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शशि थरूर की तस्वीर को भारत जोड़ो यात्रा का बताया लेकिन सच ये निकला!

महिलाओं संग थरूर की तस्वीर को भारत जोड़ो यात्रा का बताया गया है.

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सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर.
दावा

सोशल मीडिया पर 'भारत जोड़ो यात्रा' का बताकर एक तस्वीर वायरल है. तस्वीर में कांग्रेस सांसद शशि थरूर दिखाई दे रहे हैं और शशि के आस-पास कुछ महिलाएं नजर आ रही है. दावा है कि वायरल तस्वीर केरल में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान खींची गई है. 

ट्विटर यूज़र Don ने तस्वीर ट्वीट कर लिखा, (आर्काइव)

भारत जोड़ो यात्रा में केरल से पहली तस्वीर. हम सबके मार्गदर्शक, यूथ आइकन शशि थरूर जी ने डाली है. गुरूजी हमेशा की तरह व्यस्त हैं.

ट्वीट का स्क्रीनशॉट.


फेसबुक यूज़र Santosh Mishra ने वायरल तस्वीर पर व्यंग करते हुए लिखा,

भारत जोड़ो यात्रा में थरूर की केरल से तस्वीर.

संतोष मिश्रा के फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट.

इसके अलावा कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ऐसे ही दावों के साथ तस्वीर को शेयर कर रहे हैं.

पड़ताल 

'दी लल्लनटॉप' ने जब वायरल दावे की पड़ताल की तो दावा गलत निकला. वायरल तस्वीर का भारत जोड़ो यात्रा से कोई लेना-देना नहीं है.

कई सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा है कि फोटो को शशि थरूर ने आज अपने सोशल मीडिया पर डाला है. इस बात को ध्यान में रखते हुए हमने शशि थरूर के सोशल मीडिया अकाउंट्स को चेक किया. इस दौरान हमें थरूर के किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हाल-फिलहाल में ऐसी कोई तस्वीर नहीं मिला. 
इसके बाद हमने रिवर्स इमेज सर्च की मदद से वायरल तस्वीर को खोजा.सर्च से हमें तस्वीर शशि थरूर के ट्विटर अकाउंट पर मिली. तस्वीर को शशि थरूर ने 22 अगस्त 2019 को अपलोड किया था और कैप्शन पढ़ने पर पता चलता है कि ये एक कॉलेज में शशि थरूर का एनुअल लेक्चर था. कॉलेज का नाम है Bucerius Summer School on Global Governance और इसकी लोकेशन हैम्बर्ग, जर्मनी है.

शशि थरूर ने इसी कार्यक्रम से जुड़ी तस्वीरें को अपने फेसबुक पेज पर भी शेयर किया है.

भारत जोड़ो यात्रा क्या है?

7 सितंबर की शाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी तमिलनाडु के कन्याकुमारी में 'भारत जोड़ो' यात्रा की शुरुआत की थी. कन्याकुमारी के त्रिवेणी संगम के पास यह यात्रा शुरू हुई, जहां अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर जुड़ते हैं. कन्याकुमारी से शुरू होकर यह यात्रा जम्मू-कश्मीर तक पहुंचेगी. अगले 150 दिनों में यह यात्रा 12 राज्यों से होकर गुजरेगी. इस दौरान करीब 3570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी.

कांग्रेस की इस यात्रा का मकसद देश को जोड़ना है. पार्टी का कहना है कि जनता के मुद्दे उनकी आय में कमी, महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी है लेकिन बीजेपी सांप्रदायिकता, दंगे और तानाशाही के जरिये जरूरी मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है. 

नतीजा 

कुल मिलाकर शशि थरूर की जिस तस्वीर को भारत जोड़ो यात्रा का बताकर शेयर किया जा रहा है, वो असल में जर्मनी में हुए एक कार्यक्रम की है. 2019 में अगस्त के महीने में शशि थरूर ने जर्मनी के एक कॉलेज में लेक्चर दिया था और उसी कार्यक्रम की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी शेयर की थीं.

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