क्राइम के ऐसे ही तीन मामले हैं जिन्होंने अपनी हैवानियत के चलते पूरे भारत को कपकपा दिया.
1) निठारीरेपऔरमर्डरकेस (2006/निठारी, नोएडा) - नोएडा के सेक्टर 31 के डी-5 को पहली नजर में देखें तो एक सामान्य सफेद घर लगता है. लेकिन इसकी दीवारों के भीतर जो हुआ वो पैशाचिक से कम नहीं था. इसका खुलासा तब हुआ जब पास ही के गांव से गायब हो गए बच्चों के अवशेष इस घर के पीछे के नाले में स्थानीय लोगों को मिले. जब सच सामने आया तो ये वीभत्स कहानी रेप, बच्चों के यौन शोषण, मर्डर और कैनिबलिज़्म यानी इंसान का मांस खाने की थी. ऐसी कहानी जो इस देश में पहले नहीं देखी थी. इस मामले में इस मकान के मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर और नौकर सुरिंदर कोली को गिरफ्तार किया गया. इन दोनों पर 20 साल की एक लड़की पायल का यौन उत्पीड़न करने और उसकी हत्या करने का आरोप भी लगा. उसके शरीर के अंश भी उन बच्चों के अंगों के साथ पाए गए. जांच में पंढेर के खिलाफ सबूत नहीं मिला. हालांकि, कोली ने माना कि उसने इन विकृत कृत्यों को किया है और उसे रेप, हत्या व कैनिबलिज़्म का दोषी पाया गया. 9 अप्रैल, 2019 को सीबीआई की कोर्ट में कोली को 11वें केस में मृत्युदंड की सजा सुनाई गई.
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निठारी कांड में कई बच्चों के साथ गलत चीज़ें हुई थीं और मामला बच्चों से जुड़े होने की वजह से इस कैस पर देशभर की जनता की नज़र गड़ी हुई थी.
2) भोपालट्रिपलमर्डरकेस (2010/2016छत्तीसगढ़/रायपुर) - बात भोपाल की है. 3 फरवरी 2018 को यहां के साकेत नगर में एक दोमंजिला घर के पहले माले में जब सब-इंस्पेक्टर सतेंद्र सिंह कुशवाहा पुलिसवालों की एक टीम को लेकर पहुंचे तो लिविंग रूम में पहली चीज जो उन्होंने कमरे में देखी, वो थी एक सीमेंट ब्लॉक जिसके ऊपर एक मार्बल स्लैब रखी थी. इसके अंदर थी आकांक्षा शर्मा की बॉडी. आकांक्षा एक बंगाली युवक उदयन दास के साथ लिव-इन में रह रही थी, गर्लफ्रेंड थी. उदयन को शहर में आए ज्यादा वक्त नहीं हुआ था. उसने हत्या की क्योंकि उसे शक था कि वो उसके प्रति वफादार नहीं थी. 32 साल के उदयन ने हत्या करने और अपनी प्रेमिका तो दफ्न करने की प्रेरणा हॉलीवुड फिल्म 'डेविल्स नॉट' से ली थी. आगे की जांच में पता चला कि आठ साल पहले दास ने अपने माता-पिता को भी मारकर रायपुर के अपने घर के बगीचे में दफना दिया था. सिर्फ इसलिए क्योंकि वो आर्ट्स और सोशल साइंस की पढ़ाई करना चाहता था लेकिन उसके माता-पिता उसे "मैथ्स पढ़ने के लिए जबरदस्ती करते थे." बाद में उसने माता-पिता का घर बेच दिया क्योंकि उसे "आलीशान जिंदगी जीनी थी और अपने सपनों का पीछा करना था." उदयन अकेला ही रहता था, उसके कोई दोस्त भी नहीं थे और बचपन में उसे बहुत बुली किया गया. वो 110 फेसबुक अकाउंट हैंडल करता था जिनसे वो लोगों से बात करता था. इसी के जरिए वो आकांक्षा से मिला था. उसे मारने के बाद उसने कई दिनों तक आकांक्षा की आइडेंटिटी अपनाए रखी और किसी को संदेह न हो इसलिए आकांक्षा बनकर वॉट्सएप पर उसके माता-पिता से बात करता रहता था. मर्डर के अलावा उस पर जालसाज़ी और धोखाधड़ी के आरोप भी लगे, जब ये बात पता चली कि अपने माता-पिता के बैंक खाते से पैसे निकलवाने के लिए बैंक अधिकारियों की मदद से पेरेंट्स के नकली सिग्नेचर किए. अब उदयन जेल में है और निचली अदालत में मामला चल रहा है.
'अभय' के ट्रेलर का एक सीन. इस सीरीज़ में गांवों में डायन-चुड़ैल बताकर महिलाओं को जान से मार दिए जाने वाली घटनाओं का भी ज़िक्र होगा.
3) डेटिंगएप्पमर्डर (2018, जयपुर) -जयपुर के 29 साल के युवक दुष्यंत शर्मा ने जब एक ऑनलाइन डेटिंग एप्प पर प्रियंका सेठ नाम की युवती को राइट-स्वाइप किया तो उसे उम्मीद नहीं थी कि कुछ ही दिनों में उसकी हत्या कर दी जाएगी और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करके एक सूटकेस में भर दिए जाएंगे. ये लावारिस पड़ा सूटकेस इस हत्याकांड के कुछ दिन बाद जयपुर-दिल्ली हाइवे पर मिला. मई 2018 में 27 साल की प्रिया सेठ और उसके दो साथियों दीक्षांत कामरा और लक्ष्य वालिया ने दुष्यंत के अपहरण और हत्या की प्लानिंग और काम को अंजाम दिया. प्रिया ने अपने शिकार को एक डेटिंग एप्प के जरिए ललचाया जहां बदकिस्मती से दुष्यंत के बैचलर और करोड़पति होने का दावा किया गया था. ये दोनों 2 मई को डेट पर मिले. बाद में दुष्यंत को प्रिया ने जयपुर के बालाजी नगर के अपने अपार्टमेंट में बुलाया. यही वो अपार्टमेंट था जहां उसे बंधक बनाकर रखा गया, उसका मर्डर किया गया और टुकड़े-टुकड़े किया गया. गला रेतने से पहले तीनों दोषियों ने दुष्यंत से उसके पिता को कॉल करवाया और 10 लाख रुपये की फिरौती देने के लिए कहा. उसके पिता उसी दिन 10 लाख रुपये की व्यवस्था नहीं कर पाए और उन्होंने 3 लाख रुपये दिए गए खाते में ट्रांसफर करवा दिए. लेकिन उसके बाद उन्होंने बेटे की आवाज कभी नहीं सुनी. प्रिया सेठ का इससे पहले वेश्यावृत्ति, एटीएम लूटने, फिरौती और रेप केस करने की धमकी देने का इतिहास रहा है. इसी की बदौलत तीनों दोषियों को पुलिस ने दुष्यंत के शरीर के टुकड़े मिलने के 10 घंटे के भीतर ही दबोच लिया. ये तीनों नृशंस हत्यारे अब जेल में हैं और इस जांच के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं.
सीरीज़ के एक सीन में मुख्य किरदार निभा रहे कुणाल खेमू. कुणाल करण जौहर की फिल्म 'कलंक' में भी नज़र आने वाले हैं.
पुलिसवन्यायपालिकाकीतत्परतासेयेऔरऐसेकईअपराध,औरउन्हेंकरनेवालोंकोपकड़ाजासकाऔरजल्दहीदोषियोंकोसजामिलेगी. इन्हींऔरऐसेकई अन्यमामलोंसेप्रेरितहैZEE5कीहालियावेबसीरीज'अभय.' इससीरीजमेंपुलिसकीजांचजैसेजैसेआगेबढ़तीहैहम इन क्राइम्सकीघिनौनीडीटेल्सदेखतेहैं. येभीदेखतेहैंकिपुलिसनेइनमामलोंकोक्रैककैसेकिया. इससीरीजमेंलीडरोलकुणालखेमूकररहेहैं. 'अभय' आपकोशॉककरेगी, डराएगीजैसेजैसेइसमेंअपराधहोतेदिखेंगेऔरबादमेंआपराहतकीसांसलेंगेजबदोषीपकड़ेजाएंगे. इससीरीजकाट्रेलरआपयहांदेखसकतेहैं. इसबांधदेनेवालीक्राइमसीरीजकोदेखनेकेलिएZEE5 पे
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कर सकतेहैं. इसके4एपिसोडअबतकआचुकेहैं आगे के 2एपिसोड आज रिलीज़ हो गए.
इस सीरीज का ट्रेलर आप यहां देख सकते हैं:
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