The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

गोधरा कांड के बाद निकाली थी, अब गौरव यात्रा कर गुजरात में क्या करना चाहती है BJP?

इस यात्रा में पार्टी गुजरात की 182 सीटों में से 142 को कवर करेगी.

post-main-image
बीजेपी की गौरव यात्रा. (फोटो: सोशल मीडिया)

साल 2002 की बात है. गुजरात (Gujarat) में बीजेपी ने गौरव यात्रा निकाली थी. ये यात्रा राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले निकाली गई थी. यात्रा तब निकाली गई थी जब गोधरा कांड के बाद राज्य में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. इस बार पार्टी ने राज्य में इस यात्रा का तीसरा संस्करण लॉन्च किया है. दूसरा 2017 के चुनाव से पहले हुआ था.

इस बार होने वाली यात्रा की शुरुआत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने 12 अक्टूबर से की. गुजरात के मेहसाणा जिले के मंदिरों के शहर बहुचराजी से गौरव यात्रा शुरू हुई है. इस बीच ये सवाल उठ रहे हैं कि आखिर गौरव यात्रा क्या है? 2002 और 2017 के बाद भाजपा इस बार फिर से इस यात्रा पर क्यों फोकस कर रही है? रूट क्या होगा? किन नेताओं को शामिल किया जाएगा? आइए, इन सारे सवालों के जवाब जानते हैं.

‘कांग्रेस का रिकॉर्ड तोड़ना है’

अतीत में ये यात्रा राज्य के लोगों तक पहुंचने के लिए निकाली गई थी. इस बार बीजेपी का लक्ष्य रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल करने का है. बीजेपी के मुताबिक, इस लक्ष्य को पाने में गौरव यात्रा अहम भूमिका निभाएगी. कांग्रेस ने 1985 में 182 में से 149 सीटें जीती थीं, जो अभी तक का राज्य में रिकॉर्ड रहा है. भाजपा इस रिकॉर्ड को तोड़ना चाहती है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार भी गौरव यात्रा गुजरात में भाजपा के प्रचार अभियान का एक प्रमुख हिस्सा है. अलग बात बस ये है कि यात्रा का फोकस आदिवासी इलाकों पर ज़्यादा रहेगा. गुजरात में 182 में से 27 सीटें आदिवासी आरक्षित सीट हैं. 2017 के चुनाव में भाजपा ने ऐसी 27 सीटों में से सिर्फ 9 सीटों पर जीत हासिल की थी.

बहुत से सर्वे के मुताबिक, गुजरात में बीजेपी अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे है. लेकिन राज्य में आम आदमी पार्टी (AAP) के जोर पकड़ने के साथ ही गौरव यात्रा का फोकस आदिवासी वोट पर हो रहा है. ये बेल्ट पारंपरिक रूप से कांग्रेस को वोट देती आ रही है और अब AAP इसे लुभाने की कोशिश कर रही है.  

2002 में .बीजेपी की पहली गौरव यात्रा खेड़ा के फागवेल से शुरू की गई थी. ये यात्रा 11 हफ्तों तक चली. गुजरात में गौरव यात्रा का आयोजन दूसरी बार 2017 में उस साल के विधानसभा चुनावों से पहले किया गया था. इस बार 20 अक्टूबर तक भाजपा गुजरात में पांच गौरव यात्राएं निकालेगी.  

कहां से निकलेगी यात्रा? 

खबरों के अनुसार, यात्रा के पांच रूट तय हुए हैं- मेहसाणा जिले में बेचराजी से कच्छ जिले में माता नो मढ़ तक, द्वारका से पोरबंदर तक, अहमदाबाद जिले के जंजारका से गिर-सोमनाथ जिले के सोमनाथ तक, दक्षिण गुजरात के नवसारी जिले में उनाई से मध्य गुजरात के खेड़ा जिले के फगवेल तक और उत्तर गुजरात में उनाई से अंबाजी तक.

इनमें से उनाई से अंबाजी मार्ग सबसे लंबा है, जो राज्य के पूर्वी खंड में लगभग 490 किलोमीटर को कवर करता है. आदिवासी जिले यहां केंद्रित हैं. उनाई से फागवेल के बीच भी आदिवासी क्षेत्र मौजूद हैं.

कौन शामिल होंगे?

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित दूसरे केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल सहित राज्य के अन्य बीजेपी नेता इस यात्रा का हिस्सा होंगे.

बताया जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान बीजेपी कुल 182 विधानसभा सीटों में से 144 को कवर करेगी. 5,734 किलोमीटर की यात्रा के दौरान 145 जनसभाएं आयोजित की जाएंगी. इस यात्रा के दौरान गुजरात में बीजेपी की ‘विकास यात्रा’ के बारे में बताया जाएगा. यात्रा के अलावा बीजेपी ने LED रथ भी शुरू किए हैं, जो सभी 182 विधानसबा सीटों में जाएंगे.