इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. लोग इलेक्शन कमीशन के इंतजाम पर भी सवाल उठा रहे हैं. राजनीतिक दल भी आक्रामक हैं. असम कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने चुनाव के बायकॉट की धमकी दे दी है. चुनाव आयोग से तुरंत कार्रवाई की मांग की है.
रिपुन बोरा ने ट्वीट करके कहा-
हम उम्मीद करते हैं कि चुनाव आयोग तत्काल कार्रवाई करेगा. बताएगा कि ऐसा कैसे हो सकता है. ईवीएम की खुली लूट और धांधली पर तुरंत रोक नहीं लगी तो कांग्रेस पार्टी चुनाव का बहिष्कार करने पर विचार करेगी.
जब भी इलेक्शन होता है, ईवीएम के साथ प्राइवेट गाड़ियां पकड़ी जाती हैं. इस बात में कोई आश्चर्य नहीं है कि इन सबमें ये बातें कॉमन हैं. वाहन ज्यादातर बीजेपी या उनके सहयोगियों के ही होते हैं. ऐसी विडियो फुटेज को अक्सर बस एक घटना कहकर नकार दिया जाता है. बीजेपी की पूरी सोशल मीडिया मशीनरी वीडियो बनाने वाले को ही नाकारा साबित करने में लग जाती है. ऐसे बहुत से वीडियो आए लेकिन किसी पर भी एक्शन नहीं लिया गया. इस पर इलेक्शन कमीशन को फौरन एक्शन लेना चाहिए. सभी पार्टियों के साथ बैठ कर ईवीएम के इस्तेमाल पर पुनर्विचार होना चाहिए.
कांग्रेस ही नहीं, इस कार में ईवीएम मिलने के वीडियो को AIUDF के अध्यक्ष और सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने भी शेयर किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा-
ध्रुवीकरण फेल, वोटों की खरीद फेल, प्रत्याशियों की खरीद फेल, जुमलेबाजी फेल, दोहरे सीएम फेल, सीएए पर दोहरी बातें फेल. हार चुकी बीजेपी के पास अब एक ही रास्ता बचा है, ईवीएम की चोरी. यह लोकतंत्र की हत्या है.
हालांकि शुक्रवार शाम को कृष्णेंदु पॉल ने मामले पर बयान दिया. उन्होंने इंडिया टुड़े को बताया कि
ईवीएम चोरी जैसे आरोप पूरी तरह से गलत हैं. कार मेरा ड्राइवर चला रहा था. जब उससे मदद मांगी गई तो उसने बस मदद कर दी. कार के ऊपर एक स्टिकर चिपका हुआ है जिससे लिखा है कि मैं बीजेपी कैंडिडेट हूं. मुझे नहीं पता कि इसे पोलिंग ऑफिसर ने देखा या नहीं. हमने तो सिर्फ मदद की थी.
जिस बोलेरो में ईवीएम मिली हैं वह कार बीजेपी प्रत्याशी कृष्णेंदु पॉल की ही है इसका पता उस हलफनामे से चला जो उन्होंने इलेक्शन कमीशन को दिया था.
'वोटिंग के बाद की घटना' बीजेपी नेता की कार में ईवीएम मिलने के मामले पर निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी से पूरी तफसील रिपोर्ट तलब की है. शुक्रवार को आयोग ने लापरवाही बरतने के आरोप में 4 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया. घटना की एफआईआर भी दर्ज कराई जा रही है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से अलग ही कहानी बताई है. एएनआई के मुताबिक, इलेक्शन कमीशन की जिस गाड़ी में ईवीएम ले जाई जा रहीं थीं, वह खराब हो गई थी. इस वजह से अधिकारियों ने एक गाड़ी में लिफ्ट ले ली. बाद में पता चला कि वो कार बीजेपी कैडिडेट की है. सूत्रों ने बताया कि उन लोगों के खिलाफ FIR भी कराई गई है, जिन लोगों ने EVM ले जा रही कार पर हमला किया था. इस पूरी घटना के दौरान ईवीएम को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है. सभी ईवीएम प्रशासन की कस्टडी में हैं.