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स्मृति ईरानी ये तस्वीरें याद रखतीं तो प्रियंका गांधी के 'नमाज' पढ़ने वाला दावा ना करतीं

स्मृति ईरानी ने अपने दावे का कोई सबूत नहीं दिया है, हालांकि मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ उनकी और पीएम मोदी की तस्वीरें जरूर शेयर की जा रही हैं.

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स्मृति ईरानी और दूसरे बीजेपी नेता भी मुस्लिम समुदाय के लोगों के कार्यक्रमों या परंपराओं में हिस्सा लेते रहे हैं. (तस्वीरें- इंडिया टुडे और सोशल मीडिया.)

"मैंने प्रियंका गांधी को नमाज पढ़ते देखा..."

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव को लेकर ये दावा किया है. वो कर्नाटक चुनाव को लेकर न्यूज एजेंसी ANI से बात कर रही थीं. एजेंसी के रिपोर्टर ने कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के मंदिर वाले बयान को लेकर स्मृति ईरानी से सवाल किया था. उसी का जवाब देते हुए स्मृति ईरानी ने दावा किया कि उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी को नमाज पढ़ते देखा था. कब और कहां, ये भी बताया. हालांकि उनके दावे पर सवाल उठ रहे हैं. साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी और दूसरे बीजेपी नेताओं के वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रहे हैं जिनमें वो मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ हैं.

क्या बोलीं स्मृति ईरानी?

केंद्रीय मंत्री ने कहा है,

"शिवकुमार जी से बड़ी विनम्रता से कह रही हूं कि एक तो वो मुख्यमंत्री बन नहीं रहे... इसलिए मंदिर वाला झूठा वादा ना ही करें तो बेहतर है. लेकिन मेरा उनसे दूसरा सवाल ये है कि क्या उन्होंने पहले श्रीमती (प्रियंका गांधी) वाडरा से चेक किया, और ये मैं इसलिए कह रही हूं क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव के अमेठी के चुनाव में मैंने श्रीमती वाडरा को सड़क पर नमाज पढ़ते देखा था... अब सब जानते हैं कि जो इस्लाम धर्म में विश्वास करते हैं वे मूर्ति के उपासक नहीं हो सकते, मंदिर का निर्माण नहीं कर सकते. तो जब उनकी मुखिया ही मूर्तिपूजन के विरोध में हैं, मंदिर के विरोध में हैं तो क्या डीके शिवकुमार ऐसा वादा कर सकते हैं?"

डीके शिवकुमार ने क्या कहा था?

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हिंदू भगवान हनुमान के बाद मंदिर निर्माण का मुद्दा भी चल पड़ा है. गुरुवार, 4 मई को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने मैसूर स्थित चामुंडी पहाड़ी पर बने देवी चामुंडेश्वरी मंदिर में पूजा की. उसके बाद बयान दिया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो पूरे कर्नाटक में हिंदू देवताओं के मंदिर बनवाए जाएंगे, खासकर हनुमान के.

शिवकुमार ने ये भी कहा कि मंदिरों के निर्माण के लिए बाकायदा स्पेशल बोर्ड का गठन किया जाएगा. ये बोर्ड देखेगा कि इन मंदिरों का काम कैसा चल रहा है. कांग्रेस नेता ने लोगों को विश्वास दिलाते हुए वादा किया कि उनकी पार्टी हिंदू मंदिरों और हिंदू देवता हनुमान के आदर्शों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है. पूजा के दौरान शिवकुमार ने देवी चामुंडेश्वरी की शपथ ली और कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस अंजनाद्री विकास बोर्ड की स्थापना करेगी.

दावे पर सवाल

कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख के इसी बयान पर स्मृति ईरानी ने प्रियंका गांधी के नमाज पढ़ने वाला दावा किया है. हालांकि उन्होंने इसकी कोई तस्वीर या वीडियो बतौर सबूत नहीं दिया है. वहीं उनके दावे पर अभी से सवाल उठने लगे हैं. सोशल मीडिया पर वीडियो-तस्वीरें वायरल हैं जिनमें प्रियंका गांधी को मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ देखा जा सकता है. उनमें वो नमाज पढ़ती नहीं, दुआ करती दिख रही हैं.

और इसी तरह के वीडियो और तस्वीरें पीएम नरेंद्र मोदी की भी हैं जिनमें वो बहादुर शाह जफर की मजार पर दुआ मांगे जाते वक्त मौजूद दिख रहे थे. ANI का ही 2017 का ये ट्वीट देखिए.

बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दाऊद बोहरा समुदाय के कार्यक्रम में जा चुके हैं और अलग-अलग मौकों पर उनकी भेंट स्वीकार कर चुके हैं.

वहीं एक तस्वीर स्मृति ईरानी और पीएम नरेंद्र मोदी की भी है जिसमें वे अजमेर शरीफ के लिए चादर भेंट करते दिख रहे हैं.

 न्यूज एजेंसी ANI ने ही इस साल 24 जनवरी को ये तस्वीर अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट की थी.

एक सवाल ये भी बनता है कि क्या नमाज पढ़ लेने से कोई हिंदू, मुसलमान बन जाएगा, या पूजा करने से मुसलमान, हिंदू कहलाएगा? इस पर एक राय केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की है. वो सुनिए. इसमें वो दावा कर रहे हैं कि वो खुद रोज सुबह पूजा करने के साथ कलमा भी पढ़ते हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इससे वो मुसलमान हो गए हैं.

बयान में एक जगह पीयूष गोयल कहते हैं,

"ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुर रसूलुल्लाह... और वास्तव में सभी धर्मों की जो ताकत है वो यही है कि जब हम सब अमन और शांति से एक दूसरे के साथ चलते हैं तभी देश का निर्माण होते हैं."

इसके आगे हम कहें तो कहें क्या बोलें तो बोलें क्या!

वीडियो: प्रियंका गांधी जंतर-मंतर पहुंचीं, धरने पर बैठे पहलवानों से मिलकर बृजभूषण पर क्या बोलीं?