सैंटा जैसा कुछ
फैशन सेंस गज्जब है मितरो. वो भी उसूल और आदर्श के पक्के. जैसा देस वैसा भेस वाली टैगलाइन पकड़ कर चलते हैं. ये ड्रेस पहन कर कैसे मगन हैं देखो.
फैशन सेंस गज्जब है मितरो. वो भी उसूल और आदर्श के पक्के. जैसा देस वैसा भेस वाली टैगलाइन पकड़ कर चलते हैं. ये ड्रेस पहन कर कैसे मगन हैं देखो.
मोदी जी गए थे चाइना. वहां लोगों ने जिद की कि चलो आपको टेराकोटा वॉरियर्स म्यूजियम दिखा लाते हैं. वहां पत्थर की आदमकद मूर्तियां भाईसाब. एकदम जैसे सच्ची मुच्ची की फौज खड़ी हो. वहां इन मूर्तियों को छूना मना है का बोर्ड लगा था. लेकिन मोदी जी बड़े क्यूरियस. सब सैनिकों से बात कर आए. फेस टू फेस. ई देखौ.
जब इनके प्रधानमंत्री बनने के बाद मिशेल के हसबेंड और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक फर्स्ट टाइम इंडिया आए थे. तो मोदी जी ने ये ड्रेस पहनी थी. उनका नाम इसमें सुनहरे अक्षरों में उकेरा हुआ था. किसी ने कहा कि सूट 10 लाख का है. वहां अमेरिका में मस्त खाना पीना और गप्पें हो रही थी और यहां बवाल मच चुका था.
फ्रांस यात्रा के दौरान बहुत मजा आया दोस्त. लेकिन वहां के प्रेसीडेंट फ्रंस्वा ओलांद साहब थोड़े मजाकिया हैं. बताओ. ये किताब मेरे हैंड शेक से ज्यादा जरूरी तो नहीं थी.
दुनिया जानती है कि लेडीज की कित्ती रेस्पेक्ट करते हैं हमारे मोदी जी. किसी को शिकायत का मौका नहीं देते. खुद बढ़ कर हाथ मिलाते हैं हमेशा. कभी-कभी टाइमिंग गड़बड़ा जाती है.
डेविड कैमरन भी न. सो बैकवर्ड टाइप. अमां यार ताली देनी होती है जब कोई ऐसे करे तो.
इसीलिए प्रधानमंत्री बच्चों से मिलते ही उनके कान का ऑपरेशन कर देते हैं. न रहेगा कान न होगा कच्चा पक्का.
पता नहीं ये कहां के सीरियस डिस्कशन की फोटू है. कम्बख्तों ने इसे भी नहीं बख्शा. लग रहा है दोनों मित्र खाने की टेबल पर होने वाली हलचल के इंतजार में हैं.
दुबई ट्रिप की भावुक कर देने वाली यादें. बादशाह सलामत भी हमारे प्रधानमंत्री के साथ इमोशंस में बह गए.
फेसबुक पर तो बहुत बातचीत होती थी. अब इच्छा थी कि आमने सामने मिला जाए. फोटो शोटो खिंचवाया जाए. लेकिन जब फोटो सेशन की बारी आई तो जकरबर्ग उतर आए बेइमानी पर. अरे हटो भई ये क्या हरकत है.
लेकिन जो बात है वो बात है. फोटो का असली पोज तो यही है भाईसाब.
PIB के दफ्तर में पता नहीं किसने ये मजाक किया था. मोदी जी की प्लेन सीट वाली फोटो मोडिफाई करके चेन्नई की बाढ़ दिखा दी थी. इतनी ऊंचाई से इतनी क्लियर पिक्चर. फिर तो लोगों ने भी दिखाया फोटोशॉप का हुनर.
शिंजो आबे भी वहीं खड़े थे. वो भी नहीं बताए. मोदी जी भी नहीं नोटिसियाए कि नेशनल फ्लैग उल्टा लगा है. झंडे का अपमान हुआ और बमचक मच गई.
ये वाला लेटेस्ट है. जब रूस में अपनी नेशनल एंथम चालू होते ही चल पड़े थे. फिर हाथ पकड़ कर खड़े किए गए.
https://www.youtube.com/watch?v=olEIzOWZW4k