोपी के पास से कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले.

जांच के लिए जब सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, तो परीक्षा केंद्र (स्कूल) के प्रिंसिपल सहित चार लोग नकल कराने में लिप्त पाए गए. तो शिकायत कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि जिस ऋतु सिंह को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया है, वो वही ऋतु है, जिसे नकल करते पकड़ा गया. ऐसे में उसे अगले चरण के लिए कैसे बुलाया जा सकता है.

लेखपाल भर्ती रिजल्ट

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की लेखपाल भर्ती में कुल 27 हजार 455 अभ्यर्थी पास हुए हैं. कुल 8 हजार 805 पदों के लिए लेखपाल भर्ती परीक्षा 31 जुलाई, 2022 को आयोजित की गई थी. परीक्षा के कुल पदों में 3 हजार 271 पद अनारक्षित हैं. OBC कैटेगरी के लिए 2 हजार 174 पद, SC के लिए एक हजार 690 पद व ST कैटेगरी के लिए 152 पद हैं. वहीं, EWS कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए कुल 798 पद हैं.

यूपी लेखपाल भर्ती परीक्षा में जनरल, OBC व EWS कैटेगरी का कट-ऑफ समान रहा. तीनों कैटेगरी के लिए कट-ऑफ 75.75 नंबर रहा. वहीं, SC कैटेगरी की कट-ऑफ 73.75 और ST कैटेगरी की कट-ऑफ 66.5 नंबर रहा.

लेखपाल भर्ती परीक्षा के लिए 13 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने अप्लाई किया था. आयोग ने PET परीक्षा के स्कोर के आधार पर 2 लाख 47 हजार 667 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया था. PET के आधार पर शॉर्टलिस्ट हुए उम्मीदवार मेन्स परीक्षा में बैठे थे. जो कि 31 जुलाई को प्रदेश के 501 सेंटरों पर आयोजित की गई थी. 

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