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"इंग्लैंड, अमेरिका जब कुछ नहीं थे, तब हम आधुनिक थे" - चियां विक्रम

विक्रम ने कहा कि आज हम अमेरिका जैसी सुपरपावर की तरफ देखते हैं. लेकिन जिस समय चोल साम्राज्य समृद्ध था, उस वक्त अमेरिका को खोजा तक नहीं गया था.

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विक्रम ने फिल्म में आदित्य करिकालन का किरदार निभाया है.

पोन्नियिन सेलवन:1. शॉर्ट में ‘PS-1’ भी कहा जाता है. चोल साम्राज्य पर आधारित मणि रत्नम की फिल्म. ऐश्वर्या राय, तृष्णा कृष्णन, चियां विक्रम, जयम रवि, शोभिता धूलिपाला और कार्ति जैसी ऑन्सॉम्बल कास्ट से बनी फिल्म. फिल्म 30 सितंबर को देशभर में रिलीज़ होने वाली है. उसी सिलसिले में फिल्म की टीम ग्राउंड पर उतरकर प्रमोशन में जुटी है. टीम की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है. जहां चियां विक्रम ने भारतीय इतिहास, कल्चर और संपदा पर बात की. कहा कि जिस वक्त इंग्लैंड और यूरोप बुरे दौर से गुज़र रहे थे, तब भारतीयों ने उपलब्धियां हासिल कर ली थीं. 

आगे उन्होंने विदेशी आर्किटेक्चर पर बात करते हुए कहा,

हम पिरामिड देखने चले जाते हैं, लीनिंग टावर ऑफ पीसा देखने चलते जाते हैं. किसी ने कहा था कि हम ऐसी बिल्डिंग की तारीफ कर रहे हैं, जो सीधी भी नहीं खड़ी. वो गिरने को है और हम उसके सामने सेल्फ़ी ले रहे हैं. लेकिन हमारे पास मंदिर हैं, जो आज तक खड़े हैं और उन्होंने प्लास्टर इस्तेमाल नहीं किया. 

विक्रम ने तमिलनाडु के थंजावुर में स्थित बृहदेश्वरा मंदिर पर बात की. उसके निर्माण पर बात करते हुए कहा कि एक खास पत्थर को लगाने के लिए उन्होंने छह किलोमीटर लंबा रैम्प तैयार किया. क्रेन और मशीन की जगह इंसानों, बैलों और हाथियों ने उसे खींचने का काम किया. उन्होंने कोई प्लास्टर इस्तेमाल नहीं किया. बावजूद इसके, वो मंदिर छह भूकंप झेल चुका है. विक्रम ने राजा चोल के समय पर बात की. कहा कि उन्होंने अपने समय में 5000 बांध बनवाए थे. पानी के मैनेजमेंट के लिए अलग से मंत्रालय बनवाया. गांव के मुखिया की नियुक्ति के लिए चुनाव करवाए. अपने शहर का नाम महिलाओं के नाम पर रखा. रानी के नाम पर रखा. वो कहते थे कि शहरों के नाम सिर्फ पुरुषों के नाम पर ही क्यों पड़ें. 

विक्रम ने कहा कि आज हम अमेरिका जैसी सुपरपावर की तरफ देखते हैं. लेकिन जिस समय में चोल साम्राज्य समृद्ध था, उस वक्त तक अमेरिका को खोजा तक नहीं गया था. इंग्लैंड पर वाइकिंग्स ने हमला कर दिया था. वो बुरे दौर से गुज़र रहे थे. आगे कहा,

ये सब नौवीं शताब्दी में हुआ जब हमारी मरीन पावर बाली, मलेशिया और चीन तक पहुंच गई थी. हमें इस बात पर गर्व होना चाहिए कि हम कितने आधुनिक थे. ये नॉर्थ इंडिया या साउथ इंडिया की बात नहीं. हम भारतीय हैं और हमें इस बात पर गर्व होना चाहिए. 

PS-1 तमिल क्लासिक नॉवल 'पोन्नियिन सेलवन' पर बेस्ड है. इस नॉवल को लिखा था कल्कि कृष्णमूर्ति ने. 1950 में 'पोन्नियिन सेलवन' कल्कि की वीकली मैग्ज़ीन 'कल्कि' में छपनी शुरू हुई. हर हफ्ते कहानी का एक हिस्सा मैग्ज़ीन में छपता. मई 1954 में जाकर मैग्ज़ीन में इसकी कहानी खत्म हुई. मैग्ज़ीन में कहानी पूरी होने के बाद 2210 पन्ने की इस स्टोरी को किताब के रूप में रिलीज़ किया गया. पांच वॉल्यूम में. इसे तमिल लिटरेचर के सबसे क्लासिक नॉवल्स में गिना जाता है. इस नॉवल पर आधारित फिल्म में विक्रम आदित्य करिकालन का किरदार निभाएंगे.       

वीडियो: IMAX पर रिलीज़ होगी PS-1