दावा
पठान को लेकर सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल है. दावे में कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के थिएटर मालिकों ने 'पठान' फिल्म लाने से इनकार कर दिया.
फेसबुक यूज़रमेघना परिहार ने लिखा,
अच्छी खबर: भारी विरोध के कारण गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश के थिएटर मालिकों ने "पठान फिल्म" लगाने से किया इंकार. जय श्रीराम.
कई और फेसबुक यूज़र्स ने यूपी में पठान फिल्म को लेकर ऐसे ही दावेकिए हैं.
पड़ताल
'दी लल्लनटॉप' की पड़ताल में पठान फिल्म से जुड़ा वायरल दावा गलत निकला. पड़ताल लिखे जाने तक ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है कि यूपी के सिनेमाघरों में 'पठान' फिल्म नहीं दिखाई जाएगी.
सबसे पहले हमने वायरल दावे से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स को इंटरनेट पर खोजा. सर्च से हमें एक भी ऐसी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट्स नहीं मिली, जो वायरल दावे की पुष्टि करती हो. अगर उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में थिएटर मालिक ऐसा कोई भी फैसला लेते तो मीडिया में खबरें जरूर छपतीं लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
इंडिया टुडेने वायरल दावे का सच जानने के लिए सिनेमा इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से संपर्क किया. 'मेरठ सिनेमा एसोसिएशन' के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया कि उन्होंने फिल्म के बहिष्कार के बारे में सोशल मीडिया पर देखा है और वो डीएम से अपील करेंगे कि इस फिल्म की रिलीज के वक्त सिनेमाघरों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए. लेकिन मेरठ के सिनेमाघर मालिकों ने ऐसा कुछ नहीं कहा है कि वो ये फिल्म नहीं दिखाएंगे.
'कानपुर सिनेमा एग्जिबिटर्स एसोसिएशन' के प्रेसिडेंट गुरदेव सिंह का कहना है कि 'पठान' को न दिखाने जैसा कोई फैसला नहीं लिया गया है.
वहीं, 'सिनेमा ओनर्स एंड एग्जिबिटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया' के अध्यक्ष नितिन दातार का कहना है कि अभी तक ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन भविष्य के बारे में वो कुछ कह नहीं सकते. नितिन कहते हैं,
'जब इस तरह कोई फिल्म विवादों में फंसती है और सिनेमाघरों में तोड़फोड़ या आगजनी होती है, तो न प्रशासन मदद करता है, न वितरक. सारे नुकसान की भरपाई थियेटर मालिकों को ही करनी पड़ती है. स्टार्स को भी ये सोचना चाहिए कि वो विवादित बयान देने से बचें क्योंकि इससे सभी का नुकसान होता है.'
'पठान' का विरोध
हालांकि देश के अलग-अलग हिस्सों से लगातार पठान के विरोध की खबरेंभी आ रही हैं. बिहार से लेकर यूपी और अलग-अलग राज्यों में हिन्दू महासभा ने फिल्म का विरोध किया है. विरोध कर रहे लोगों का आरोप है कि फिल्म में भगवा रंग को गलत तरीके से दिखाया गया है.
नतीजा
कुल मिलाकर यूपी में पठान फिल्म को न दिखाने वाला दावा गलत है. फिलहाल थिएटर मालिकों ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है कि 'पठान' फिल्म को नहीं दिखाना है. पठान को लेकर पहले भी अलग-अलग तरह के दावे किए जा चुके हैं, जिनका फैक्ट-चेक आप यहां, यहांऔर यहांक्लिक कर पढ़ सकते हैं.
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