The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

शाहरुख खान का पुराना वीडियो वायरल, "मैं मुस्लिम हूं, चैरिटी करता हूं, बताता नहीं''

शाहरुख खान के इस जवाब पर जनता दो फाड़ हो गई है. लोगों का कहना है कि शाहरुख को खुद को मुस्लिम बताने की क्या ज़रूरत थी.

post-main-image
शाहरुख खान के वायरल क्लिप का स्क्रीनशॉट. दूसरी तरफ एसिड अटैक सर्वाइवर के साथ शाहरुख.

इन दिनों Shahrukh Khan का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें वो ये कहते सुने जा रहे हैं कि वो मुस्लिम हैं और चैरिटी करते हैं. उसे बिना संदर्भ के फैलाया जाएगा, तो मामला गड़बड़ा जाएगा. इसलिए बैकस्टोरी पर बात करते हैं.

ये वीडियो शाहरुख खान के फैन अकाउंट srkbeedcfc ने 7 मार्च को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था. मगर अचानक से उस वीडियो पर एंगेजमेंट आने लगा. लोग जब किसी पोस्ट को लाइक, कमेंट या शेयर करते हैं, तो उसे एंगेजमेंट कहा जाता है. खैर, ये वीडियो 2014 का है, जब शाहरुख अपनी फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' प्रमोट कर रहे थे. क्योंकि वीडियो में उनके पीछे आंशिक रूप से फिल्म का पोस्टर दिखलाई पड़ रहा है. प्रेस कॉन्फ्रेंस जैसा कुछ चल रहा था. वहीं एक रिपोर्टर ने उनसे पूछा लिया कि शाहरुख देश के लिए क्या करते हैं.

इसके जवाब में शाहरुख खान ने कहा-

''मैं मुस्लिम हूं. इसलिए जो मैं चैरिटी करता हूं, जो काम करता हूं, वो हम पर्सनल रखते हैं.''

इसमें वीडियो के कमेंट बॉक्स में भी लोगों के बीच मतभेद हो गया है. एक धड़ा तो ये कह रहा है कि शाहरुख खान से पंगा नहीं लेना चाहिए. क्योंकि वो बहुत हाज़िरजवाब आदमी हैं. मगर दूसरे तबके को इस बात से परेशानी है कि ये कहने के लिए शाहरुख को खुद को मुस्लिम बताने की क्या ज़रूरत थी? हमारे साथी हैं मुबारक. उनसे हमने पूछा कि शाहरुख जो कह रहे हैं, उसका मुसलमान होने से क्या लेना-देना है. उन्होंने बताया कि शाहरुख वहां 'ज़कात' की बात कर रहे हैं.

'ज़कात' इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है. इसका शाब्दिक अर्थ होता है दान. क़ुरान में भी इसका ज़िक्र मिलता है. इसमें ये बताया गया है कि किसी को किस तरह का और कितना दान देना चाहिए. इसका एक नियम ये भी है कि आप किसी की मदद करने के बाद, उस बारे में बात नहीं करते.  बेसिकली इस्लाम में ये एक कॉन्सेप्ट है कि अगर आप कोई दान जैसी चीज़ करते हैं, तो उसका ढिंढोरा नहीं पीटना है. खामोशी से करना है. शाहरुख इसी वजह से मुस्लिम होने का ज़िक्र कर रहे थे.

shahrukh khan, meer foundation,
अप्रैल 2023 में अपनी IPL टीम को सपोर्ट करने गए शाहरुख खान कलकत्ता गए थे. वहां उन्होंने एसिड अटैक की शिकार हुईं महिलाओं से मुलाकात की. जिनकी मदद उनके फाउंडेशन ने की थी.

शाहरुख खान ने 2013 में मीर फाउंडेशन की स्थापना की थी. इस फाउंडेशन का नाम उन्होंने अपने पिता मीर ताज मोहम्मद खान के नाम पर रखा. इसके तहत वो महिलाओं की बेहतरी और सशक्तिकरण के लिए काम करते हैं. मीर फाउंडेशन मुख्यत: एसिड अटैक की शिकार महिलाओं की मदद करता है. इसके अलावा भी शाहरुख खान कई मौकों पर अपनी प्रोडक्शन कंपनी रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट के तहत दान-पुण्य जैसे काम करते रहते हैं. 

वीडियो: शाहरुख खान के पार्लियामेंट बिल्डिंग वीडियो के बाद उनका 10 साल पुराना ट्वीट क्यों वायरल हो रहा है?