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'32 हजार लड़कियों को मुस्लिम बना सीरिया भेजा', कितनी सच है The Kerala Story की ये कहानी?

क्या सच में 32 हजार लड़कियों को मुसलमान बनाकर, सीरिया भेजा गया?

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'द केरला स्टोरी' फिल्म मई में रिलीज होगी | फोटो: द केरला स्टोरी/यूट्यूब

एक फिल्म आने वाली है, नाम है- 'द केरला स्टोरी' (The Kerala Story). फिल्म में उन लड़कियों की कहानी दिखाने का दावा किया गया है जिन्होंने इस्लाम कबूल किया और फिर वो आतंकी संगठन ISIS में शामिल हो गईं. वो इराक और सीरिया गईं और वहां जाकर ISIS में शामिल हो गईं. इस फिल्म का ट्रेलर 26 अप्रैल को रिलीज हुआ. इससे पहले नवंबर 2022 में इसका टीजर आया था. टीजर में दावा किया गया था कि केरल की 32 हजार हिंदू और ईसाई महिलाओं ने इस्लाम धर्म कबूल किया. इसके बाद इन्हें सीरिया ले जाकर ISIS में शामिल करवाया गया.

'द केरला स्टोरी' में एक्ट्रेस अदा शर्मा मुख्य भूमिका में हैं. फिल्म में उन्होंने शालिनी उन्नीकृष्णन का किरदार निभाया है, जो केरल के एक हिंदू परिवार की लड़की है. शालिनी का धर्म परिवर्तन करवाया गया और नाम पड़ गया फातिमा.

फिल्म के टीजर में बुर्का पहने फातिमा बताती है कि वो एक हिंदू थी जिसका नाम शालिनी उन्नीकृष्णन था और वो नर्स बनना चाहती थी. लेकिन, अब उसे फातिमा के नाम से जाना जाता है.

फातिमा आगे कहती है,

'अब वो अफगानिस्तान की जेल में बंद एक ISIS आतंकवादी है. उसके जैसी 32 हजार लड़कियां और हैं जिन्हें इस्लाम में परिवर्तित कर सीरिया और यमन भेज दिया गया. केरल में खुलेआम नार्मल लड़कियों को खतरनाक टेररिस्ट बनाने का एक खतरनाक खेल चल रहा है.'

32 हजार का दावा कैसे किया गया?

यूट्यूब पर एक चैनल है ‘द फेस्टिवल ऑफ भारत’. इस पर 'द केरला स्टोरी' के डायरेक्टर सुदीप्तो सेन का एक इंटरव्यू है. इसमें उनसे पूछा गया कि उन्हें 32 हजार लड़कियों के धर्म परिवर्तन का आंकड़ा कहां से मिला?

इस सवाल का जवाब देते हुए ,

‘साल 2010 में केरल के तत्कालीन सीएम ओमन चांडी ने विधानसभा के सामने एक रिपोर्ट रखी थी. उन्होंने कहा था कि हर साल लगभग 2,800 से 3,200 लड़कियां इस्लाम धर्म अपना रही हैं. बस इससे अगले 10 सालों का हिसाब लगा लें. ये संख्या 30 से 32 हज़ार होती है.’

हालांकि, इस दौरान सुदीप्तो ने ये भी बताया कि उनके सामने कैमरे पर ओमन चांडी ने इस बात से इनकार किया कि केरल में ऐसा कुछ हुआ था.

सुदीप्तो सेन ने फैक्ट चेकर वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ से भी बात करते हुए 32 हजार वाले आंकड़े को लेकर यही दावा किया. उन्होंने ये भी कहा कि ये आंकड़ा उनका नहीं है, बल्कि ओमन चांडी का है. 

असल में ओमन चांडी ने कहा क्या था?

'द केरला स्टोरी' के डायरेक्टर सुदीप्तो सेन ने दावा किया कि ओमन चांडी ने 2010 में विधानसभा में लड़कियों के धर्म परिवर्तन से जुड़ा बयान दिया था. लेकिन, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ओमन चांडी ने 2010 में नहीं, बल्कि 25 जून 2012 को कोर्ट में इस मसले पर बयान दिया था. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में इस बयान का जिक्र भी है.

इसमें लिखा है,

‘25 जून को केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने विधानसभा में बताया था कि 2006 से राज्य में 2,667 लड़कियों ने इस्लाम धर्म अपनाया है.’

ओमन चांडी ने अपने बयान में ये नहीं बोला कि केरल में हर साल 2,667 लड़कियों का इस्लाम में धर्म परिवर्तन हुआ. उन्होंने जो आंकड़ा दिया वो करीब साढ़े छह साल का था. यानी केरल में साढ़े छह साल में 2,667 लड़कियों ने इस्लाम धर्म अपनाया था. एक बात ये भी ध्यान देने वाली है कि महिलाओं के ISIS में शामिल होने पर ओमन चांडी ने कुछ नहीं बोला था. सीधे शब्दों में कहें तो केरल में कुल 32 हजार लड़कियों ने इस्लाम धर्म कबूल किया, इसका कोई सॉलिड प्रूफ नहीं है.

बहरहाल, टीजर के बाद 26 अप्रैल को फिल्म का जो ट्रेलर लॉन्च हुआ है, उसमें नर्स शालिनी उन्नीकृष्णन के फातिमा बनने तक की कहानी दिखाई गई है. कैसे उसे एक कट्टरपंथी संगठन से जुड़े लोगों ने भड़काया और फिर उसका धर्म परिवर्तन करवाया. और फिर कैसे उसे ISIS की ओर से लड़ने के लिए सीरिया भेज दिया गया. फिलहाल ये ट्रेलर है और इसमें कहानी बेहद संक्षेप में है. 5 मई को 'द केरला स्टोरी' रिलीज हो रही है, तब पूरी कहानी से पर्दा हटेगा.

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