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प्रयागराज हत्याकांड में शहीद सिपाही की चिता की राख सीएम योगी ने माथे पर लगाई?

सोशल मीडिया पर सीएम योगी आदित्यनाथ का वीडियो वायरल है.

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वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट्स.
दावा

 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में योगी आदित्यनाथ को माथे पर राख लगाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो को शेयर कर सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा है कि सीएम योगी शहीद पुलिस कॉन्स्टेबल की राख को अपने माथे पर लगाया है.

ट्विटर यूज़र कुमार ने वायरल वीडियो ट्वीट कर लिखा (आर्काइव)

प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में शहीद हुए पुलिस कांस्टेबल के राख को सर माथे पर लगाते हमारे श्री योगी आदित्यनाथ महाराज जी.

कुमार के ट्वीट का स्क्रीनशॉट.


फेसबुक यूज़र अनिल सिंह ने वीडियो शेयर कर लिखा,

प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में शहीद हुए पुलिस कांस्टेबल राघवेंद्र सिंह की राख को सर माथे पर लगाते  माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी.
माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसा मुख्यमंत्री मैंने आज तक नहीं देखा जो किसी शहीद पुलिस वाले के घर पहुंच कर उसका हाल चाल जाने और उसके परिवार की देखरेख का जिम्मा लें.  शहीद सिपाही की अस्थियों को अपने माथे लगाना,  ऐसे मुख्यमंत्री को हृदय तल से आभार व्यक्त करता हूँ.

अनिल सिंह के फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट.

इसके अलावा कई और सोशल मीडिया यूज़र्स वायरल वीडियो को ऐसे ही मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं.

पड़ताल

 'दी लल्लनटॉप' ने वायरल दावे का सच जानने के लिए पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला. वीडियो लगभग एक साल पुराना है और इसका किसी शहीद से कोई लेना-देना नहीं है.

कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें वायरल वीडियो पत्रकार समीर दीक्षित के ट्विटर अकाउंट पर मिला. समीर ने इस वीडियो को 22 मार्च, 2022 को ट्वीट किया था. वीडियो के बारे में जानकारी देते हुए समीर ने लिखा,

बस यही फ़र्क है एक दिन के हिन्दू बनने में, और सनातनी हिंदू के जो कर्म-धर्म से परंपरा का पालन हमेशा करते हैं. योगी आदित्यनाथ ने होलिका दहन के बाद राख को माथे पर लगाया. #परंपरा

फेसबुक पेज 'स्पीड मीडिया नेटवर्क' ने 23 मार्च, 2022 को वायरल वीडियो शेयर कर कैप्शन दिया था,

होलिका दहन के बाद का संस्कार को पालन कर उसके राख को माथे लगाते गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ.


घटना को लेकर 'ईटीवी भारत' की वेबसाइट पर मार्च 2022 को एक रिपोर्ट पब्लिश हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक,

गोरखनाथ मंदिर में होली की शुरुआत होलिका दहन के बाद सम्मत की राख से तिलक लगाने के साथ होती है. इस परंपरा में एक विशेष संदेश छिपा होता है. मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ कहते हैं कि होलिका दहन की राख से तिलक लगाने के पीछे भक्ति की शक्ति को समाज से जोड़ना है. उन्होंने कहा खुद योगी आदित्यनाथ बतौर पीठाधीश्वर इस बात को कहते हैं कि जब भक्ति अपने उच्च अवस्था में होगी तो भेदभाव, छुआछूत और अस्पृश्यता वहां छू भी नहीं पाएगी.


क्या है उमेश पाल हत्याकांड?

साल 2005 में प्रयागराज में तत्कालीन बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर लगा था. उमेश पाल इस मर्डर केस के मुख्य गवाह थे और 24 फरवरी, 2023 को कुछ हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी. गोलीबारी के दौरान उमेश की सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी थी और इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई. अब दोनों में से एक पुलिस कॉन्स्टेबल को योगी आदित्यनाथ के वायरल वीडियो से जोड़ा जा रहा है.

नतीजा

हमारी पड़ताल में सीएम योगी आदित्यनाथ से जुड़ा दावा गलत साबित हुआ. वायरल वीडियो एक साल पुराना है और वीडियो में सीएम योगी होलिका दहन के बाद उसकी राख को अपने माथे पर लगा रहे हैं. 

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वीडियो: उमेश पाल पर पहली गोली चलाने वाले उस्मान का UP पुलिस ने किया एनकाउंटर, विजय से उस्मान बना था