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Netflix पर दिखा 'अंकल हॉन्ग' मामूली कटहल नहीं, खूबियां जानकर सीधे सब्जी मार्केट दौड़ेंगे

कटहल की ये वैरायटी देश-दुनिया में मशहूर है. भारत में कहां मिलती है?

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नेटफ्लिक्स पर दिखा 'अंकल हॉन्ग' कोई आम कटहल नहीं. (तस्वीरें- फिल्म का पोस्टर और Unsplash.com)

हाल ही में नेटफ्लिक्स पर फिल्म ‘कटहल’ रिलीज हुई. इसकी कहानी ‘विधायक जी’ के बगीचे में लगे दो कटहलों की है जो एक दिन अचानक गायब हो जाते हैं. फिल्म में कटहलों को नाम भी दिया गया है. अंकल हॉन्ग (Uncle Hong Kathal). वो विधायक जी को बहुत प्यारे हैं. अब बता दें कि कटहलों को ये नाम ऐसे ही नहीं दिया गया. 'अंकल हॉन्ग' कटहल की एक वैरायटी का ही नाम है जो कि देश-दुनिया में मशहूर है. इसकी कई ऐसी खूबियां हैं जो आम कटहल को सामने नहीं टिकने देतीं.

ना चिपचिप ना कोई झंझट

आजतक की पल्लवी पाठक ने इस खास कटहल पर रिपोर्ट तैयार की है. इसके मुताबिक, अंकल हॉन्ग वैरायटी का कटहल सबसे ज्यादा मलेशिया में उगाया जाता है. इसका लाजवाब स्वाद ही इसे बाकियों से अलग बनाता है.

कटहल की सब्जी बनाते वक्त सबसे मुश्किल काम होता है उसे काटना और साफ करना. आम तौर पर कटहल काफी चिपचिपा और सख्त होता है. लेकिन अंकल हॉन्ग कटहल बिल्कुल चिपचिपा नहीं होता. वो अदंर से काफी सॉफ्ट होता है और आसानी से काटा जा सकता है. देखने में हल्का पीला और लाल रंग का होता है. इसमें रेशे भी बेहद कम होते हैं. बताया जाता है कि इसके स्वाद में हल्की मिठास भी होती है. तभी इसे कटहल की बेहतरीन वैरायटीज में शुमार किया गया है.

सेहत के लिए भी बढ़िया

कटहल की इस हाइब्रिड वैरायटी को 1960 में विकसित किया गया था. इसके लिए j29 और j32 प्रजाति के कटहल को क्रॉस कराया गया था. इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. आम तौर पर 10 किलो तक के वजन वाले इस कटहल में पोटैशियम और फाइबर की भी अच्छी मात्रा मौजूद होती है.

भारत में कभी नहीं आया

फिल्म में दिखाया है कि 'अंकल हॉन्ग' की उपज उत्तर प्रदेश में की जा रही है. हालांकि असल में ये वाला कटहल भारत में कभी नहीं उगाया गया. भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक KN जगदीश ने बताया कि अंकल हॉन्ग कटहल को ना तो कभी भारत में उगाने की कोशिश की गई और ना ही इसके फल मलेशिया से इम्पोर्ट किए गए. उन्होंने बताया कि कटहल की कोई भी वैरायटी दूसरे देशों से भारत नहीं मंगाई जाती है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के आस-पास के इलाकों में कटहल की कई स्वादिष्ट प्रजातियां भारी मात्रा में उगाई जाती हैं. उनमें से कुछ विदेशों में भेजी भी जाती हैं. 

वहीं फिल्म के डायरेक्टर यशोवर्धन मिश्रा ने बताया कि इस नाम को इसीलिए फिल्म में लाया गया क्योंकि वो चाहते थे कि कहानी में चोरी हुए कटहल को खास तवज्जो दी जाए. सामान्य कटहल की जगह खास कटहल होगा तभी चोरी होने से विधायक जी की छटपटाहट ज्यादा दिखेगी.

वीडियो: कटहल: मूवी रिव्यू