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'आदिपुरुष' के खराब VFX पर 'ब्रह्मास्त्र' की VFX कंपनी के मालिक ने क्या कहा?

'क्या चलेगा और क्या नहीं, इसका फैसला जनता के हाथ में है. वही जज हैं'- नमित मल्होत्रा.

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पहली तरफ फिल्म 'आदिपुरुष' का पोस्टर. बीच में नमित मल्होत्रा. आखिरी तस्वीर फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' से.

Adipurush टीज़र आया और पब्लिक फिल्म के vfx को कोसने लगी. कहा गया कि इससे अच्छा, तो Brahmastra और Ra-one जैसी फिल्मों का vfx था. अब इस बारे में 'ब्रह्मास्त्र' का vfx करने वाली कंपनी प्राइम फोकस के सर्वेसर्वा नमित मल्होत्रा ने बात की है. नमित ने कहा कि चाहे फिल्ममेकर कितना भी कॉन्फिडेंट हो. सारी बहस वहीं आकर ठहरती है कि जनता को उनका काम कैसा लगा. हालांकि उन्होंने डायरेक्ट तरीके से 'आदिपुरुष' के बारे में बात नहीं की.

'ब्रह्मास्त्र' आलोचनाप्रूफ फिल्म नहीं थी. स्टोरीलाइन को लेकर फिल्म को काफी क्रिटिसिज़्म झेलना पड़ा. मगर फिल्म के जो भी सीन कंप्यूटर पर बनाए गए थे, उसकी सबने एक सुर में तारीफ की. अब नमित मल्होत्रा ने 'ब्रह्मास्त्र' के VFX और CGI को मिली तारीफ पर बात की है. उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में बात करते हुए कहा-

''जब इस तरह की चीज़ें होती हैं, तो आपको उस पर यकीन करने में काफी समय लगता है. क्योंकि जब आप क्रिएटिव जोन में होते हैं, तो आप ये नहीं सोचते कि इसका नतीजा क्या होगा. जब मैं थोड़ा स्थिर हुआ, तब मुझे अहसास हुआ कि ये मेरा बहुत पुराना सपना था कि दुनिया की बेस्ट तकनीक को इंडियन सिनेमा तक लाया जाए. जिस तरह की तारीफ और वैलिडेशन हमें मिली, उससे ऐसा लगता है मानों हमारा वो सपना पूरा हुआ और एक नई जर्नी शुरू हो गई.''

'ब्रह्मास्त्र' की रिलीज़ के कुछ ही हफ्तों बाद VFX हेवी प्रोजेक्ट 'आदिपुरुष' का टीज़र आया. जो लोगों को बिल्कुल पसंद नहीं आया. लोगों ने ओम राउत डायरेक्टेड इस फिल्म के vfx को बचकाना और कार्टूनिश करार दिया. 'ब्रह्मास्त्र' के साथ 'आदिपुरुष' की तुलना भी की गई. जब इस बारे में नमित से पूछा गया, तो उन्होंने इस पर बात करने से सीधा इन्कार कर दिया. मगर वो इस बातचीत में आगे कहते हैं-

''कोई फिल्ममेकर अपने काम को लेकर चाहे जितना भी कॉन्फिडेंट हो, अल्टीमेटली सारी बहस वहीं आकर रुकती है कि जनता को क्या लगता है. क्या चलेगा और क्या नहीं, इसका फैसला जनता के हाथ में है. वही जज हैं. हमारे काम को इतनी सराहना मिली, इसके लिए मैं बहुत खुश हूं कि हम वहां तक पहुंच सके. क्रिएशन हमेशा से बहुत जटिल काम रहा है. हर कोई अपने हिसाब से बेस्ट करना चाहता है. मगर वो तीर निशाने पर लगा कि नहीं, इसका फैसला जनता के हाथ में होता है. हमारे लिए ये एरोगेंस नहीं, बल्कि राहत की बात है कि ऑडियंस को हमारा काम पसंद आया.''

'ब्रह्मास्त्र' के विज़अल इफेक्ट्स इंडिया के लिहाज़ से बढ़िया थे. फिर भी इस डिपार्टमेंट फिल्म को थोड़ी-बहुत आलोचना का सामना तो करना ही पड़ा. इस विषय पर बात करते हुए नमित मल्होत्रा कहते हैं कि वो स्वीकार करते हैं कि 'ब्रह्मास्त्र' को सिर्फ तारीफ ही नहीं आलोचना भी मिली. वो कहते हैं-

''हमें लगा कि कुछ चीज़ें बहुत सही हैं. मगर पब्लिक को वो ठीक नहीं लगीं. किसी को क्या पसंद आता है, ये सब्जेक्टिव मसला है. हम इन सभी चीज़ों का ध्यान रखते हुए आगे बढ़ेंगे. हमें किसी ने गलती बताई और हमने उसे अगले पार्ट में बेहतर नहीं किया, तो वो हमारी बेवकूफी होगी.''

नमित की कंपनी प्राइम फोकस ने 'ब्रह्मास्त्र' का vfx वर्क किया. इसके अलावा नमित इस फिल्म से प्रोड्यूसर के तौर पर भी जुड़े हुए थे. इससे पहले प्राइम फोकस 'दोबारा', 'गंगूबाई काठियावाड़ी', 'अंतिम', '83', 'चंडीगढ़ करे आशिकी' और 'अतरंगी रे' समेत पचासों हिंदी फिल्मों के vfx का काम कर चुकी है. आने वाले दिनों में हमें 'राम सेतु', 'भेड़िया', 'मैदान' और 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' जैसी फिल्मों में उनका vfx देखने को मिलेगा. 

वीडियो देखें: Adipurush Teaser देखने के बाद लोगों के मन में Ra One और Brahmastra के लिए इज़्ज़त क्यों बढ़ गई?