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जब UPSC की तैयारी कराने वाले खान सर 'इंजीनियरिंग के एग्जाम' से पहले सोते रह गए!

ख़ान सर ने बताया कि घरवालों से ज़्यादा दोस्तों ने सपोर्ट किया है.

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ख़ान सर (साभार: सोशल मीडिया)

हम जिनसे प्रेरित होते हैं उनकी सफलताओं की कहानियां तो हमारे सामने आती ही है लेकिन उनकी असफलताओं की कहानियां किसी को नहीं पता होतीं. वो कैसे आगे बढ़े, उन्होंने क्या स्ट्रगल किया, कहां उनके कदम डगमगाए. इस बार लल्लनटॉप के गेस्ट इन द न्यूज़रूम में ख़ान सर आए थे और उन्होंने अपनी सफलता के साथ-साथ असफलताएं भी बताईं. ख़ान सर ने बताया कि कैसे वो स्कूल में एवरेज स्टूडेंट थे. लेकिन 11th क्लास के बाद उनकी ज़िंदगी में कई बड़े बदलाव आए. इस बीच ख़ान सर ने बेहद मज़ेदार किस्सा सुनाया. उन्होंने बताया कि एक एग्जाम के दौरान वो सोते ही रह गए थे. 

खान सर ने अपने पढ़ाई के बारे में बात करते हुए बताया कि वो पहले बेहग कमजोर छात्र हुआ करते थे. ना तो ज्यादा नंबर आते थे और नाहीं उनका पढ़ाई में बहुत मन लगता था. अपने स्कूल और पढ़ाई के बारे में बताते हुए खान सर ने कहा,

“मेरे घरवालों ने कभी भी मुझे पढ़ाई करने के लिए नहीं कहा था. लेकिन मेरे दोस्तों ने मेरा बहुत साथ दिया. मेरे पिता ने कई जगह अपना जॉब शिफ्ट किया था. अलग अलग फील्ड में. माताजी मेरी गृहणी हैं. उन्होंने कभी कुछ नहीं बोला. बस इतना बोला कि बाबू बस तुम पढ़ते रहना. 9th में हम सैनिक स्कूल के लिए तैयारी करने लग गए. वहां पर हमारा थोड़ा परफॉर्मेंस ठीक हुआ पहले से. फिर 10th के साथ-साथ हम पॉलिटेक्निक की तैयारी करने लग गए. पॉलिटेक्निक में हमारी रैंक बहुत खराब आई तो उसको छोड़ दिया.”

खान सर ने ये भी बताया कि 11वीं क्लास में उनके लिए टर्निंग पॉइंट आया. जब अचानक उनके बहुत अच्छे नंबर आ गए. उनके टीचर्स को भी भरोसा नहीं था कि उनके इतने नंबर भी आ सकते हैं. खान सर ने बताया कि उस दिन उन्हें एहसास हुआ कि अब तक खराब नंबर का कारण ये था कि उन्हें टीचर्स का पढ़ाया समझ नहीं आता था. लेकिन, जब उन्हें समझ आने लगा तब वो अपनी पढ़ाई में अच्छा करते चले गए.

इसी बातचीत के बीच उन्होंने वो किस्सा भी बताया जब वो अपनी परीक्षा वाले दिन सोते रह गए थे. उन्होंने आगे बताया, 
 

“ये सब करने के बाद (पॉलिटेक्निक के बाद) हमने AIEEE और IIT करने का सोचा लेकिन एग्जाम  के दिन हम सोए रह गए थे. क्योंकि रात में देर से सोए थे और सुबह नींद नहीं खुली. हमने सोचा था कि सुबह उठकर देखेंगे कि किस विषय का एग्जाम है. हम उठे आराम से 1-2 बजे और देखा आज ही एग्जाम था. "

इस किस्से के बाद लल्लनटॉप के एडिटर सौरभ द्विवेदी ने पूछा कि उनकी तैयारी कैसी थी? इस पर मजाकिया अंदाज में खान सर ने पूछा कि आपको लगता है कि जिसकी तैयारी पूरी होगी वो ऐसे सोया रह जाएगा? उन्होंने कहा,

 हमको तो नहीं लगता कि हमारी तैयारी पूरी थी, क्योंकि जिसकी तैयारी पूरी होती है वो सोते थोड़ी रहता?

खान सर ने आगे ये भी कहा कि जब कोई फेल होता है तो उसके पास कोई न कोई बहाना होता है. हमेशा बहाने के नाम पर लीपापोती की जाती है.

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