गुजराती भाषा की फिल्म Chhello Show को इंडिया की ओर से ऑस्कर में ऑफिशियल एंट्री के तौर पर भेजा गया. अंग्रेज़ी में इसे The Last Film Show बुलाया जा रहा है. मगर इस फिल्म को लेकर नित नए विवाद हो रहे हैं. पहले तो मसला था कि RRR के ऊपर इस फिल्म तरजीह क्यों दी गई. जबकि RRR के ऑस्कर जीतने के चांसेज़ ज़्यादा था. क्योंकि उस फिल्म से दुनियाभर की ऑडियंस वाकिफ थी. अब नया मुद्दा खड़ा हो रहा है. Chhello Show पर आरोप लग रहे हैं कि वो इंडियन फिल्म है ही नहीं. फिर उसे ऑस्कर में क्यों भेजा गया? साथ ही इसे विदेशी फिल्म की कॉपी भी बताया जा रहा है. इन सभी सवालों पर फिल्म के डायरेक्टर पैन नलिन ने जवाब दिया.
इंडिया की तरफ से ऑस्कर में भेजी गई 'छेल्लो शो' भारतीय फिल्म है ही नहीं?
Chhello Show पर ऑस्कर विनिंग इटैलियन फिल्म Cinema Paradiso की कॉपी होने के भी आरोप लग रहे हैं.
Federation of Western India Cine Employees (FWICE) नाम का एक संस्थान है. उन्होंने आरोप लगाया कि 'छेल्लो शो' भारतीय फिल्म नहीं है. क्योंकि इस फिल्म के मुख्य प्रोड्यूसर हैं ऑरेंज स्टूडियो (Orange Studio). जो कि एक फ्रेंच प्रोडक्शन और डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी है. ऑरेंज स्टूडियो की वेबसाइट पर भी इस फिल्म को भारत और फ्रांस की साझा फिल्म बताया गया है. हालांकि इस फिल्म को इंडिया में रिलीज़ करने के लिए सिद्धार्थ रॉय कपूर की कंपनी रॉय कपूर फिल्म्स ने खरीद लिया है. मगर FWICE का कहना है कि जिस फिल्म को इंटरनेशनल स्टूडियो ने प्रोड्यूस किया है, वो इंडिया की फिल्म कैसे हो सकती है! और जो फिल्म इंडियन है ही नहीं, उसे भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए ऑस्कर में क्यों भेजा गया?
ऐसे में ऑस्कर के लिए Chhello Show का चुनाव करने वाली फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) के फैसले पर सवाल उठने लगे. जब इस बारे में FFI के प्रेज़िडेंट से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने साफ जवाब नहीं दिया. इंडियन एक्सप्रेस के साथ हुई बातचीत में FFI के प्रेज़िडेंट T.P. अग्रवाल ने कहा-
''मैं इस मुद्दे पर कुछ नहीं कह सकता. क्योंकि मैं इस बारे में श्योर नहीं हूं.''
FWICE ने 'छेल्लो शो' पर इटैलियन फिल्म Cinema Paradiso की कॉपी होने का भी आरोप लगाया है. 'सिनेमा पैराडिसो' 1988 में रिलीज़ हुई थी. इसने ऑस्कर में बेस्ट फॉरन फिल्म का अवॉर्ड जीता था. इसके अलावा पांच BAFTA भी अपने नाम किए थे. 'छेल्लो शो' और 'सिनेमा पैराडिसो' के पोस्टर में भी काफी समानताएं हैं. इटैलियन फिल्म की नकल होने के सवाल पर बात करते हुए टी.पी. अग्रवाल ने कहा-
''नहीं. मैंने ज्यूरी मेंबर्स से पूछा. उन्होंने ये फिल्म कई बार देखी है और कॉपी होने की बात से इन्कार किया है. इस फिल्म का कोई भी उस फिल्म से मिलता-जुलता नहीं है. ये उससे प्रेरित हो सकती है, मगर उसकी कॉपी नहीं.''
'सिनेमा पैराडिसो' की कॉपी वाली बात को तूल पकड़ते देख 'छेल्लो शो' के डायरेक्टर पैन नलिन एक ट्वीट किया. इसमें वो लिखते हैं-
''कॉपी? होमाज? प्रेरणा? ओरिजिनल? खुद पता करिए. 14/10/2022 को आपके नज़दीकी सिनेमाघरों में. इसका निर्णय करने की शक्ति लोगों के पास है, उन्हें ही फैसला लेने दें.''
हालांकि अब ये ट्वीट उनकी टाइमलाइन पर नज़र नहीं आ रहा है. क्योंकि इसे डिलीट किया जा चुका है.
'छेल्लो शो' सौराष्ट्र में रहने वाले एक 9 साल के बच्चे की कहानी है, जिसे बचपन में ही सिनेमा से प्रेम हो जाता है. सिनेमा उसके जीवन को कैसे प्रभावित करता है, फिल्म में यही देखने को मिलेगा. इसे सेमी-ऑटोबायोग्राफिकल फिल्म बताया जा रहा है. क्योंकि फिल्म के डायरेक्टर पैन नलिन खुद सौराष्ट्र की पैदाइश हैं. और उनके बचपन का एक बड़ा हिस्सा वहीं बीता. ये फिल्म 14 अक्टूबर, 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज़ के लिए शेड्यूल्ड है.
वीडियो देखें: RRR की जगह Chhello Show को ऑस्कर अवार्ड्स के लिए क्यों भेजा, जानिए वजह