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मोदी जिस सीट से 3 बार विधायक रहे, वहां लड़े BJP नेता ने उनका ही रिकॉर्ड तोड़ दिया

जीतने वाला नेता पार्षद रह चुके हैं.

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ये सीट 1990 से ही भाजपा के पाले में रही है. (फोटो: IndiaToday)

गुजरात की मणिनगर (Maninagar) विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अमूल भट्ट (Amul Bhatt) ने 1,12,527 वोटों से जीत दर्ज की. ECI मुताबिक़, अमूल भट्ट ने कांग्रेस के सी एम राजपूत को 90,000 से ज़्यादा वोटों के अंतर से हराया है. 22,226 वोटों के साथ सीएम राजपूत दूसरे नंबर पर रहे और आम आदमी पार्टी के विपुलभाई पटेल के खाते 13,980 वोट आए. 

'नरेंद्र मोदी की सीट'

अहमदाबाद वेस्ट लोकसभा के अंदर आती है मणिनगर विधानसभा. शहरी सीट है. 1 दिसंबर को पहले चरण में मतदान हुआ था. 1990 से ही इस सीट से भाजपा जीत रही है. इस विधानसभा को नरेंद्र मोदी की सीट भी कहते हैं क्योंकि 2002, 2007 और 2012 में देश के मौजूदा प्रधानमंत्री और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी इस सीट से विधायक रहे. फिर 2014 में प्रधानमंत्री बन गए और सीट पर उपचुनाव हुए. 2014 के उपचुनाव में जीते सुरेशभाई धनजीभाई पटेल उर्फ़ सुरेश पटेल. इसके बाद 2017 में विधानसभा चुनाव हुए. कुल 7 उम्मीदवार लड़े थे. भाजपा के सुरेश पटेल ने कांग्रेस के श्वेताबेन नरेंद्रभाई ब्रह्मभट्ट को भारी अंतर से हराया था. 75,199 वोटों से.

इस बार BJP ने श्वेता ब्रह्मभट्ट की जगह अमूलभाई भट्ट को टिकट दिया. ये अमूलभट्ट का पहला विधानसभा चुनाव है. वो मणिनगर क्षेत्र से पार्षद रह चुके हैं. वहीं, कांग्रेस ने सीएम राजपूत को और आम आदमी पार्टी ने विपुलभाई पटेल को उतारा था. चुनाव से पहले कहा जा रहा था कि अगर इस बार बीजेपी मणिनगर पर जीत हासिल करती है, तो ये पार्टी की लगातार 9वीं जीत होगी. लेकिन ये किसी ने नहीं सोचा होगा कि ये नरेंद्र मोदी से भी बड़ी जीत होगी. मोदी 2002, 2007 और 2012 के चुनावों में 75,333, 87,161 और 86,373 वोटों के अंतर से जीते थे. ये - 2022 में - 90,000 से ज़्यादा की जीत है. 

2012 के 'विवादास्पद' चुनाव

साल 2012 के विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के सामने कांग्रेस के टिकट से श्वेता संजीव भट्ट ने चुनाव लड़ा था. श्वेता भट्ट, संजीव भट्ट की पत्नी हैं. वही अधिकारी जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ गोधरा दंगों में शामिल होने का हलफनामा दायर किया था. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए जिस SIT का गठन किया, 2011 में उस टीम ने रिपोर्ट सौंपी और भट्ट के सभी आरोपों को ख़ारिज कर दिया. 2012 के चुनाव हुए और चुनाव में नरेंद्र मोदी ने श्वेता भट्ट को 86,373 मतों से हरा दिया था. संजीव भट्ट का क्या हुआ? 2015 में 'अनधिकृत ग़ैर-मौजूदगी' के आधार पर उन्हें पुलिस सेवा से निकाल दिया गया. और, जून 2019 में 1990 के एक केस में संजीव को उम्रक़ैद की सज़ा सुना दी गई.

मणिनगर विधानसभा में 2,59,289 वोटर हैं. मुस्लिम और दलित वोटरों की संख्या क़रीब 6 फ़ीसदी है और राजपूत, ब्राह्मण, वैश्य और पाटीदारों की संख्या ज़्यादा है.

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